चूरू, 25 मई। महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गांरटी योजना भुगतान व कार्य सत्यापन को अधिक पारदर्शी बनाने तथा श्रमिकों को समुचित सलाह व मार्गदर्शन के लिए सरकार अब तकनीकी दक्ष मेट लगाएगी। जिला कलक्टर डॉ के के पाठक ने इस संबंध में विशेष दिशा-निर्देश जारी किए हैं।
महानरेगा के जिला समन्वयक एवं कलक्टर डॉ के के पाठक ने बताया कि प्रत्येक ग्राम पंचायत में तैयार किए गए मेट पैनल से 12वीं पास अथवा इससे अधिक योग्यता वाले दो मेटो को अथवा इसके अलावा निर्धारित योग्यताधारी अन्य व्यक्ति को निर्धारित प्रक्रिया के अनुसार चयन कर एक माह का सैद्धांतिक व गहन प्रायोगिक प्रशिक्षण दिया जाएगा। तकनीकी दक्ष मेट के रूप में प्रशिक्षित कर इन्हें प्रत्येक ग्राम पंचायत में कनिष्ठ अभियंता के कार्यक्षेत्र में वैकल्पिक माप कार्मिक के रूप में रखा जाएगा। पात्र व्यक्तियों के पारदर्शितापूर्ण चयन तथा प्रशिक्षण के लिए जिला परिषद के अधिशाषी अभियंता को नोडल अधिकारी बनाया गया है। उन्होंने बताया कि प्रथम चरण में प्रत्येक ग्राम पंचायत के लिए न्यूनतम दो व्यक्तियों को 30 सितंबर से पूर्व प्रशिक्षित किया जाएगा। दूसरे चरण में तीन अन्य व्यक्तियों को 31 मार्च 2011 तक प्रशिक्षण दे दिया जाएगा। इससे न केवल कार्य की गुणवत्ता में सुधार होगा, अपितु पखवाड़ा समाप्त होने के तीन दिन के भीतर श्रमिकों को भुगतान किया जा सकेगा।
योग्यता, चयन और प्रशिक्षण - तकनीकी दक्ष मेट बनने के लिए आवेदक को संबंधित ग्राम पंचायत का जॉबकार्ड धारक और न्यूनतम बारहवीं पास होना जरूरी है। प्रत्येक ग्राम पंचायत में पांच अभ्यर्थियों का पैनल बनेगा, जिसके लिए पूर्ण पारदर्शी तरीके से कैलेंडर बनाकर आवेदन मांगे जाएंगे। इस पैनल में कम से कम दो महिलाएं रहेंगी। बारहवीं उत्तीर्ण महिला नहीं मिलने की दशा में दसवीं उत्तीर्ण व गणना कार्य में सक्षम महिला को पैनल में लिया जा सकेगा। आईटीआई, बीएससी एवं एमएससी उत्तीर्ण अभ्यर्थियों को प्राथमिकता दी जाएगी। इस पैनल में से उच्च योग्यताधारी दो व्यक्तियों का चयन तकनीकी दक्ष मेट प्रशिक्षण के लिए किया जाएगा।
चयन की जिम्मेदारी विकास अधिकारी व कार्यक्रम अधिकारी की रहेगी। आवेदन का निर्धारित प्रारूप ग्राम पंचायतों में उपलब्ध रहेगा। अंतिम तिथि तक प्राप्त आवेदनों को पंचायत समिति में संधारित रजिस्टर में पंचायतवार दर्ज किया जाएगा। प्राप्त आवेदनों में से अंतिम तिथि के दूसरे दिन संवीक्षा कर योग्यता क्रम में प्रधान, विकास अधिकारी एवं सहायक अभियंता के संयुक्त हस्ताक्षरों से सूची तैयार की जाएगी।
प्रत्येक ग्राम पंचायत से दो अभ्यर्थियों को पांच दिन का सैद्धांतिक तथा 25 दिन का फील्ड मे गहन प्रशिक्षण दिया जाएगा। पांच दिवस का सैद्धांतिक प्रशिक्षण पंचायत समिति मुख्यालय पर रखा जाएगा, जिसमें नरेगा की सामान्य जानकारी, कार्यों की प्रकृति, माप के सिद्धांत, एमआईएस फीडिंग व माप की प्रक्रिया की जानकारी दी जाएगी।
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