शनिवार, 12 जून 2010

महानरेगा में चूरू को मॉडल जिला बनाकर दिखाएं


कलक्टर ने पंचायत समिति की बैठक में कहा, एक सप्ताह में सभी पंचायत घरों में हों बिजली कनेक्शन
चूरू, 11 जून। जिला कलक्टर डॉ कृष्णाकांत पाठक ने कहा है कि महानरेगा को अधिक प्रभावी बनाने के लिए लागू किए गए बदलाव और नवाचारों को अपनाएं और पूरे देश में चूरू को मॉडल जिला बनाकर दिखाएं।
डॉ पाठक शुक्रवार को चूरू पंचायत समिति में आयोजित बैठक में सरपंच, ग्रामसेवक, रोजगार सहायक सहित नरेगा से जुड़े अधिकारियों-कर्मचारियों को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि महानरेगा में श्रमिकों को जल्दी से जल्दी भुगतान हो, इसके लिए नई व्यवस्था लागू की गई है। इस नई व्यवस्था का पालन कर 15 दिनों में नरेगा श्रमिकों का भुगतान सुनिश्चित कर दिखाएं। उन्होंने कहा कि पखवाड़ा समाप्त होनेे के दूसरे ही दिन जेटीए संबंधित ग्राम पंचायत में जाए और काम की पैमाईश कर मस्टररोल प्राप्त करे। उन्होंने कहा कि योजना में अधिक से अधिक लोगों को रोजगार देने के लिए सर्वे की नई व्यवस्था की जा रही है, जिसमें प्रत्येक जॉब कार्ड धारक पूरे साल के लिए एक साथ ही आवेदन कर सकेगा कि उसे किस माह के किस पखवाड़े में काम चाहिए। जिले के सभी गांवों में शिविर लगाकर यह आवेदन भरवाए जाएंगे। इनके आधार पर ही मस्टररोल जारी होंगे तथा ज्यादा से ज्यादा लोगों को एक सौ दिन का रोजगार मिल सकेगा।
जिला कलक्टर ने कहा कि पेयजल समस्या के समाधान के लिए पंचायतों को जो राशि दी गई थी, उसका पेयजल टंकी बनाने, पाइप लाइन बदलने आदि में समुचित सदुपयोग करें। उन्होंने कहा कि इस राशि से प्रत्येक पंचायत में एक नई मोटर खरीद कर स्पेयर में रखें ताकि अचानक कोई मोटर जलने पर इसका उपयोग किया जा सके। उन्होंने कहा कि महानरेगा के तहत सार्वजनिक कुंड बनाएं जिससे बरसाती जल का संरक्षण होगा और गांवों में पेयजल समस्या का समाधान भी हो सकेगा। जिला कलक्टर ने कहा कि जिन पंचायत घरों में बिजली नहीं है, उनमें कनेक्शन के लिए आज ही आवेदन करके जाएं। उन्होंने विद्युत निगम के अधिकारियों को निर्देशित किया कि वे एक सप्ताह के भीतर सभी पंचायत घरों में बिजली के कनेक्शन जारी करें। जिला कलक्टर ने कहा कि जिन गांवों में चारे की समस्या है, वहां चारा डिपो का समुचित उपयोग करते हुए पशुधन को चारा उपलब्ध कराएं। उन्होंने विकास अधिकारी को कम्प्यूटर सहित अन्य आवश्यक सामग्री क्रय करने के निर्देश दिए।
जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी अबरार अहमद ने कहा कि भुगतान में शीघ्रता के लिए जो पैमेंट टाइमलाइन तय की गई है, सभी संबधितों को उसका अनुसरण करना होगा। उन्होंने कहा कि जो इस व्यवस्था का अनुसरण नहीं करेगा, उस पर कार्यवाही की जाएगी। उन्होंने कहा कि महानरेगा में कार्य कराते समय यह ध्यान में रखें कि श्रम व सामग्री का समुचित अनुपात बना रहे। उन्होंने कहा कि महानरेगा योजना मूलत श्रमिक केंद्रित योजना है, जिसका लक्ष्य अधिकाधिक ग्रामीणों को रोजगार उपलब्ध कराना है।
पंचायत समिति प्रधान रणजीत सातड़ा ने इस मौके पर कहा कि सरपंच अपने क्षेत्र की समस्याओं को चिन्हित कर इस बैठक के जरिए सामने लाएं ताकि उनका समाधान किया जा सके। उन्होंने कहा कि सरंपच सकारात्मक भाव से कार्य कर अपने-अपने क्षेत्र में विकास के नए आयाम स्थापित करें। बैठक के दौरान ग्राम पंचायत वार बिजली-पानी आपूर्ति, नरेगा व चारा आपूर्ति के संबंध में चर्चा की गई। इस मौके पर उपखंड अधिकारी उम्मेद सिंह, विकास अधिकारी गोपीराम भांभू सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी, ग्राम सेवक, सरपंच, ग्राम रोजगार सहायक, लेखा सहायक, ऑपरेटर आदि मौजूद थे।
जिला कलक्टर ने शुक्रवार दोपहर बाद सरदारशहर पंचायत समिति में आयोजित बैठक में भी अधिकारियों, कर्मचारियों व जनप्रतिनिधियों को आवश्यक निर्देश दिए।
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