मंगलवार, 22 जून 2010

जगाएं संपूर्ण स्वच्छता की अलख - डॉ पाठक

चूरू, 17 जून। जिला कलक्टर डॉ के के पाठक ने संपूर्ण स्वच्छता कार्यक्रम से जुड़े अधिकारियों, कर्मचारियों व स्वैच्छिक संगठनों से कहा है कि वे गांव-गांव एवं ढाणी-ढाणी में जाकर स्वच्छता कार्यक्रम की अलख जगाकर लोगों को इस कार्यक्रम से जोड़ें ताकि ज्यादा से ज्यादा जनजुड़ाव होने से इसके अपेक्षित परिणाम आ सकें।
जिला कलक्टर गुरुवार को कलक्ट्रेट सभाकक्ष में स्वजलधारा एवं संपूर्ण स्वच्छता कार्यक्रम की समीक्षात्मक बैठक में अधिकारियों, ब्लॉक कार्डिनेटर्स एवं कर्मचारियों को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि स्वच्छता कार्यक्रम आमजन के स्वास्थ्य से जुड़ा हुआ कार्यक्रम है। इसके सफल क्रियान्वयन में सरकारी प्रयासों के साथ-साथ जनप्रतिनिधियों, स्वैच्छिक संगठनों एवं समाज के सभी वर्ग के लोगों का सहयोग लिया जाए। उन्होंने कहा कि विद्यालयों में प्रार्थना के समय तथा नरेगा कार्यों पर लगे श्रमिकों को संपूर्ण स्वच्छता के सभी घटकों के बारे में जानकारी सुलभ कराई जाए तथा आईईसी गतिविधियों के जरिए इसका व्यापक प्रचार-प्रसार करें। उन्होंने ब्लॉक समन्वयकों को निर्देश दिए हैं कि वे नरेगा कार्यों पर जाकर लोगों को स्वच्छता कार्यक्रम के महत्व और उपयोगिता के बारे में जानकारी दें तथा बाहर खुले में शौच नहीं जाने के लिए प्रेरित करें। डॉ पाठक ने कहा कि राशन डीलरों की दुकानों पर हर महीने 15 से 21 तारीख तक गेहूं आदि का वितरण किया जाता है। अतः राशन की दुकानों पर स्वच्छता से संबंधित प्रचार सामग्री उपलब्ध करा दें ताकि बीपीएल परिवारों को प्रचार सामग्री वितरित की जा सके। इससे बीपीएल लोगों को इस योजना की पूरी जानकारी होने से वे इससे जुड़कर इसका लाभ उठा सकेंगे। उन्होंने कहा कि प्रस्तावित 11 निर्मल गांवों में ज्यादा से ज्यादा कवरेज करें तथा ओरिएंटेशन शिविर आयोजित करें तथा इनमें आशा सहयोगिनियों व आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं केा भी आमंत्रित किया जाए। इसके अलावा 52 ग्रामों केा निर्मल ग्राम के लिए ऑनलाइन फीडिंग अभी से शुरू कर दें तथा संपूर्ण स्वच्छता के लिए समन्वित प्रयास करना प्रारंभ कर दें।
जिला कलक्टर ने कहा कि संपूर्ण स्वच्छता कार्यक्रम का व्यापक प्रचार प्रसार करने के लिए एक टाटा मैजिक वैन क्रय की जाकर उसमें एक बड़ा टीवी, सीडी प्लेयर, माइक सैट लगाकर कार्यक्रम से संबंधित डोक्यूमेंटरी फिल्म का प्रदर्शन गांव-गांव में किया जाए तथा इस वाहन को स्वच्छता रथ की तरह सजाकर गांवों में घुमाया जाए। इससे लोगों में कार्यक्रम के प्रति रूझान बढेगा और ज्यादा से ज्यादा लोग इससे प्रेरित होकर इस कार्यक्रम से जुड़ेंगे। इससे इसके सकारात्मक परिणाम सामने आ सकेंगे। जिला कलक्टर ने कहा कि जिले में सेनेट्री मार्ट विकसित किए जाएंगे। इसके लिए बड़े गांवों में चिन्हित ग्राम सेवा सहकारी समितियों की सूची भिजवाने के निर्देश सहायक रजिस्ट्रार कॉऑपरेटिव को निर्देश दिए गए हैं। प्रत्येक सेनेट्री मार्ट के लिए 50-50 हजार रिवॉल्विंग फंड के रूप में दिए जाएंगे।
बैठक में मुख्य कार्यकारी अधिकारी अबरार अहमद ने बताया कि जिले में परियोजना प्रारंभ होने से अब तक 77 हजार 673 शौचालय बनाये गए हैं। इनमें से बीपीएल के 14 हजार 722, एपीएल के लिए 61 हजार 439, शाला स्वच्छता के तहत विद्यालयों में एक हजार 145 तथा आंगनबाड़ी केंद्रों में 377 शौचालय बनाए गए हैं। उन्होंने विकास अधिकारियों एवं ब्लॉक समन्वयकों से कहा है कि वे इस कार्यक्रम में और अधिक गति लाएं ताकि जिले के सभी ब्लॉक संपूर्ण स्वच्छ हो सकें। उन्होंने कहा कि इस वित्तीय वर्ष के शत-प्रतिशत लक्ष्य प्राप्त करने के लिए सकारात्मक प्रयास करें। बैठक में संबंधित अधिकारीगण मौजूद थे।
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