बुधवार, 23 जून 2010

चौपाल में ग्रामीणों से रूबरू हुए कलक्टर

चूरू, 23 जून। जिला कलक्टर डॉ के के पाठक ने अधिकारियों से कहा है कि वे संवेदनशील होकर लोगों की विभिन्न प्रकार की समस्याओं का निराकरण तत्परता से करें ताकि सरकार की मंशा के अनुरूप एक ही छत के नीचे उनकी समस्याओं का समाधान हो सके।
जिला कलक्टर मंगलवार को चूरू पंचायत समिति के गांव घंटेल में आयोजित चौपाल कार्यक्रम में अधिकारियों को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने गांव के विद्यालय में मजमा-ए-आम लगाकर लोगों की समस्याएं सुनीं और मौके पर ही संबंधित अधिकारियों को निराकरण के निर्देश दिए। जिला कलक्टर ने ग्रामीणों से कहा कि ग्रामवासियों की समस्या का समाधान उनके गांव में ही जाकर किया जाए, इसी को दृष्टिगत रखते हुए गांव घंटेल में यह चौपाल कार्यक्रम रखा गया है। लोगों को इसका लाभ उठाना चाहिए। उन्होंने कहा कि गांव के लोग बेझिझक अपनी समस्याएं रखें। उनकी वाजिब समस्याओं का तत्काल समाधान किया जाएगा।
इस मौके पर ग्रामीणों ने गांव में पेयजल की समुचित आपूर्ति के लिए खारिया कुआ व मीठिया कुआ को चालू कराने और खराब हैंडपंप ठीक कराने, सार्वजनिक कुएं की पाइप लाइन बदलने, गांव में बनी पानी की टंकी एव हौज को पाइन लाइन से जोड़ने की बात कलक्टर से कही, जिस पर जिला कलक्टर ने तत्काल बंद कुए को चालू करने, हैंडपंप ठीक करने, सार्वजनिक कुए की पाइप लाइन बदलने और विभिन्न योजनाओं में बनी पेयजल टंकी और हौज को पाइप लाइन से जोड़ने के लिए संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए और कहा कि वे इन कार्यों को तत्काल कराने के बाद सूचित करें। डॉ पाठक ने शराब की दुकान को गांव से दूर स्थापित कराने का आश्वासन दिया। उन्होंने चौपाल कार्यक्रम में नरेगा भुगतान, बीपीएल परिवारों को दो रुपए किलो गेहूं वितरण, बिजली-पानी आपूर्ति, पटवारी, ग्रामसेवक, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, एएनएम एवं शिक्षकों की उपस्थिति एवं किए जाने वाले कार्याेंं के बारे में ग्रामीणों से बातचीत कर जानकारी प्राप्त की। ग्रामीणों ने बताया कि गांव में पीने का पानी चूरू से आता है। सवेरे 06 से 09 बजे तक बिजली कटौती के कारण एसआर में पानी कम ही चढ पाता है, जिससे पेयजल आपूर्ति में दिक्कत आती है। इस पर जिला कलक्टर ने अधीक्षण अभियंता विद्युत को बिजली कटौती बंद करने के निर्देश दिए। एसई विद्युत ने मौके पर ही ग्रामवासियों का आश्वस्त किया कि सवेरे 06 से 09 बजे तक होने वाली बिजली कटौती बंद कर दी जाएगी।
जिला कलक्टर ने चौपाल में जीवणी कालूराम नायक, विनोद कंवर एवं मंजू कंवर को अनुग्रह सहायता स्वीकृत करने के आदेश दिए तथा गांव में आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, पटवारी आदि को मौजूद रहकर पात्र विधवा, विकलांग एवं वृद्ध जनों के पेंशन आवेदन तैयार कर स्वीकृत कराने के भी आदेश भी प्रदान किए। इसके साथ ही श्रीमती राजू का जॉबकार्ड एवं राशन कार्ड बनाने के निर्देश भी संबंधित अधिकारी को दिए। जिला कलक्टर ने कहा कि दक्ष मेट के आवेदन के लिए फार्म आपके गांव में ग्रामसेवक व आंगनबाड़ी केंद्र पर है। कोई भी इच्छुक पात्र व्यक्ति आवेदन करना चाहते हैं तो वे पटवार भवन एवं आंगनबाड़ी केंद्र पर अपना आवेदन कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि गांव में प्रत्येक माह के तीसरे सोमवार को पशु शिविर लगता है। पशुपालकों को इसका भरपूर लाभ उठाना चाहिए।
मुख्य कार्यकारी अधिकारी अबरार अहमद ने अधिकारियों से कहा कि गांव में जो समस्याएं सामने दिखाई देती हैं, उनका तत्काल समाधान किया जाए तथा गांव में जल निकासी के प्रस्ताव महानरेगा के तहत बनाकर भिजवाए जाएं ताकि पानी की निकासी की व्यवस्था हो। उन्होंने कहा कि किसी भी योजना के अधूरे कार्यों को पहले पूरा किया जाए ताकि उसका लाभ मिल सके और सरकार द्वारा व्यय किए गए पैसे का सदुपयोग हो सके।
चौपाल कार्यक्रम के दौरान जिला स्तर एवं ब्लॉक स्तर के अधिकारियों ने ग्रामीणों की समस्याएं सुनीं और मौके पर ही उनकी समस्याओं का निराकरण कर राहत प्रदान की। विभिन्न अधिकारियों ने विभागीय योजनाओं के तहत अब तक कराए गए विकास कार्यों केा पढकर ग्रामीणों को सुनाया गया तथा ग्रामीणों से विकास कार्यों का मौके पर ही सामाजिक अंकेक्षण कराया गया।
ग्रामीणों ने इस चौपाल कार्यक्रम को सार्थक बताते हुए कहा कि इस तरह के कार्यक्रमों से जनता का अधिकारियों से सीधा संवाद होने से अधिकारियों और ग्रामीणों के बीच की दूरी कम होगी। इससे योजनाओं के अपेक्षित परिणाम सामने आएंगे। चौपाल कार्यक्रम में उपखंड अधिकारी, उम्मेद सिंह, तहसीलदार, विकास अधिकारी गोपीराम भांभू, सरपंच नानूराम रिणवां, पूर्व सरपंच सहित वार्ड पंच, अन्य अधिकारी एवं ग्रामवासी मौजूद थे।

मौके पर ही दिलवाया चैक
घंटेल गांव के किसान पालाराम की खुशी का उस वक्त ठिकाना नहीं रहा, जब चौपाल के दौरान जिला कलक्टर ने उसकी गुहार सुनी और कुंड निर्माण के उसके रूके हुए भुगतान का चैक मौके पर ही दिलवाया।
चौपाल के दौरान जब कलक्टर ग्रामीणों से रूबरू हुए तो पालाराम ने बताया कि उसके द्वारा बनाई गई कुंड का पूरा भुगतान उसे नहीं हुआ है। जिला कलक्टर ने तसल्लीपूर्वक उसकी बात सुनने के बाद अधिकारियों को मौके पर जाकर कुंड निर्माण कार्य की जांच के लिए भेजा। जांच में निर्माण कार्य सही पाये जाने पर जिला कलक्टर ने हाथोंहाथ बकाया भुगतान राशि 19 हजार रुपए का चैक बनवाकर पालाराम को प्रदान किया। चैक पाकर गद्गद पालाराम ने जिला कलक्टर के प्रति आभार व्यक्त किया।
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