शुक्रवार, 23 जुलाई 2010

वूमन एसोसिएशन की ओर से इंद्रमणि पार्क में पौधरोपण


पर्यावरण संरक्षण के लिए पौधरोपण जरूरी- पाठक

चूरू, 23 जुलाई। वूमन एसोसिएशन की ओर से शुक्रवार को शहर के इंद्रमणि पार्क में पौधरोपण किया गया। एसोसिएशन की अध्यक्ष श्रीमती अपूर्वा पाठक ने पौधरोपण का शुभारंभ किया।
इस मौके पर श्रीमती पाठक ने कहा कि पर्यावरण प्रदूषण और ग्लोबल वार्मिंग वर्तमान दौर की सर्वाधिक बड़ी चुनौती है, जो दुनियाभर के वैज्ञानिकों और बुद्धिजीवियों को चिंतित किए हुए हैं। उन्होंने कहा कि पौधरोपण के जरिए दूषित होते पर्यावरण को बचाया जा सकता है। उन्होंने कहा कि बढती आबादी और कटते जंगलों ने हमारे सामने यह संकट पैदा किया है। उन्होंने कहा कि मनुष्य के पैदा किए गए पर्यावरण संकट को खत्म करने की जिम्मेदारी भी हमारी ही है, नही ंतो हमें इसके भयावह परिणाम भुगतने होंगे। इस मौके पर उन्होंने जल संरक्षण पर भी बल दिया। इस दौरान वूमन एसोसिएशन की विभिन्न पदाधिकारी व सदस्य मौजूद थीं।
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निर्माण कार्यों में गुणवत्ता का ध्यान रखें

चूरू, 23 जुलाई। जिला स्तरीय सतर्कता एवं निगरानी समिति की बैठक शुक्रवार को जिला परिषद सभागार में संपन्न हुई।
लोकसभा सांसद की अध्यक्षता में आयोजित बैठक को संबोधित करते हुए जिला कलक्टर ने कहा कि अधिकारी सभी विकास कार्यों में गुणवत्ता का विशेष ध्यान रखें। उन्होंने कहा कि जरा सी लापरवाही के चलते करोड़ों रुपयों से बने भवन और सड़कें अनुपयोगी हो जाते हैं, इसलिए निर्माण एजेंसियों पर नजर रखें और सघन मॉनेटरिंग करते हुए कार्यों में गुणवत्ता सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि सभी भवन निर्माण कार्यों में सड़क से पर्याप्त ऊंचाई का ध्यान रखें और छत भी पर्याप्त ऊंचाई पर ही डालें। उन्होंने कहा कि निर्माण कार्य में लापरवाही बरतने और कार्य में गुणवत्ता का ध्यान नहीं रखे जाने पर संबंधित अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्यवाही की जाएगी।
जिला कलक्टर ने बैठक में उपस्थित अधिकारियों को निर्देशित किया कि वे तीन दिन के भीतर सांसद-विधायक निधि के स्वीकृति के बावजूद शुरू नहीं किए गए कार्यों की सूची देें और काम शुरू नहीं किए जाने का कारण भी बताएं। उन्होंने कहा कि स्वीकृति के बावजूद कार्य शुरू नहीं कराने वाले अधिकारियों के खिलाफ कार्यवाही की जाएगी। उन्होंने कहा कि इंदिरा आवास योजना में वेट लिस्ट के अनुसार ही स्वीकृति निकाली जाए और यह भी सुनिश्चित करें कि कहीं स्थानीय जनप्रतिनिधि अथवा कर्मचारी किसी पात्र को वंचित तो नहीं कर रहे। उन्होंने सानिवि अधिकारियों को निर्देशित किया कि वे बरसात के कारण टूटी सड़कों के प्रस्ताव बनाकर भिजवाएं ताकि उन्हें ठीक कराया जा सके। उन्होंने जलदाय विभाग के अधिकारियों को निर्देशित किया कि खुले पड़े पुराने कुओं और बोरवैल की सूची भिजवाएं तथा उन्हें ढकने और उन पर चबूतरा बनाने की कार्यवाही करें। उन्होंने कहा कि यदि कोई व्यक्ति अपनी निजी कुआ अथवा बोरवैल भी खुला रखता है, तो उस पर कार्यवाही की जाएगी। जिला कलक्टर ने जलदाय अधिकारियों से कहा कि बरसात के कारण अभी थोड़ी राहत है, इसलिए इस समय का सदुपयोग करते हुए वे पाइप लाइनों को रिपेयर कर लें और एसएफसी-टीएफसी में बने ट्यूबवैलों के कनेक्शन कराएं। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि वे संपूर्ण स्वच्छता कार्यक्रम के लिए लोगों को प्रेरित करें और जिले को अव्वल स्थान दिलाएं। उन्होंने बताया कि बीपीएल परिवार को शौचालय निर्माण पर 2200 रुपए की राशि कार्यक्रम के तहत दी जा रही है।
जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी अबरार अहमद ने कहा कि अधिकारी बैठक में आने से पहले पूरा होमवर्क करेें और तैयारी के साथ बैठक में आएं ताकि मसलों पर पर्याप्त विचार-विमर्श किया जाकर कोई समाधान निकाला जा सके।
अध्यक्षता करते हुए लोकसभा सांसद रामसिंह कस्वां ने कहा कि निर्माण कार्यों में अस्टीमेट की अक्षरशः पालना होनी चाहिए और ऎसा नहीं होने पर एजेंसी को भुगतान नहीं किया जाए। उन्होंने कहा कि मनरेगा सहित कुंड निर्माण की विभिन्न योजनाएं किसानों और ग्रामीणों के लिए वरदान साबित हो सकती हैं, बशर्ते सघन मॉनेटरिंग कर इनकी गुणवत्ता सुनिश्चित की जाए।
बैठक में सरदारशहर विधायक अशोक पींचा, चूरू बीडीओ गोपीराम भांभू, राजगढ बीडीओ गोपीराम महला, तारानगर बीडीओ सुलतान सिंह, सुजानगढ बीडीओ मूलाराम, लेखाधिकारी परमेश्वर सिंह, इंद्राज सिंह, उप वन संरक्षक सहित संबंधित अधिकारी व जनप्रतिनिधि मौजूद थे।

चुनाव नियंत्रण कक्ष स्थापित

चूरू, 23 जुलाई । अगस्त में होने वाले नगरपालिका आम चुनाव के मध्येनजर कलक्ट्रेट कार्यालय अधीक्षक कक्ष में नियंत्रण कक्ष की स्थापना की गई है। नियंत्रण कक्ष के दूरभाष नंबर 01562 251322 रहेंगे।
जिला निर्वाचन अधिकारी एवं कलक्टर ने बताया कि नियंत्रण कक्ष के प्रभारी जिला परिवीक्षा एवं समाज कल्याण अधिकारी तथा सहायक प्रभारी कलक्ट्रेट कार्यालय अधीक्षक होंगे।

शत-प्रतिशत लक्ष्य प्राप्त करें- कलक्टर

चूरू, 23 जुलाई। जिला कलक्टर डॉ के के पाठक ने चिकित्सा कार्य से जुड़े कार्मिकों से कहा है िकवे राष्ट्रीय ग्रामीण स्वास्थ्य मिशन एवं आरसीएच के अंतर्गत शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों में संचालित विभिन्न योजनाओं में शत-प्रतिशत लक्ष्य प्राप्त करने के लिए सकारात्मक सोच रखते हुए समर्पित भाव से कार्य करें ताकि जरूरतमंद लोगों को वांछित लाभ मिल सके।
जिला कलक्टर शुक्रवार को रतनगढ में राजकीय धन्वतंरि आयुर्वेद अ श्रेणी अस्पताल में मलेरिया उन्मूलन कार्य के प्रभावी क्रियान्वयन के संंबंध में आयोजित समीक्षा बैठक में चिकित्सा अधिकारियों, एएनएम, आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं, आशा सहयोगिनियों को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि मलेरिया रोग का निदान आसानी से हो सकता है। बुखार होते ही रक्त की जांच कराकर रोगी को क्लोरोक्वीन एवं पैरासिटामोल दिए जाने से ही वह ठीक हो सकता है। उन्होंने कहा कि जिस घर में बुखार का रोगी हो, वहां स्वस्थ व्यक्ति को भी क्लोरोक्वीन दे दें ताकि मच्छर काटने से स्वस्थ मनुष्य में मलेरिया का संक्रमण नहीं हो सके। उन्होंने कहा कि पिछले वर्ष मलेरिया उन्मूलन कार्य प्रभावी होने से इस वर्ष रतनगढ में मलेरिया के रोगी पिछले वर्ष से कम पाए गए। यदि इस वर्ष थोड़ा और अधिक प्रयास किया जाए तो रतनगढ मलेरिया से मुक्त हो सकता है। उन्होंने कहा कि इसमें एएनएम, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और आशा सहयोगिनियों को अपनी अहम भूमिका निभानी चाहिए। उन्होंने कहा कि चिकित्सा कार्य को मिशन के रूप में लेकर सेवा भाव से कार्य करें, इसे व्यवसाय नहीं बनाएं।
डॉ पाठक ने गर्भवती महिलाओं की एएनसी जांच, संस्थागत प्रसव, एक साल तक के शत-प्रतिशत बच्चों का टीकाकरण, नसबंदी और कॉपर टी निवेशन में शत-प्रतिशत लक्ष्य प्राप्त करने के निर्देश संबंधित को दिए। उन्होंने कहा कि ऎसा करने से जिले को पुरस्कार मिल सकेगा और जिला आगे बढेगा। उन्होंने कहा कि इसमें लापरवाही बरतने वालों के विरूद्ध कार्यवाही की जाएगी। उन्होंने कहा कि गर्भवती महिलाओं की एएनसी जांच में शून्य प्रगति वाली एएनएम पर सख्त कार्यवाही होगी तथा जिनकी उपलब्धि लक्ष्य से काफी कम है, उन्हें नोटिस जारी किया जाएगा। उन्होंने कहा कि जिनका कार्य अच्छा होगा, उन्हें पुरस्कृत भी किया जाएगा। जिला कलक्टर ने कहा कि जिनकी प्रगति संतोषजनक नहीं है, वे सुधार करें। अगली बैठक में प्रगति अच्छी होनी चाहिए। जिला कलक्टर ने रतनादेसर की एएनएम को कार्य के प्रति घोर लापरवाही बरतने पर निलंबित करने के आदेश दिए। उन्होंने एसीएमएचओ को कार्य में लापरवाही बरतने वाले कार्मिकों पर सख्त कार्यवाही के निर्देश दिए।
जिला कलक्टर ने आशा सहयोगिनियों को निर्देश दिए कि वे ग्रामीण क्षेत्रों में प्रसूता महिलाओं को अस्पताल में लाकर संस्थागत प्रसव कराएं। उन्होंने कहा कि लोगों को संस्थागत प्रसव के लिए प्रेरित करें। ग्रामीण क्षेत्र में इस प्रकार कार्य करें कि शत-प्रतिशत संस्थागत प्रसव हों। उन्होंने कहा कि जो महिलाएं नसबंदी नहीं कराना चाहती हैं, उन्हें कॉपर टी के लिए प्रेरित करें। एक बार कॉपर टी लगाने के बाद दस साल तक संतान होने की संभावना नहीं रहती है तथा आवश्यक होने पर इसे हटाया भी जा सकता है। उन्होंने कहा कि इसमें लापरवाही बरतने वाली आशा को हटाकर दूसरी को नियुक्त किया जाएगा।
उन्होंने आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं से कहा कि वे ज्यादा से ज्यादा स्वयं सहायता समूह बनाकर उन्हें सक्रिय करें। उन्होंने कहा कि जब अजमेर में एक लाख महिलाएं स्वयं सहायता समूह से जुड़ सकती हैं तो चूरू में क्यों नहीं। उन्होंने कहा कि थोड़ा प्रयास किया जाए तो चूरू में भी ऎसा हो सकता है। उन्होंने एएनएम, आशा सहयोगिनियों व आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं से कहा कि वे चिकित्सा विभाग से संंबंधित सभी गतिविधियों के सफल क्रियान्वयन में आपसी समन्वय रखते हुए सामूहिक प्रयास करें। इससे सफलता अवश्य मिलेगी। जिला कलक्टर ने कहा कि सामान्य जरूरतों की वस्तुएं खरीदने के लिए राशि आवंटित की गई है, उससे आवश्यक सामान खरीद लेंं। राशि उपलब्ध होने के बावजूद उपयोग नहीं किए जाने पर आप स्वयं दोषी होंगे।
अतिरिक्त सीएमएचओ डॉ प्रशांत खत्री ने कहा कि जिन कार्मिकों की प्रगति कम रही है, उन्हें नोटिस दिया जाएगा। उन्होंने जिला कलक्टर को आश्वस्त किया कि आने वाले समय में और अधिक प्रयास कर सभी योजनाओें को गति दी जाएगी। बैठक में एसडीएम के के गोयल सहित चिकित्सा अधिकारी, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, एएनएम, आशा सहयोगिनी मौजूद थीं।
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कलक्टर ने किया सूचना केंद्र का अवलोकन

कलक्टर ने किया सूचना केंद्र का अवलोकन

चूरू, 23 जुलाई। जिला कलक्टर डॉ के के पाठक ने नवनिर्मित भवन मे स्थानांतरित सूचना केंद्र एवं जनसंपर्क कार्यालय का अवलोकन किया।

इस मौके पर उन्होंने कार्यालय के विभिन्न कक्षों, वाचनालय, कम्प्यूटर कक्ष, स्टोर एवं संदर्भ कक्ष का निरीक्षण किया और कहा कि नए सुविधायुक्त भवन में कार्यालय में अधिक बेहतर ढंग से कार्य किया जा सकेगा और पाठकों को अच्छी सुविधाएं मिलेंगी। उन्होंने कहा कि सानिवि अधिकारियों को भवन निर्माण में रही कमियां दुरूस्त करने के लिए निर्देशित किया जाएगा। जिला सूचना एवं जनसंपर्क अधिकारी रामप्रसाद शर्मा ने जिला कलक्टर को कार्यालय की व्यवस्थाओं और कार्यप्रणाली की जानकारी दी। इस मौके पर सहायक जनसंपर्क अधिकारी कुमार अजय, सीताराम जांगिड़, जसवंत िंसह, रामचंद्र, विनोद, गिरधारी सैनी एवं पत्रकार मौजूद थे।

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गुरुवार, 15 जुलाई 2010

अब 26 को होंगी ग्राम सभाएं


चूरू, 15 जुलाई। जिले में 19 अगस्त को प्रस्तावित ग्राम सभाओं के कार्यक्रम में प्रत्येक माह की 15 से 21 तारीख तक चलने वाले राशन वितरण को देखते हुए परिवर्तन किया गया है। अब जिले की सभी ग्राम पंचायतों में 26 अगस्त गुरुवार को ये ग्राम सभाएं आयोजित की जाएंगी।
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ई-ग्राम प्रभारियों का प्रशिक्षण 16 से


चूरू, 15 जुलाई। जिले की प्रत्येक पंचायत समिति पर -ग्राम प्रभारियों विभिन्न विभागों के खंड स्तरीय अधिकारियों को प्रशिक्षण दिया जाएगा।
कलक्टर डॉ के के पाठक ने बताया कि चूरू पंचायत समिति में 16 जुलाई को, रतनगढ में 19 जुलाई को, सरदारशहर में 21 जुलाई को, सुजानगढ में 22 जुलाई को, तारानगर में 28 जुलाई को तथा राजगढ में 30 जुलाई को प्रशिक्षण दिया जाएगा।
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लापरवाह नर्सों पर होगी कार्यवाही

जिला ग्रामीण स्वास्थ्य समिति की बैठक में कलक्टर डॉ पाठक ने दिए आवश्यक निर्देश
चूरू, 15 जुलाई। अपनी ड्यूटी निभाने में कोताही और लापरवाही बरतने वाली एएनएम की अब खैर नहीं। कलक्टर डॉ कृष्णाकांत पाठक ने जननी सुरक्षा योजना सहित विभिन्न स्वास्थ्य योजनाओं में न्यून उपलब्धियों वाली एएनएम के खिलाफ कड़ी कार्यवाही करते हुए उनके स्थानांतरण और निलंबन के निर्देंश दिए हैं।
गुरुवार को कलक्ट्रेट सभागार में आयोजित जिला ग्रामीण स्वास्थ्य समिति की बैठक में जिला कलक्टर डॉ पाठक ने अतिरिक्त मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी को इस संबंध में आवश्यक कार्यवाही के निर्देश दिए और कहा कि जन-स्वास्थ्य से खिलवाड़ करने वाले कर्मचारियों पर कठोर अनुशासनात्मक कार्यवाही जरूरी है। उन्होंने कहा कि जननी सुरक्षा योजना में जिन कर्मचारियों को नोटिस दिए गए हैं, उन पर अग्रिम कार्यवाही तत्काल की जाए। जिला कलक्टर ने इस मौके पर पीसीटीएस साफ्टवेयर में ऑनलाइन डाटा अपडेट नहीं रखने वाले कर्मचारियों पर भी कार्यवाही के निर्देश दिए।
जिला कलक्टर ने इस मौके पर कहा कि बरसात के मौसम में मलेरिया की आशंकाओं को देखते हुए सभी स्वास्थ्य केंद्रों पर आवश्यक दवाएं रखवाएं और किसी भी तरह का बुखार होने पर लोगों को मलेरिया से बचाव की दवा दें। उन्होंने कहा कि दो साल एकदम समुचित ढंग से यह अभियान चलाए जाने पर मलेरिया की आशंकाओं को हमेशा के लिए खत्म किया जा सकता है। जिला कलक्टर ने ग्राम चाड़वास में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के निर्माण में अनियमितता को लेकर सानिवि के अधीक्षण अभियंता के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि अस्पतालों में एमआरएस के जरिए संचालित लाइफ लाइन स्टोर्स को अधिक बेहतर बनाएं और यह प्रयास करें कि सभी आवश्यक दवाएं उपभोक्ताओं को लाइफ लाइन पर उपलब्ध हो जाएं। इससे मरीजों को अच्छी कंपनी की दवाएं सही दरों पर मिल सकेंगी। उन्होंने कहा कि जिला मुख्यालय पर नगरीय पीएचसी के लिए उपलब्ध जमीन पर भवन निर्माण के लिए आवश्यक कार्यवाही करें। जिला कलक्टर ने जननी सुरक्षा योजना, संस्थागत प्रसव, मुख्यमंत्री जीवन रक्षा कोष, परिवार कल्याण कार्यक्रम, टीकाकरण, कुष्ठ उन्मूलन कार्यक्रम, क्षय उन्मूलन कार्यक्रम, जिला अंधता नियंत्रण कार्यक्रम आदि की बिंदुवार समीक्षा कर आवश्यक निर्देश दिए।
बैठक में अतिरिक्त सीएमएचओ डॉ प्रशांत खत्री ने जनसंख्या सप्ताह के दौरान चल रही गतिविधियों एंव विभागीय प्रगति की जानकारी देते हुए बताया कि जिले में अप्रैल से जून तक 7522 संस्थागत प्रसव हुए हैं तथा 7108 महिलाओं को जेएसवाई का लाभ दिया गया है। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री जीवन रक्षा कोष से 13 लाख 21 हजार 160 रुपए व्यय कर 23 हजार 360 मरीजों को लाभान्वित किया जा चुका है। जिला अंधता नियंत्रण कार्यक्रम में 1027 केटरेक्ट ऑपरेशन किए गए हैं। बैठक में जिला प्रजनन एवं शिशु स्वास्थ्य अधिकारी डॉ अजय चौधरी, महिला एवं बाल विकास विभाग की उप निदेशक सावित्री शर्मा, डॉ रामकुमार घोटड़, डीएनओ ललित रंगा सहित संबंधित चिकित्सा अधिकारी मौजूद थे।

सभी अस्पतालों में बनेंगे वाटर हार्वेस्टिंग स्ट्रक्चर -
एसीएमएचओ डॉ प्रशांत खत्री ने बताया कि जिला अस्पताल व उप जिला अस्पताल सहित जिले के सभी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों व प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों पर रेन वाटर हार्वेस्टिंग स्ट्रक्चर बनाए जाएंगे। इसके लिए निदेशालय स्तर से स्वीकृति मिल गई है, जिसके अनुसार जिले की सभी 10 सीएचसी तथा 59 पीएचसी में यह स्ट्रक्चर बनाए जाएंगे। प्रत्येक जिला व उप जिला अस्पताल के लिए 4.40 लाख, प्रत्येक सीएचसी के लिए 2.20 लाख तथा प्रत्येक पीएचसी के लिए 1.08 लाख रुपए की राशि स्वीकृत की गई है।
बनेंगे उप स्वास्थ्य केंद्र भवन -
बैठक में बताया गया कि जिले में 18 गांवों में एनआरएचएम अंतर्गत सब सेंटर बिल्डिंग बनाई जाएंगी। निदेशालय स्तर से प्रत्येक उप स्वास्थ्य केंद्र के भवन के लिए 10 लाख रुपए की प्रशासनिक व वित्तीय स्वीकृति दी गई है। जिले के पुनसीसर, झोथड़ा, गडाना, कनवारी, ब्यामा, जिदेरासर, ढढेरूं गोंदरान, परावा, रेडा, न्यामा, बुकनसर बड़ा, भोजासर बड़ा, मालसर, पतलीसर पुरोहितान, सरदारपुरा, रेजड़ी, ढाणा व नरवासी में सब सेेंटर के भवन निर्माण की स्वीकृति जारी की गई है।
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गुरुवार, 8 जुलाई 2010

शिक्षा मंत्री सुजानगढ़ में
चूरू, 08 जुलाई। शिक्षा, श्रम एवं नियोजन मंत्री मास्टर भंवरलाल मेघवाल शनिवार को सुजानगढ में आयोजित स्थानीय कार्यक्रमों में भाग लेने के बाद दोपहर दो बजे जयपुर के लिए रवाना होंगे।
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नरेगा कार्य समय व टास्क में छूट समाप्त

चूरू, 08 जुलाई। भीषण गर्मी, ऊंचे तापमान व लू को देखते हुए जिले में महानरेगा कार्यों मेंं श्रमिकों को टास्क व कार्य समय में दी गई छूट बरसात का दौर शुरू होने पर समाप्त कर दी गई है। जिला कलक्टर डॉ कृष्णाकांत पाठक ने बताया कि अब महानरेगा कार्य का समय प्रातः 06 बजे से दोपहर तीन बजे तक रहेगा, जिसमें प्रातः 11 से दोपहर 12 बजे तक एक घंटे का भोजनावकाश रहेगा। इसके साथ ही महानरेगा टास्क में दी गई 20 प्रतिशत की छूट भी समाप्त कर दी गई है। यह व्यवस्था तुरंत प्रभाव से लागू कर दी गई है।
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असहाय सहायता में 9.44 लाख स्वीकृत

चूरू, 08 जुलाई। अकाल राहत अंतर्गत जिले में पात्र व्यक्तियों को असहाय सहायता देने के लिए 09 लाख 44 हजार रुपए स्वीकृत किए गए हैं। स्वीकृत राशि से जिले के 3161 व्यक्तियों को एक से पंद्रह जुलाई तक की सहायता राशि का भुगतान किया जाएगा।
जिला कलक्टर डॉ के के पाठक ने बताया कि असहाय सहायता योजना में पात्र वयस्क को 20 रुपए तथा पात्र अवयस्क को 15 रुपए प्रतिदिन बतौर सहायता दिए जाते हैं। उन्होंने बताया कि जिले की चूरू तहसील में 297, रतनगढ में 318, राजगढ में 607, तारानगर में 810, सरदारशहर में 286 तथा सुजानगढ में 843 व्यक्तियों के लिए यह राशि स्वीकृत की गई है।
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उपखंड स्तरीय अस्पतालों में नसबंदी शिविर लगेंगे

चूरू, 08 जुलाई। परिवार कल्याण कार्यक्रम के तहत जिले के उपखंड स्तरीय राजकीय अस्पतालों में नसबंदी शिविरों का आयोजन किया जाएगा।
जिला कलक्टर डॉ के के पाठक ने बताया कि चूरू, रतनगढ एवं सुजानगढ के राजकीय चिकित्सालयों में 11 से 17 जुलाई तक ये शिविर आयोजित होंगे। राजगढ के राजकीय चिकित्सालय में 11, 12, 13, 15 व 17 जुलाई को, सरदारशहर के राजकीय चिकित्सालय में 14 जुलाई को, तारानगर के राजकीय चिकित्सालय में 10 व 19 जुलाई को नसबंदी शिविर आयोजित होंगे। इसके अतिरिक्त साहवा में 16 जुलाई को नसबंदी शिविर आयोजित होगा। इस दौरान कॉपर-टी निवेशन का कार्य भी किया जाएगा।
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बैठक 13 को

चूरू, 08 जुलाई। स्वजलधारा एवं संपूर्ण स्वच्छता कार्यक्रम की समीक्षात्मक बैठक 13 जुलाई को प्रातः 10.30 बजे कलक्ट्रेट सभाकक्ष में जिला कलक्टर डॉ के के पाठक की अध्यक्षता में आयोजित की जाएगी। इसके अलावा राष्ट्रीय पोषाहार सहायता कार्यक्रम की मासिक समीक्षा बैठक 13 जुलाई को कलक्ट्रेट सभाकक्ष में आयोजित होगी। जिला कलक्टर ने संबंधित अधिकारियों को पूरी तैयारी के साथ बैठक में उपस्थित होने के निर्देश दिए हैं।

प्रभारी सचिव ने मौके पर समस्याओं के समाधान के निर्देश दिए

चूरू, 08 जुलाई। रीको प्रबंधक एवं प्रभारी सचिव राजेंद्र भाणावत ने बुधवार शाम जिले की रतनगढ तहसील के गांव गौरीसर के लोगों के बीच बिताई और उनकी समस्याओं को तसल्ली से सुनकर समाधान के निर्देश मौके पर मौजूद अधिकारियों को दिए।
इस मौके पर उन्होंने ग्रामीणों से बिजली-पानी आपूर्ति, महानरेगा कार्य, अन्य योजनाओं में हुए विकास कार्य, विद्यालयों में शिक्षकों की उपस्थिति और छात्र-संख्या, स्वास्थ्य सेवाओं तथा विभिन्न कर्मचारियों की उपस्थिति की स्थिति की जानकारी ली और कहा कि अपनी सुविधाओं, अधिकारों और कर्तव्यों के लिए जागरुक बनें ताकि कोई आपके अधिकारों का हनन नहीं कर सके। उन्होंने गांव के प्राथमिक व माध्यमिक विद्यालय भवन के स्थानांतरण के निर्देश शिक्षा अधिकारियों को दिए और कहा कि कोई भी पात्र विद्यार्थी छात्रवृत्ति से वंचित नहीं रहना चाहिए। प्रभारी सचिव ने कहा कि गौरीसर में करीब 60 फीसदी लोग बीपीएल है, इसलिए बहुत सी कल्याणकारी योजनाओं का लाभ इन्हें मिल सकता है। उन्होंने कहा कि अधिकारी सकारात्मक रवैया रखते हुए ग्रामीणों को विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं से जोड़ें।
कलक्टर डॉ के के पाठक ने इस मौके पर महानरेगा में कुंड निर्माण पर बल देते हुए कहा कि एक तरफ कुंड निर्माण से ग्रामीणों को रोजगार मिलेगा, वहीं दूसरी तरफ बरसाती पानी का संरक्षण होगा तथा पेयजल समस्या से काफी हद तक निजात मिलेगी। ग्रामीणों ने बताया कि सार्वजनिक वितरण प्रणाली अंतर्गत राशन वितरण नियमित ढंग से किया जाता है और जून माह का खाद्यान्न वितरित किया जा चुका है। एसडीएम के के गोयल ने ग्रामीणों को विभिन्न योजनाओं की जानकारी देते हुए बताया कि अदालती आदेश के कारण जोहड़ पायतन भूमि को उपयोग आबादी विस्तार के लिए नहीं किया जा सकता है। जिला परिषद के सहायक अभियंता दयानंद ढाका ने बताया कि इस पंचायत के 09 परिवार इंदिरा आवास योजना में लाभान्वित हुए हैं। सहायक अभियंता रामवीर शर्मा ने वर्ष 08-09, 09-10, 10-11 के महानरेगा कार्यों की सूची पढकर सुनाई, जिसका अनुमोदन ग्रामीणों ने किया। इस मौके पर प्रभारी सचिव ने गोरखाराम और ऋतु को टीएससी योजना के चैक प्रदान किए। इस दौरान सीईओ अबरार अहमद, अधीक्षण अभियंता (विद्युत) निसार मोहम्मद चौहान, अधीक्षण अभियंता (जलदाय) वीडी थानवी, सीएमएचओ विजय जिंदल, जिला रसद अधिकारी हरलाल सिंह, एडीईओ रतनसिंह, तहसीलदार रामावतार कुमावत, उप अधीक्षक जगदीश व्यास सहित विभिन्न अधिकारी एवं ग्रामीण मौजूद थे।
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सरकारी परिसंपत्तियों का समुचित सरंक्षण करें- भाणावत

रीको के प्रबंध निदेशक एवं जिले के प्रभारी सचिव ने अधिकारियों की बैठक में दिए निर्देश
चूरू, 08 जुलाई। रीको के प्रबंध निदेशक एवं जिले के प्रभारी सचिव राजेंद्र भाणावत ने अधिकारियों से कहा है कि वे सार्वजनिक परिसंपत्तियों का समुचित रख-रखाव व संरक्षण करें और यह ध्यान रखें कि कोई भी सरकारी संपत्ति अनुपयोगी नहीं पड़ी रहे।
प्रभारी सचिव गुरुवार को कलक्ट्रेट सभाकक्ष में आयोजित जिला स्तरीय अधिकारियों की बैठक को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि यदि आपके विभाग में कोई परिसंपत्ति अनुपयोगी है तो उसके उपयोग की योजना बनाएं या फिर उसकी सूचना कलक्टर को दें ताकि उसका उपयोग हो सके। उन्होंने कहा कि सार्वजनिक धन से बनी परिसंपत्तियों का सदुपयोग होना चाहिए। हमें सरकारी योजनाओं के क्रियान्वयन में यह दूरदर्शिता भी रखनी चाहिए कि किसी अनुपयोगी निर्माण में धन का व्यय नहीं हो।
प्रभारी सचिव ने कहा कि बरसात होने के कारण अब बिजली-पानी और चारे की समस्याओं से काफी हद तक निजात मिल जाएगी, फिर भी अधिकारी पूरी मुस्तैदी से कार्य करें और आमजन की सुविधाओं का ख्याल रखें। उन्होंने कहा कि अभी बरसात हुई है, इसलिए 15 जुलाई तक चारा डिपो आवश्यकता के अनुसार चालू रखें जा सकते हैं। उन्होंने कहा कि कई बार छोटी-छोटी समस्याओं के चलते जनता की पेयजल-बिजली आपूर्ति में व्यवधान पैदा हो जाता है, इसलिए अधिकारी तुरंत समस्याओं का निदान करें और उन्हें बड़ी समस्या बनने से रोकेंं।
उन्होंने बरसाती पानी के सरंक्षण पर बल देते हुए कहा कि चूरू जैसे मरूस्थलीय जिले में जहां पेयजल की किल्लत रहती है, बरसाती पानी का संग्रहण व उपयोग बहुत जरूरी और महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा कि यहां की भौगोलिक स्थिति को देखते हुए ड्रिप-इरिगेशन प्रणाली के विकास की आवश्यकता है। इस पद्धति से कम पानी से भी बेहतर उत्पादन लिया जा सकता है। उन्होंने शिक्षा अधिकारियों को जिले में शिक्षा का स्तर सुधारने के लिए सघन निरीक्षण कार्यक्रम बनाने के निर्देश दिए और कहा कि सरकार की ओर से संचालित छात्रवृत्ति योजनाओं का लाभ प्रत्येक पात्र विद्यार्थी को मिलना चाहिए। उन्होंने विद्यालयों में स्वच्छता पर विशेष बल देते हुए कहा कि स्कूलों में विद्यार्थियों व शिक्षकों के लिए कॉमन टायलेट होने चाहिए और टॉयलेट्स पर ताले नहीं लगाए रखें। हरित राजस्थान अभियान की प्रगति पर चर्चा करते हुए भाणावत ने कहा कि बरसात के बाद अब अभियान को गति दें और अधिकाधिक पौधरोपण कर जिले को हरा-भरा बनाएं। प्रभारी सचिव ने महिला एवं बाल विकास विभाग की उप निदेशक को निर्देशित किया कि वे आंगनबाड़ी केंद्रों की स्थिति में सुधार के लिए प्रभावी मॉनेटरिंग कर यह सुनिश्चित करें कि योजनाओं का लाभ समाज के वंचित तबके तक पहुंचे। उन्होंने आपणी योजना के अधीक्षण अभियंता को निर्देशित किया कि गांवों में बनाई गई पानी पंचायतों व जल-स्वच्छता समितियों को मजबूत बनाएं और जलापूर्ति सुचारू बनाएं रखें। ं
उन्होंने सार्वजनिक निर्माण विभाग के अधीक्षण अभियंता को निर्देश दिए कि वे बरसात के दौरान क्षतिग्रस्त होने वाली सड़कों का सर्वे कर आवश्यक कार्यवाही करें। प्रभारी सचिव ने जिले में पशुपालन गतिविधियों की पर््रगति, पशुगणना व जिले में दुग्ध उत्पादन की स्थिति की जानकारी ली और दुग्ध उत्पादन बढाने के साथ-साथ पशुपालकों को सहकारी डेयरी से जोड़ने के लिए सक्रिय रहकर कार्य करने के निर्देश डेयरी अधिकारियों को दिए। प्रभारी सचिव ने इस मौके पर पेयजल टंकियों की छत व ढक्कन ठीक कराने के निर्देश दिए। बैठक में प्रभारी सचिव ने बरसात की स्थिति, नगरपालिका चुनावों की तैयारियों, जिले में कानून-व्यवस्था की भी जानकारी प्राप्त की।
कलक्टर डॉ कृष्णाकांत पाठक ने विभिन्न योजनाओं में हुए विकास कार्यों की जानकारी देते हुए बताया कि महानरेगा में फिलहाल एक लाख पांच हजार श्रमिक विभिन्न कार्यों पर नियोजित हैं। उन्होंने बताया कि पिछले सप्ताह में जिले में लगभग सभी स्थानों पर बरसात हुई है और कुछ ही दिनों में संभवतः पशुआेंं के लिए चारे की समस्या से निजात मिल जाएगी। कलक्टर ने कहा कि जिले में महानरेगा में श्रमिकों को पंद्रह दिनों में भुगतान सुनिश्चित करने के लिए विशेष प्रयास किए जा रहे हैं और शीघ्र ही यह लक्ष्य प्राप्त कर लिया जाएगी। उन्होंने बताया कि अकाल राहत अंतर्गत 15 जुलाइ्र्र तक के लिए असहाय सहायत स्वीकृत कर दी गई है। डॉ पाठक ने डेयरी अधिकारियों को मार्केटिंग पर विशेष ध्यान देने के निर्देश दिए। बैठक में सीईओ अबरार अहमद, एडीएम बीएल मेहरड़ा, एएसपी अनिल कयाल, जिला रसद अधिकारी हरलाल सिंह, पशुपालन विभाग के उप निदेशक भंवर सिंह राठौड़, सीएमएचओ वीके जिंदल, डीईओ (प्रारंभिक) ओमप्रकाश जांगिड़, एससी-एसटी निगम के परियोजना अधिकारी शंकरलाल शर्मा, जलदाय विभाग के अधीक्षण अभियंता वीडी थानवी, विद्युत निगम के अधीक्षण अभियंता एनएच चौहान सहित विभिन्न विभागों के जिला स्तरीय अधिकारी मौजूद थे।
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बुधवार, 7 जुलाई 2010

चौपाल में ग्रामीणों से रूबरू हुए एडीएम

चूरू, 07 जुलाई। अतिरिक्त कलक्टर बी एल मेहरड़ा मंगलवार शाम नजदीकी जोड़ी गांव में आयोजित चौपाल में ग्रामीणों से रूबरू हुए और विभिन्न समस्याओं के समाधान के निर्देश मौके पर ही दिए।

इस मौके पर एडीएम मेहरड़ा ने ग्रामीणों से कहा कि वर्तमान समय की जरूरतों को समझते हुए जन ससमयाओं के समाधान के लिए जागरुक बनें। उन्होंने कहा सरकारी योजनाओं का पूरा लाभ पात्र व्यक्तियों को मिले, इसके लिए जनचेतना आवश्यक है।

चौपाल में पेयजल समस्या पर विचार-विमर्श के दौरान एडीएम ने ग्रामीणों को अवैध कनेक्शन हटाने के लिए समझाया और पीएमसी अधिकारियों को पेयजल व्यवस्था सुचारू करने के निर्देश दिए। ग्रामीणों के निवेदन पर एडीएम ने बीपीएल परिवारों को शीघ्र विद्युत कनेक्शन देने तथा घरों के ऊपर से जा रही बिजली की लाइनों को हटाने के निर्देश विद्युत निगम के सहायक अभियंता को दिए। विद्यालय में स्टाफ की समस्या को लेकर एडीएम ने शीघ्र ही कोई व्यवस्था करने का आश्वासन दिया। इस दौरान एसडीएम उम्मेद सिंह ने असहाय सहायता योजना में लाभान्वित ग्रामीणों की सूची चौपाल पर पढकर सुनाई। ग्रामीणों ने सूची के अनुसार सही भुगतान होना बताया।

विकास अधिकारी गोपीराम भांबू ने महानरेगा श्रमिकों को पंद्रह दिनों में भुगतान के लिए जिला कलक्टर द्वारा किए जा रहे प्रयासों की जानकारी देते हुए बताया कि अब वह दिन दूर नहीं, जब तमाम श्रमिकों को पंद्रह दिनों के भीतर हर हाल में भुगतान हो सकेगा। उन्होंने गत दो वर्षों में महानरेगा एवं अन्य योजनाओं के तहत गांव में कराए गए विकास कार्यों की जानकारी दी। ग्रामीणों ने इन कार्यों का अनुमोदन किया। सरपंच मंजू सहारण ने आभार जताया। इस मौके पर एबीईईओ ओमप्रकाश गोस्वामी, ब्लॉक सीएमओ, सहायक अभियंता पीएचईडी, तहसीलदार चूरू सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी, जनप्रतिनिधि एवं ग्रामीण मौजूद थे।

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अधिकारी टीम भावना से कार्य करें- एडीएम

चूरू, 07 जुलाई। अतिरिक्त कलक्टर बी एल मेहरड़ा ने कहा है कि बीस सूत्री कार्यक्रम के मासिक लक्ष्यों के अनुरूप शत-प्रतिशत उपलब्धि अर्जित करने के लिए अधिकारी टीम भावना से कार्य करें ताकि समय रहते लक्ष्य प्राप्त किए जा सकें।
अतिरिक्त कलक्टर बुधवार को सभाकक्ष में आयोजित बीस सूत्री कार्यक्रम की समीक्षात्मक बैठक में अधिकारियों को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि यह कार्यक्रम अनुसूचित जाति, जनजाति एवं गरीबों के उत्थान का कार्यक्रम है। इसका गुणात्मक लाभ जरूरतमंदों को मिले, इसके लिए समर्पण भावना से कार्य करने की जरूरत है। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि वे लक्ष्य प्राप्त करने के साथ-साथ इस बात का भी विशेष ध्यान रखें कि कल्याणकारी कार्यक्रमों का अपेक्षित लाभ गरीबों को मिले। अतिरिक्त कलक्टर ने स्वयं सहायता समूह, खाद्य सुरक्षा, सबके लिए आवास, शुद्ध पेयजल, जन-जन का स्वास्थ्य, संस्थानिक प्रसव, स्वच्छता कार्यक्रम, अनुसूचित जाति एवं जनजाति परिवारों को सहायता, बाल कल्याण, बस्ती सुधार पर्यावरण संरक्षण एवं वनवृद्धि, सामाजिक सुरक्षा, ग्रामीण सड़क एवं ग्रामीण ऊर्जा सूत्र में अब तक की प्रगति की समीक्षा कर अधिकारियों को निर्देश दिए कि जिन सूत्रों में प्रगति कम है, उनमें और अधिक गति लाकर शत-प्रतिशत लक्ष्य प्राप्त करने के प्रयास करें। बैठक में मुख्य आयोजना अधिकारी एवं लेखाधिकारी जिला परिषद परमेश्वर सिंह ने अब तक की प्रगति के बारे में जानकारी दी। बैठक में संबंधित जिलाधिकारी मौजूद थे।
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बैठक 09 को

चूरू, 07 जुलाई। जिला स्तरीय औद्योगिक समिति की बैठक शुक्रवार सवेरे 11 बजे कलक्ट्रेट सभाकक्ष में आयोजित की जाएगी। बैठक में विभिन्न विभागों से संबंधित प्रकरणों तथा औद्योगिक क्षेत्रों की समस्याओं पर चर्चा की जाएगी।
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एनसीसी परिसर में सेमिनार आयोजित

चूरू, 07 जुलाई। जिला मुख्यालय स्थित द्वितीय राज बटालियन एनसीसी परिसर में वार्षिक एएनओ सेमिनार का आयोजन बुधवार को किया गया। इस दौरान एनसीसी की विभिन्न गतिविधियों के वार्षिक प्रतिवेदन पर विचार विमर्श किया गया। इस मौके पर परिसर में कमान अधिकारी एवं एएनओ ने परिसर में पौधरोपण किया।
सेमिनार को संबोधित करते हुए कमान अधिकारी कर्नल सोमवीर ने एनसीसी के उद्देश्यों पर प्रकाश डालते हुए कहा कि एनसीसी पर राष्ट्र निर्माण का दायित्व है। उन्होंने इस साल आयोजित होने वाली गतिविधियों के कैेलेंडर पर चर्चा करते हुए कहा कि सभी एएनओ इन गतिविधियों के सुचारू संचालन के लिए कमर कस लें।
सेमिनार में जल संरक्षण, सेव द टाइगर, पर्यावरण संरक्षण आदि पर भी विस्तार से चर्चा की गई और इनमें एनसीसी के अधिकतम योगदान पर बल दिया गया। सेमिनार में डीडवाना, सादुलपुर, तारानगर, झुंझुनूं, गुढागौड़जी, धनूरी, रामगढ, चूरू के विभिन्न महाविद्यालयों व विद्यालयों के एएनओ मौजूद थे।
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पंद्रह सूत्री कार्यक्रम की समीक्षा बैठक आयोजित

चूरू, 07 जुलाई। अतिरिक्त कलक्टर बी एल मेहरड़ा की अध्यक्षता में बुधवार को प्रधानमंत्री के 15 सूत्री कार्यक्रम की बैठक संपन्न हुई, जिसमें अब तक अर्जित उपलब्धियों की समीक्षा के बाद संबंधित अधिकारियों को वांछित निर्देश दिए गए।
बैठक में समाज कल्याण अधिकारी ने बताया कि जिले में विभिन्न विभागों द्वारा अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों को विभिन्न विभागों की योजनाओं एवं सरकारी योजनाओं से लाभान्वित किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि जिले में गत माह में अल्पसंख्यक समुदाय के पांच हजार 219 लोगों को लाभ प्रदान किया गया है। बैठक में विभागीय अधिकारी मौजूद थे।
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मंगलवार, 6 जुलाई 2010

वास्तविक पीड़ितों को मिले सहायताः- मेहरड़ा

एडीएम ने ली महिला सहायता समिति की बैठक, बैठक के निर्णयों की शीघ्र पालना के निर्देश
चूरू, 06 जुलाई। अतिरिक्त कलक्टर बी एल मेहरड़ा ने मंगलवार को कलक्ट्रेट सभाकक्ष में जिला स्तरीय महिला सहायता समिति की बैठक में विभिन्न प्रकरणों पर चर्चा के बाद आवश्यक कार्यवाही के निर्देश दिए।
इस मौके पर एडीएम मेहरड़ा ने कहा कि महिला सहायता समिति द्वारा वास्तव में पीड़ित महिलाओं को सहायता मिले, इसके लिए आवश्यक है कि संरक्षण अधिकारी संपूर्ण तथ्यों और वास्तविक स्थिति सहित अपनी रिपोर्ट दें। उन्होंने कहा कि अधूरी सूचनाओं से कोई निर्णय लेना संभव नहीं हो पाता है। प्रत्येक मामले में स्वयं सीडीपीओ मौके पर जाए और संबंधित पक्षों से मिलकर मामले की तहकीकात करे। उन्होंने कहा कि पीड़ित पक्ष के बयानों के साथ-साथ संबंधित दस्तावेज भी प्राप्त करें, जिससे समिति को प्रकरण के निस्तारण में आसानी हो। उन्होंने कहा कि पीड़िता की आर्थिक स्थिति कमजोर होने पर न्यायालय में वाद दायर होने के बावजूद जिला स्तरीय समिति की ओर से उसे आर्थिक सहायता दी जा सकती है।
उन्होंने कहा कि महिला उत्पीड़न के मामलों में पीड़िताओं को न्याय दिलाने के लिए आवश्यक है कि उन्हें जिला स्तरीय महिला सहायता समिति और उसके नेटवर्क की पूरी जानकारी हो। उन्होंने इसके लिए व्यापक प्रचार-प्रसार के निर्देश महिला एवं बाल विकास उपनिदेशक को दिए। उन्होंने कहा कि जिला स्तरीय महिला सहायता समिति में चल रहे प्रकरणों से संबंधित पक्षकारों को भी बैठक में बुलाएं ताकि उनसे बातचीत कर मामलों की हकीकत जानी जा सके। उन्होंने कहा कि महिला एवं बाल विकास विभाग के पास बहुत बड़ा नेटवर्क है, जिसकी पहुंच समाज के दलित एवं वंचित तबके तक है। इस नेटवर्क का उपयोग इन तबकों में जागरुकता लाने के लिए करें। एडीएम ने कहा कि ग्राम सभाओं के द्वारा यदि कोई नियम-विरूद्ध नियुक्ति कर दी जाती है तो उसकी समीक्षा करें और उसे निरस्त कराने की कार्यवाही करें। उन्होंने कहा कि न्यायालय में वाद दायर होने के बाद भी महिला उत्पीड़न के मामलों की प्रभावी मॉनेटरिंग करें और प्रगति की रिपोर्टिंग करते रहें।
एडीएम ने इस मौके पर पूर्व बैठक में लिए गए निर्णयों की पालना में लापरवाही बरतने पर महिला एवं बाल विकास विभाग की उपनिेदेशक को स्पष्टीकरण के निर्देश दिए तथा बैठक में अनुपस्थित रहने वाले बाल विकास परियोजना अधिकारियों पर अनुशासनात्मक कार्यवाही किए जाने की बात कही। उन्होंने कहा कि बैठक में लिए गए निर्णयों की त्वरित पालना करें और कार्यवाही की सूचना दें।
महिला एवं बाल विकास उपनिदेशक सावित्री शर्मा ने बैठक में बताया कि समिति में दर्ज हुए 115 प्रकरणों में से 109 का निस्तारण किया जा चुका है। बैठक में चंदा देवी रतनगनगर, अनिता सोनी बीकानेर, मंजू देवी राजलदेसर, प्रेमलता देवी सांखण ताल तथा पानादेवी जासासर से संबंधित मामलों पर विचार-विमर्श कर निर्णय लिए गए। इस दौरान समाज कल्याण अधिकारी रामनिवास यादव, राजगढ सीडीपीओ करणीदान, रतनगढ सीडीपीओ पुष्पलता मंडार, एडवोकेट धन्नाराम सैनी सहित सीडीपीओ, प्रचेता, एनजीओ प्रतिनिधि मौजूद थे।
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सोमवार, 5 जुलाई 2010

11.20 रुपए किलो मिलेगा आटा

चूरू, 5 जुलाई। जिले में सार्वजनिक वितरण प्रणाली अंतर्गत उपभोक्ताओं को 11.20 रुपए किलो गेहूं के आटे का वितरण किया जाएगा। सभी श्रेणी के राशन कार्ड धारकों को प्रति राशन कार्ड अधिकतम 20 किलो आटा दिया जा सकेगा।
जिला कलक्टर (रसद) डॉ के के पाठक ने बताया कि उचित मूल्य दुकानदारों को सार्वजनिक वितरण प्रणाली के अनुसार ही नियमानुसार स्टॉक वितरण रजिस्टर संधारित करना होगा तथा राशन कार्डों में भी आटे की मात्रा, कीमत वितरण तिथि अंकित करनी होगी। उन्होंने बताया कि खाद्य नागरिक आपूर्ति और उपभोक्ता मामले विभाग के निर्देशानुसार जिला मुख्यालय चूरू के नागरिकों के लिए 51 उचित मूल्य दुकानदारों को 1400 क्विंटल, गेहूं के आटे का आवंटन किया गया है। चूरू शहर के 35646 राशन कार्ड धारकों को वितरण के लिए यह आवंटन किया गया है। इसी प्रकार जिले के तारानगर कस्बे के 20 उचित मूल्य दुकानदारों को 6736 राशन कार्ड धारकों के लिए 225 क्विंटल, राजगढ कस्बे के 31 उचित मूल्य दुकानदारों को 13963 राशन कार्ड धारकों के लिए 550 क्विंटल, सुजानगढ के 36 उचित मूल्य दुकानदारों को 24493 परिवारों के लिए 950 क्विंटल, रतनगढ तहसील मुख्यालय के 18643 परिवारों के लिए 15 उचित मूल्य दुकानदारों को 750 क्विंटल तथा सरदारशहर के 35 उचित मूल्य दुकानदारों को 23956 परिवारों के लिए 925 क्विंटल आटे का आवंटन किया गया है। उन्होंने बताया कि जिला तहसील मुख्यालय के अतिरिक्त नगरीय क्षेत्रों के उपभोक्ताओं तथा ग्रामीण क्षेत्रों के लिए 1200 क्विंटल गेहूं के आटे का आवंटन किया गया है।
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जुलाई में चार सेक्टर शिविर

चूरू, 5 जुलाई। किसानों की राजस्व संबंधी कठिनाइयों के निवारण के लिए चूरू तहसील में जुलाई माह में चार सेक्टर शिविर लगाए जाएंगे। चूरू तहसीलदार ने बताया कि 09 जुलाई को चूरू कस्बे में, 14 जुलाई को दूधवाखारा, 19 जुलाई को नाकरासर में तथा 28 जुलाई को खींवासर में सेक्टर शिविर आयोजित किए जाएंगे।
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जुलाई में चार सेक्टर शिविर

चूरू, 5 जुलाई। किसानों की राजस्व संबंधी कठिनाइयों के निवारण के लिए चूरू तहसील में जुलाई माह में चार सेक्टर शिविर लगाए जाएंगे। चूरू तहसीलदार ने बताया कि 09 जुलाई को चूरू कस्बे में, 14 जुलाई को दूधवाखारा, 19 जुलाई को नाकरासर में तथा 28 जुलाई को खींवासर में सेक्टर शिविर आयोजित किए जाएंगे।
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गांव में एक ही जगह बनेगा मिड डे मील

चूरू, 5 जुलाई। विद्यार्थियों को गर्म भोजन उपलब्ध कराने के लिए एक गांव के सभी विद्यालयों में वितरण के लिए ग्राम मुख्यालय पर एक ही जगह पोषाहार बनाया जाएगा। जिला कलक्टर डॉ कृष्णाकांत पाठक ने सभी ब्लॉक शिक्षा अधिकारियों को आदेश की पालना के लिए निर्देशित किया है।
अग्निपीड़ितों को राहत
चूरू, 5 जुलाई। जिले में हुए विभिन्न अग्निकांडों में पीड़ित 22 व्यक्तियों को सहायता के लिए 55 हजार रुपए की राशि स्वीकृत की गई है। जिला कलक्टर डॉ कृष्णाकांत पाठक ने बताया कि उपखंड अधिकारी अथवा तहसीलदारों की अनुशंसा के अनुसार प्रत्येक पीड़ित को दो हजार पांच सौ रुपए की राशि स्वीकृत की गई है।
307.98 लाख के 29 कार्य स्वीकृत
चूरू, 5 जुलाई। महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना के तहत सुजानगढ पंचायत समिति में 307.98 लाख रुपए की लागत के 29 कार्य स्वीकृत किए गए हैं। जिला कलक्टर डॉ कृष्णाकांत पाठक ने बताया कि स्वीकृत कार्यों में पक्का जोहड़ निर्माण, तालाब निर्माण आदि के कार्य शामिल हैं।
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अन्नपूर्णा योजना में खाद्यान्न का आवंटन

चूरू, 5 जुलाई। अन्नपूर्णा योजना में वितरण के लिए 412.6 क्विंटल खाद्यान का तहसीलवार आवंटन किया गया है।
जिला रसद अधिकारी ने बताया कि होलसेल भंडार चूरू को 25 क्विंटल, ग्राम सेवा सहकारी समिति रूपलीसर (सरदारशहर) को 78 क्विंटल, क्रय-विक्रय सहकारी समिति तारानगर को 44.6 क्विंटल, क्रय-विक्रय सहकारी समिति राजगढ को 193 क्विंटल तथा क्रय विक्रय सहकारी समिति सुजानगढ को 72 क्विंटल खाद्यान्न आवंटित किया गया है।
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चाक-चौबंद रहकर कार्य करें अधिकारी - एडीएम

चूरू, 5 जुलाई। अतिरिक्त जिला कलक्टर बी एल मेहरड़ा की अध्यक्षता में सोमवार को विद्युत, पेयजल आपूर्ति एवं मौसमी बीमारियों के संबंध में साप्ताहिक समीक्षा बैठक संपन्न हुई, जिसमें अधिकारियों से विचार-विमर्श किया जाकर जिले में आपूर्ति व्यवस्था सुचारू एवं समुचित बनाये रखने के निर्देश दिए गए।
बैठक में मेहरड़ा ने अधिकारियों से कहा है कि वे संभावित अतिवृष्टि एवं बाढ से निपटने के लिए हरसंभव तत्पर रहें तथा चाक-चौबंद रहकर कार्य करें। उन्होंने कहा कि जहां बरसात का पानी एकत्रित होता है, उनका चिन्हीकरण कर वहां पर पंपसैट व मेडसैट लगाकर पानी की निकासी की सुनिश्चितता की जाए। उन्होंने कहा कि मिट्टी से भरे कट्टे (थैले) पर्याप्त मात्रा में तैयार रखें ताकि जरूरत पड़ने पर उनका उपयोग किया जा सके। रात के समय देखने के लिए सर्च लाइट एवं बैटरी, रस्से एवं बचाव के अन्य साधनों की उपलब्धता रहे, इसकी पुख्ता व्यवस्था की जाए। पानी निकासी के लिए पंप सैट एवं स्टैंड बाई पंप सैट उपलब्ध रहे, इसकी सुनिश्तिता की जाए।
अतिरिक्त कलक्टर ने बैठक में कहा कि चूरू शहर में चांदनी चौक एवं ताजूशाह के तकिये से जेसीबी मशीन लगाकर सप्लाई कराने के निर्देश संबंधित अधिकारियों को दिए। चूरू प्रधान रणजीत सातड़ा द्वारा गाजसर गांव की ओर ध्यान आकर्षित करते हुए अधिकारियों से कहा कि समय रहते यदि पानी निकासी की व्यवस्था नहीं की गई तो गांव का नुकसान हो सकता है। इस पर अतिरिक्त कलक्टर ने इस संबंध में वांछित कार्यवाही करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि संभावित मौसमी बीमारियों की रोकथाम एवं बचाव के लिए प्रभावी उपाय किए जाएं। सभी दवा केंद्रों पर आवश्यक दवाएं पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध रहे, इसका विशेष ध्यान रखा जाए। पेयजल स्रोतों में ब्लीचिंग पावडर समय-समय पर डलवाया जाए ताकि जलजनित बीमारियों से बचा जा सके। उन्होंने कहा कि जिले में विद्युत के ढीले तारों का कसवाया जाए। ग्रामीण क्षेत्रों में नीचे रखे हुए ट्रांसफार्मरों को ऊपर रखवाया जाए, जिससे कि संभावित दुर्घटनाओं से बचा जा सके।
मेहरड़ा ने कहा कि जहां कहीं से भी विद्युत, पेयजल, पानी निकासी के लिए एवं मौसमी बीमारियों के संबंध में सूचना मिलने पर तत्काल कार्यवाही की जाए। इसमें किसी प्रकार की लापरवाही नहीं बरती जाए। उन्होंने कहा कि जिले में पेयजल, विद्युत एवं सार्वजनिक वितरण व्यवस्था सुचारू रहे, इसकी समुचित व्यवस्था की जाए। खाद्य सामग्री का आवश्यक रिजर्व स्टॉक रहना चाहिए। बैठक में बताया गया कि किसी प्रकार की समस्या उत्पन्न होने पर आमजन द्वारा विद्युत अधिकारियों को 01562 250418, 255864, 250427 पर, जलदाय अधिकारियों को 01562 250223 व 250343, आपणी योजना अधिकारियों को 9413356067 तथा नगर परिषद में 01562 250225 व 250318 पर संपर्क किया जा सकता है। बताया गया कि विद्युत, पेयजल, चिकित्सा, नगर परिषद, सार्वजनिक विभाग सहित अन्य अधिकारीगण मौजूद थे।

प्रभारी सचिव 07 जुलाई को आएंगे

चूरू, 05 जुलाई। रीको के निदेशक एवं चूरू जिले के प्रभारी सचिव राजेंद्र भाणावत दो दिवसीय यात्रा पर 07 जुलाई को चूरू आएंगे। वे सात जुलाई को ग्रामीण क्षेत्रों में भ्रमण कर महानरेगा कार्यों का निरीक्षण करेंगे। भाणावत 08 जुलाई को सवेरे 11 बजे जिला अधिकारियों की बैठक में भाग लेकर विभिन्न विकास कार्यों की समीक्षा करेंगे।

सिक्युरिटी गार्ड चयन शिविर लगेंगे

चूरू, 05 जुलाई। जिले के बीपीएल सेंसस 2002 में चयनित परिवारों के सदस्यों का चयन बतौर सिक्युरिटी गार्ड करने के लिए पंचायत समिति मुख्यालयों पर दो-दो दिन के शिविर आयोजित किए जाएंगे।
जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी अबरार अहमद ने बताया कि सिक्युरिटी एंड इंटेलीजेंस सर्विसेस (इंडिया) लिमिटेड द्वारा सुजानगढ पंचायत समिति परिसर में 09 व 10 जुलार्ई, रतनगढ में 12 व 13 जुलाई, सरदारशहर में 15 व 16 जुलाई, तारानगर में 19 व 20 जुलाई, राजगढ में 22 व 23 जुलाई तथा चूरू पंचायत समिति परिसर में 26 व 27 जुलाई को शिविर लगाकर सिक्युरिटी गार्ड के लिए चयन किया जाएगा। गार्ड पद के लिए चयन के बाद संस्था द्वारा एक माह का निशुल्क प्रशिक्षण दिलवाकर प्लेसमेंट दिया जाएगा। उन्होंने बताया कि अभ्यर्थी के लिए न्यूनतम योग्यता उम्र 18 से 35 वर्ष, ऊंचाई 05 फीट 07 इंच, वजन 55 से 60 किग्रा, सीना 80-84 सेमी तथा शारीरिक स्वस्थता निर्धारित की गई है।
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चार लीटर मिलेगा केरोसिन

चूरू, 5 जुलाई। मुख्यमंत्री अन्न सुरक्षा योजना के तहत गैस कनेक्शन धारकों के अलावा सभी श्रेणियों के राशन कार्ड धारकों को चार लीटर केरोसिन उपलब्ध कराया जाएगा। जिला रसद अधिकारी ने यह जानकारी दी।
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अब तुम्हारे हवाले वतन साथियों...

शहीद मुकेश की राजकीय सम्मान से अंत्येष्टि
देशभक्ति के नारों से गूंज उठा गगन, एडीएम-एसपी ने पुष्प-चक्र अर्पित कर दी भावपूर्ण श्रद्धांजलि
चूरू, 4 जुलाई। ‘भारत माता की जय’, ‘वंदेमातरम’ एवं ‘जब तक सूरज चांद रहेगा, मुकेश तेरा नाम रहेगा’ जैसे गगनभेदी नारों और देशभक्ति से जज्बे से भरे माहौल के बीच रविवार को जिले की रतनगढ तहसील के भुखरेड़ी गांव के लाड़ले मुकेश भास्कर का अंतिम संस्कार राजकीय सम्मान से कर दिया गया। वे 30 जून को जम्मू-कश्मीर के मच्छल सेक्टर में आतंकवादियों से लोहा लेते हुए शहीद हो गए थे। शहीद की शवयात्रा में शामिल भुखरेड़ी एवं आस-पास के सैकड़ों लोगों ने उन्हें अश्रुपूर्ण विदाई दी। छोटे भाई इंद्रचंद ने शहीद की चिता को मुखाग्नि दी।
अतिरिक्त कलक्टर बीएल मेहरड़ा ने शहीद की पार्थिव देह पर पुष्प-चक्र अर्पित कर शासन व प्रशासन की ओर से उन्हें श्रद्धांजलि दी। पुलिस अधीक्षक निसार अहमद, सांसद रामसिंह कस्वां, रतनगढ विधायक राजकुमार रिणवां, जिला सैनिक कल्याण अधिकारी मेजर रामकुमार कस्वां, एसडीएम के के गोयल, प्रधान संतोष तालणियां, अभिनेष महर्षि, पूर्णाराम और शहीद के साथी जवानों सहित बड़ी संख्या में जनप्रतिनिधियों, अधिकारियों और गणमान्य नागरिकों ने शहीद के शव पर पुष्प-चक्र अर्पित कर उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि दी। राजस्थान पुलिस के सशस्त्र जवानों ने हवाई फायर कर शहीद को सलामी दी।
शहीद के शव के साथ आए भारतीय सेना के रिसालदार सतवीर सिंह एवं सूबेदार मानसिंह ने बताया कि जम्मू-कश्मीर के मच्छल सेक्टर में 30 जून को सवेरे छह बजे आरंभ हुई मुठभेड़ में दोपहर 11.50 पर गनर मुकेश भास्कर के सिर में गोली लगी और वे देश के लिए शहीद हो गए। उन्होंने बताया कि वर्ष 2002 में सेना में भर्ती हुए मुकेश अपने कर्तव्य और देश के लिए निष्ठा रखने वाले सिपाही थे। मुकेश का विवाह दो साल पूर्व सुमन देवी से हुआ था। उनके परिवार में पिता पोखरमल, मां अणची देवी, पत्नी सुमन, दो भाई, एक बहन और एक वर्षीय पुत्री हैं।
एडीएम बीएल मेहरड़ा एवं एसपी निसार अहमद ने इस मौके पर शहीद के परिजनों को ढाढस बंधाते हुए अपनी ओर से हरसंभव मदद का आश्वासन दिया। एडीएम मेहरड़ा ने कहा कि फर्ज की जंग में कुर्बान हुए मुकेश की शहादत पर पूरे देश को गर्व है। एसपी निसार अहमद ने कहा कि देश के लिए जान हथेली पर लेकर लड़ने वाले मुकेश जैसे सिपाहियों के दम पर ही देश की जनता महफूज है।
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जिले में 19 अगस्त को होंगी ग्राम सभाएं

चूरू, 02 जुलाई। ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज विभाग जयपुर से प्राप्त निर्देशानुसार जिले की समस्त ग्राम पंचायतों में 19 अगस्त को ग्राम सभाएं आयोजित की जाएंगी। इस दौरान ग्राम पंचायतों में निष्पादित कार्यों तथा 01 अक्टूबर 09 से मार्च 10 तक के लेखों का सामाजिक अंकेक्षण किया जाएगा।
जिला कलक्टर डॉ के के पाठक ने बताया कि जिला कार्यक्रम समन्वयक व जिला कलक्टर तथा अतिरिक्त जिला समन्वयक व सीईओ अबरार अहमद सामाजिक अंकेक्षण के उत्तरदायी अधिकारी होंगे जबकि परियोजना अधिकारी (लेखा) जिला परिषद चूरू संपूर्ण जिले के लिए नोडल अधिकारी रहेंगे।
उन्होंने बताया कि जिले में कलस्टरवार 33 प्रभारी अधिकारी लगाए गए हैं जिनमें एडीएम, एसीईओ, एससी विकास निगम के परियोजना प्रबंधक, सहकारी समितियों के सहायक रजिस्ट्रार, कृषि विस्तार के उपनिदेशक, इंदिरा गांधी नहर परियोजना के अधिशाषी अभियंता, जलदाय विभाग तारानगर के अधिशाषी अभियंता, डीआरसीएचओ, सीएमएचओ, सानिवि रतनगढ के अधिशाषी अभियंता, डीईओ (माध्यमिक), भूमि विकास बैंक के सचिव, सानिवि सरदारशहर के अधिशाषी अभियंता तथा आपणी योजना सरदारशहर के अधिशाषी अभियंता शामिल हैं।
डॉ पाठक ने बताया कि इसी प्रकार अधिशाषी अभियंता भूजल संसाधन जिला परिषद चूरू, प्रबंध निदेशक केंद्रीय सहकारी बैंक चूरू, अधिशाषी अभियंता महानरेगा जिला परिषद चूरू, अधीक्षण अभियंता आपणी योजना चूरू, अधिशाषी अभियंता सार्वजनिक निर्माण विभाग चूरू, महाप्रबंधक जिला उद्योग केंद्र चूरू, एसीएफ वन विभाग चूरू, डीईओ (प्रारंभिक), अधिशाषी अभियंता अभियांत्रिकी जिला परिषद चूरू, सहायक अभियंता जिला परिषद, जिला रसद अधिकारी, सानिवि के अधीक्षण अभियंता, जिला रोजगार अधिकारी, जलदाय विभाग के अधीक्षण अभियंता, उप वन संरक्षक, पीएचईडी सुजानगढ के अधिशाषी अभियंता, राज्य बीमा एवं प्रावधायी निधि विभाग के सहायक निदेशक, सहायक लेखाधिकारी कलक्ट्रेट को कलस्टर प्रभारी अधिकारी लगाया गया है।
जिला कलक्टर ने कार्यक्रम अधिकारियों एवं विकास अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि वे पंचायती राज एवं ग्रामीण विकास विभाग से प्राप्त दिशा-निर्देर्शों के अनुसार सामाजिक अंकेक्षण का कार्य समय पर संपादित करवाया जाना सुनिश्चित करें। उन्होंने यह दिशा-निर्देश भी दिए हैं कि सामाजिक अंकेक्षण का कार्य पूर्ण होने के पश्चात ग्राम पंचायतवार रिपोर्ट निर्धारित प्रपत्र में जिला परिषद कार्यालय में भिजवाएं।
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जिला आयोजना समिति की बैठक में वार्षिक योजना का अनुमोदन

चूरू, 02 जुलाई। जिला परिषद सभागार में शुक्रवार को जिला आयोजना समिति की बैठक जिला प्रमुख कौशल्या देवी की अध्यक्षता में आयोजित की गई। बैठक में जिले की वर्ष 2010-11 की 55429.63 लाख रुपए की वार्षिक योजना का अनुमोदन किया गया।
बैठक को संबोधित करते हुए जिला कलक्टर डॉ कृष्णाकांत पाठक ने कहा कि सरकार की मंशा यह है कि योजनाओं के निर्माण का अधिकतम विकेंद्रीकरण हो ताकि अधिक उपयोगी व व्यावहारिक योजनाएं बनें। उन्होंने कहा कि विभागीय अधिकारी यह सुनिश्चित करें कि विकास के कार्यों में लगने वाली राशि का सदुपयोग हो। मुख्य कार्यकारी अधिकारी अबरार अहमद ने बताया कि 11 वीं पंचवर्षीय योजना के चतुर्थ वर्ष की वार्षिक योजना में राज्य स्तर से प्राप्त सीलिंग के अनुसार 55429.63 लाख रुपए का आउटले प्रस्तावित है। इसमें से राज्य आयोजना मद में 13791.18 लाख रुपए, केंद्र प्रवर्तित आयोजना मद में 40988.45 लाख रुपए तथा वित्तीय संस्थानों द्वारा 650 लाख रुपए की राशि निर्धारित की गई है। उन्होंने बताया कि कुल आउटले का 45.51 प्रतिशत चालू कार्यों के लिए तथा 54.49 प्रतिशत नवीन कार्यों के लिए रखा गया है। उन्होंने बताया कि जिले में ग्रामीण विकास के लिए सर्वाधिक 48.28 प्रतिशत राशि रखी गई है तथा महानरेगा के लिए 23261.31 लाख रुपए का प्रावधान किया गया है। विभागीय अधिारियों ने प्रस्तावित राशि से किए जाने वाले कार्यों के बारे में जानकारी दी। बैठक में मुख्य आयोजना अधिकारी परमेश्वर सिंह, समाज कल्याण अधिकारी रामनिवास यादव, बीडीओ गोपीराम भांभू, गोपीराम महला, सुलतान सिंह, विद्युत निगम के अधीक्षण अभियंता एनएम चौहान सहित अधिकारी एवं आयोजना समिति के सदस्य उपस्थित थे।
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चौपाल में ग्रामीणों से रूबरू होंगे कलक्टर

चूरू, 02 जुलाई। जिला कलक्टर डॉ के के पाठक जुलाई माह में जिले के पांच गांवों के लोगों से चौपाल कार्यक्रम के जरिए रूबरू होंगे।
जिला कलक्टर ने बताया कि 05 जुलाई को राजगढ पंचायत समिति के गांव रतनपुरा में राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय, 06 जुलाई को सुजानगढ पंचायत समिति के गांव आबसर के राजकीय उच्च प्राथमिक कन्या विद्यालय में, 07 जुलाई को रतनगढ पंचायत समिति के गौरीसर गांव के मोहनलाल रतनीदेवी जालान राजकीय माध्यमिक विद्यालय में, 08 जुलाई को सरदारशहर पंचायत समिति के काकलासर गांव के राजकीय माध्यमिक विद्यालय में तथा 09 जुलाई को तारानगर पंचायत समिति के ढाणी कुम्हारान गांव के राजकीय बालिका उच्च प्राथमिक विद्यालय में चौपाल कार्यक्रम आयोजित कर ग्रामीणों की समस्याओं का मौके पर ही समाधान किया जाएगा। उन्होंने सभी जिला स्तरीय अधिकारियों को संबंधित सूचनाओं सहित चौपाल कार्यक्रम में मौजूद रहने के लिए निर्देशित किया है।

स्वच्छता कार्यक्रम को सफल बनाएं - कलक्टर

चूरू, 02 जुलाई। जिला कलक्टर डॉ के के पाठक ने कहा है कि संपूर्ण स्वच्छता कार्यक्रम किसी एक व्यक्ति का कार्यक्रम नहीं है, अपितु मानव के स्वास्थ्य से जुड़ा एक जनकल्याण का कार्यक्रम है, इसके सफल क्रियान्वयन के लिए सरकारी प्रयासों के साथ-साथ जनप्रतिनिधियों, स्वैच्छिक संगठनों एवं समाज के सभी वर्गों के लोगों का सहयोग जरूरी है।
जिला कलक्टर शुक्रवार को भौरूका चेरिटबल ट्रस्ट की ओर से आयोजित केयर राजस्थान, जिला परिषद एवं स्वास्थ्य विभाग के सहयोग से संपूर्ण स्वच्छता पर आयोजित एक दिवसीय आमुखीकरण कार्यशाला में मुख्य अतिथि के रूप में बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि जिले में चयनित 16 निर्मल ग्राम पंचायतों के स्तर को बनाए रखें तथा प्रस्तावित 11 निर्मल ग्राम पंचायतों में स्वच्छता के सभी मानदंडों को पूरा करते हुए इन्हें संपूर्ण स्वच्छ बनाने के प्रयास करें। डॉ पाठक ने कहा कि कि संपूर्ण स्वच्छता कार्यक्रम के तहत ग्रामीण क्षेत्रों में विद्यालयों एवं आंगनबाड़ी केंद्रों में बने शौचालयों का उपयोग होना चाहिए। उन्होंने जनप्रतिनिधियों से कहा कि वे गांव में बाहर शौच जाने की प्रवृत्ति पर रोक लगाएं तथा शौचालय में ही शौच जाने के लिए प्रेरित करें ताकि ग्राम स्वच्छ और ग्रामीण स्वस्थ रहें।
डॉ पाठक ने निर्मल गांव के चयनित 16 पंचायतों एवं प्रस्तावित 11 पंचायतों के सरपंचों से कहा कि वे आदर्श पंचायत के सरपंच हैं। अपनी पंचायतों को और अधिक आदर्श बनाएं ताकि अन्य पंचायतों के सरपंच भी इससे प्रेरणा लेे सकें। उन्होंने आशा सहयोगिनियों से कहा कि वे जननी सुरक्षा योजना की तरफ विशेष ध्यान दें तथा ज्यादा से ज्यादा महिलाओं का संस्थागत प्रसव कराएं। महिलाओं और बच्चों के स्वास्थ्य के बारे में जानकारी सुलभ कराएं। उन्होंने कहा कि टीकाकरण के दिन ग्राम स्वास्थ्य समिति की बैठक बुलाई जाए। बच्चे को जन्म लेते ही मां का दूध पिलाया जाए, इससे बच्चे में रोगनिरोधक क्षमता का विकास होने से वह स्वस्थ रहेगा। परिवार कल्याण कार्यक्रम की चर्चा करते हुए जिला कलक्टर ने इसे बढावा देने के लिए अंतराल साधनों के उपयोग की आवश्यकता पर बल दिया। जिला कलक्टर ने कहा कि जिंदगी को उसकी लंबाई से नहीं, उसकी गहराई से नापा जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि किसी काम के लिए दूसरों को प्रेरित करने से पहले स्वयं को प्रेरित होना चाहिए। उन्होंने जनप्रतिनिधियों से कहा कि वे सरकार द्वारा संचालित योजनाओं की सफल क्रियान्विति में अपना सक्रिय सहयोग प्रदान करें और बचत की आदत डालें। उन्होंने कार्यशाला में भाग ले रहे सरपंचों व आशा सहयोगिनियों से कहा कि वे इस कार्यशाला से ज्ञान व प्रेरणा लें और गांवों में जाकर स्वच्छता और स्वास्थ्य के प्रति लोगों को प्रेरित कर जागरुक बनाएं, तभी इस कार्यक्रम की सार्थकता साबित होगी।
कार्यशाला में जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी अबरार अहमद ने कहा कि किसी भी देश के विकास के लिए वहां के नागरिकों का स्वस्थ रहना बहुत जरूरी है। उन्होंने कहा कि आज हम भौतिक संसाधनों को अहमियत दे रहे हैं, जबकि शिक्षा, स्वच्छता और स्वास्थ्य अर्थात मानव संसाधनों की ओर कम ध्यान दे रहे हैं। इस सोच को बदलते हुए हमें मानव संसाधनों को अधिक महत्व देना होगा। उन्होंने कहा कि राष्ट्र की माताएं और बच्चे स्वस्थ नहीं होंगे तो भौतिक संसाधनों का उपयोग कौन करेगा। उन्होंने कहा कि वर्तमान में गांवों में आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, एएनएम और आशा जो समाज सेवा का कार्य कर रही हैं, वह सराहनीय है। उन्होंने कहा कि हमें उनका मूल्यांकन उनके मानदेय से नहीं, अपितु उनके कार्य से करना चाहिए। उन्होंने जनप्रतिनिधियों से कहा कि वे ग्रास रूट पर लगे कार्मिकों का विकास कार्यों में सहयोग करें तथा उनका मनोबल बढाएं।
आरसीएचओ डॉ अजय चौधरी ने जनप्रतिनिधियों एवं आशा सहयोगिनियों से कहा कि वे स्वच्छता और स्वास्थ्य के सभी मानदंड पूरे करें तथा मातृ-शिशु मृत्यु दर को कम करें। उन्होंने छह जानलेवा बीमारियों की जानकारी देते हुए उनकी रोकथाम और बचाव के उपायों व टीकों के बारे में जानकारी दी। कोर्डिनेटर पंकज शर्मा ने ग्राम स्वास्थ्य समिति के बारे में विस्तार से जानकारी दी। केयर राजस्थान के कार्यक्रम अधिकारी सैयद मोहम्मद अब्बास ने समेकित पोषण एवं स्वास्थ्य कार्यक्रम के बारे में बताया। संपूर्ण स्वच्छता कार्यक्रम के कोर्डिनेटर श्याम सुंदर ने संपूर्ण स्वच्छता कार्यक्रम के उद्देश्यों एवं निर्मल ग्राम के लिए पात्रता के बारे में प्रकाश डाला। कार्यशाला में 27 ग्राम पंचायतों के सरपंच, आशा सहयोगिनियों सहित अन्य अधिकारी मौजूद थे।
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आपसी समन्वय से होगा जल समस्या का समाधान - कलक्टर


कलक्ट्रेट सभागार में पानी पंचायतों, पानी फैडरेशनों व ग्राम जल एवं स्वच्छता समितियों के प्रतिनिधियों की बैठक में कलक्टर ने दिए अधिकारियों को निर्देश
चूरू, 01 जुलाई। आपणी योजना से जुड़े गांवों में पानी आपूर्ति के विभिन्न पहलुओं पर मंथन के लिए गुरुवार को कलक्ट्रेट सभाकक्ष में पानी पंचायतों, पानी फैडरेशनों और ग्राम जल एवं स्वच्छता समितियों के प्रतिनिधियों की बैठक हुई। जिला कलक्टर डॉ कृष्णाकांत पाठक की अध्यक्षता में हुई बैठक में कलस्टर वार आपणी योजना में जलापूर्ति पर चर्चा की गई।
जिला कलक्टर डॉ कृष्णाकांत पाठक ने बैठक के दौरान कहा कि बढती आबादी के साथ-साथ जल संकट समूची दुनिया के सामने एक भयावह संकट के रूप में सामने आता जा रहा है और हम भी इससे कहीं अछूते नहीं है। हम सभी को मिल-बैठकर इस संकट का समाधान खोजना होगा। हमें पेयजल के उपयोग में मितव्ययता को बढावा देना पड़ेगा और साथ ही साथ वैकल्पिक एवं परंपरागत स्रोतों पर ध्यान देना होगा, खासकर बरसाती पानी के संरक्षण को लेकर खासी संभावनाएं हैं।
जिला कलक्टर ने बताया कि गर्मी के पिछले दिनों आपणी योजना में जलापूर्ति में सुधार के लिए खासे प्रयास किए गए हैं और इसके चलते सुधार हुआ भी है लेकिन फिलहाल भी काफी गुजाइश है। अधिकारियों और आमजन दोनों को ही इसके लिए मिलजुल कर कार्य करने की जरूरत है। उन्होंने पानी पंचायत एवं ग्राम जल स्वच्छता समितियों के प्रतिनिधियों से कहा कि वे छोटी-मोटी समस्याओं को अपने स्तर पर संभालना सीखें और समाधान के लिए रचनात्मक प्रयास करें। उन्होंने कहा कि आपणी योजना में टंकियों की सफाई और बरसाती पानी के संरक्षण के लिए टांकों का निर्माण महानरेगा में किया जा सकता है। इसके लिए यदि ग्राम पंचायत प्रस्ताव नहीं भेजती है तो आप सीधे प्रस्ताव भेजें, उनकी स्वीकृति जारी कर दी जाएंगी। अवैध कनेक्शन हटवाने के लिए समझाइश करें और यदि इसके बाद भी लोग नहीं मानते हैं तो उन पर प्रशासन का सहयोग लेकर कार्यवाही करें। पानी की चोरी करने वालों पर आपराधिक मुकदमों के साथ-साथ आर्थिक जुर्माना भी लगाएं ताकि लोग इससे बाज आएं। उन्होंने पानी पंचायत तथा ग्राम जल स्वच्छता समितियों की रिपोर्ट को अधिकृत मानकर पानी चोरी का मुकदमा दर्ज करने के निर्देश भी दिए। उन्होंने कहा कि जब आप एफआईआर कराते हैं तो इसकी एक प्रति जिला मुख्यालय भी भेज दें ताकि समुचित कार्यवाही की जा सके। उन्होंने कहा कि पानी पंचायतों एवं समितियों को मजबूत करने के लिए आप किसान क्लब के रूप मेें इसे विकसित करने पर आपकी आय के स्रोत बढ सकते हैं।
जिला कलक्टर ने आपणी योजना के अधीक्षण अभियंता को निर्देश दिए कि यदि कोई अधिकारी या कर्मचारी अपने कर्तव्यों में लापरवाही करता है तो तुरंत उसके खिलाफ कार्यवाही करें। उन्होंने योजना में सभी टंकियों की सफाई वर्ष में दो-तीन बार नियमित रूप से करने, फिल्टर प्लांट नियमित रूप से चालू रखने और टंकियों में ब्लीचिंग पावडर नियमित रूप से डालने के निर्देश दिए।
इस दौरान गावोंं में अतिरिक्त पीएसपी लगाने, उच्च जलाशयों की सफाई, पंपों की रिपेयर, चांदेड़ी बड़ी में जलापूर्ति के लिए अतिक्ति डीजल पंप लगाने, गंदे पानी की शिकायतों पर नमूने लेकर प्रयोगशालाओं में भेजने सहित विभिन्न बिंदुओं पर विचार-विमर्श के बाद आवश्यक निर्देश जारी किए गए।
बैठक में आपणी योजना के अधीक्षण अभियंता एस के शर्मा, निदेशक गौतम साधु, भौरूका चैरिटेबल ट्रस्ट के ट्रस्टी अशोक अग्रवाल, प्रोजेक्ट लीडर देवानंद श्रीवास्तव, अमिताभ बनर्जी सहित योजना से जुड़े अधिकारी व पानी पंचायत, पानी फैडरेशन व ग्राम जल एवं स्वच्छता समितियों के प्रतिनिधि मौजूद थे।
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समीक्षा बैठक 14 जुलाई को

चूरू, 30 जून। सांसद तथा विधायक स्थानीय क्षेत्र विकास मद के कार्यों की समीक्षा बैठक 14 जुलाई को कलक्ट्रेट सभागार में आयोजित की जाएगी। मुख्य कार्यकारी अधिकारी अबरार अहमद ने संबंधित अधिकारियों को पूरी तैयारी के साथ बैठक में उपस्थित होने के लिए निर्देशित किया गया है।
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सभी बीपीएल नागरिकों को मिलेगा ऋण

चूरू, 30 जून। चूरू शहर के सभी बीपीएल नागरिकों को अब शहरी स्वरोजगार योजना में ऋण मिल सकेगा। योजना के मुताबिक मिलने वाले अधिकतम दो लाख रुपए में से नगर परिषद की ओर से 25 प्रतिशत अनुदान दिया जाएगा।
नगर परिषद सभापति गोविंद महनसरिया ने बताया कि योजना में बैंकों के जरिए ऋण देने की प्रक्रिया शुरू हो गई है। इच्छुक व्यक्ति नगर परिषद से फार्म प्राप्त कर आवेदन प्रस्तुत कर सकते हैं। फार्म में साथ पूर्व में किसी बैंक से ऋण नहीं लेने का शपथ पत्र, बीपीएल मेडिकल कार्ड, राशन कार्ड की सत्यापित प्रति एवं फोटो संलग्न करने होंगे। आवेदन परिषद कार्यालय में दिए जा सकते हैं।
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श्रेष्ठ युवा मंडल पुरस्कार के लिए आवेदन मांगे

चूरू, 30 जून। श्रेष्ठ युवा मंडल पुरस्कार के लिए आवेदन आमंत्रित किए गए हैं। आवेदन की अंतिम तिथि 10 अगस्त निर्धारित की गई है।
नेहरू युवा केंद्र के जिला युवा समन्वयक ने बताया कि चयन समिति की अभिशंषा पर श्रेष्ठ युवा मंडल को दस हजार रुपए का पुरस्कार दिया जाएगा। इसके अलावा दो युवाओ (एक महिला-एक पुरूष) को पांच-पांच हजार रुपए के पुरस्कार गत वर्ष के कार्य के आधार पर प्रदान किए जाएंगे। आवेदन कार्यालय समय में नेहरू युवा केंद्र से प्राप्त किए जा सकते हैं।
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कार्यशालाएं 19 जुलाई से

चूरू, 30 जून। उत्तर मैट्रिक छात्रवृत्ति योजना के आवेदन पत्रों को भरने, छात्रवृत्ति प्रक्रिया एवं आक्षेपों की शिकायतों को कम करने के मकसद से तहसील स्तर पर कार्यशालाओं का आयोजन 19 जुलाई से किया जाएगा।
जिला परिवीक्षा एवं समाज कल्याण अधिकारी रामनिवास यादव ने बताया कि राजस्थान महाविद्यालय सांखू रोड राजगढ में 19 जुलाई, श्रीअमीचंद मेमेारियल शिक्षा शास्त्री महाविद्यालय तारानगर में 23 जुलाई, सरस्वती टीटी कॉलेज सरदारशहर में 27 जुलाई, जिला कार्यालय सामाजिक न्याय एवं आधिकारिता विभाग चूरू में 04 अगस्त, परमानंद त्रिलोकचंद टीटी कॉलेज सुजानगढ में 13 अगस्त तथा राजकीय अंबेडकर छात्रावास रतनगढ में 19 अगस्त को कार्यशाला का आयोजन किया जाएगा।
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कार्यशालाएं 19 जुलाई से

चूरू, 30 जून। उत्तर मैट्रिक छात्रवृत्ति योजना के आवेदन पत्रों को भरने, छात्रवृत्ति प्रक्रिया एवं आक्षेपों की शिकायतों को कम करने के मकसद से तहसील स्तर पर कार्यशालाओं का आयोजन 19 जुलाई से किया जाएगा।
जिला परिवीक्षा एवं समाज कल्याण अधिकारी रामनिवास यादव ने बताया कि राजस्थान महाविद्यालय सांखू रोड राजगढ में 19 जुलाई, श्रीअमीचंद मेमेारियल शिक्षा शास्त्री महाविद्यालय तारानगर में 23 जुलाई, सरस्वती टीटी कॉलेज सरदारशहर में 27 जुलाई, जिला कार्यालय सामाजिक न्याय एवं आधिकारिता विभाग चूरू में 04 अगस्त, परमानंद त्रिलोकचंद टीटी कॉलेज सुजानगढ में 13 अगस्त तथा राजकीय अंबेडकर छात्रावास रतनगढ में 19 अगस्त को कार्यशाला का आयोजन किया जाएगा।
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चौपाल पर खुलीं समाधान की राहें

सात्यूं में ग्रामीणों से मुखातिब हुए कलक्टर, मौके पर ही सुलझाईं समस्याएं, दिए निर्देश
चूरू, 30 जून। तारानगर तहसील के गांव सात्यूं में मंगलवार शाम जिला कलक्टर डॉ कृष्णाकांत पाठक ने चौपाल पर जुटे ग्रामीणों से उनकी समस्याओं पर सिलसिलेवार चर्चा शुरू की तो समाधान की राहें स्वतः ही खुलतीं गईं और गांव वालों की तमाम मुश्किलें आसान होती नजर आईं। डॉ पाठक ने इस मौके पर तसल्ली से गांव वालों की पीड़ा सुनी और हक के लिए जागरुक होने की बात कही।
जिला परिषद के सीईओ अबरार अहमद सहित विभिन्न प्रशासनिक एवं विभागीय अधिकारियों के साथ चौपाल पर आए कलक्टर डॉ पाठक ने महानरेगा टास्क व भुगतान, बिजली, पानी, अकाल राहत, चिकित्सा एवं पशुपालन, अनुग्रह सहायता, कृषि बीमा, कृषि आदान सहायता वितरण, सार्वजनिक वितरण प्रणाली आदि मसलों पर ग्रामीणों की बात सुनी और तत्काल ही समस्याओं के समाधान के निर्देश दिए।
इस मौके पर ग्रामीणों से संवाद करते हुए जिला कलक्टर ने कहा कि हम जल्दी ही उस आदर्श स्थिति में होंगे, जब जिले में महानरेगा श्रमिकों का भुगतान पखवाड़ा खत्म होने के पंद्रह दिनों के भीतर हो जाएगा। उन्होंने ग्रामीणों से कहा कि महानरेगा में टास्क के मुताबिक पूरा कार्य करें ताकि पूरी मजदूरी मिले। उन्होंने कहा कि एक दिन में एक सौ रुपए प्रतिदिन कमाने की संभावना के बावजूद यदि आप कम ही टास्क कर पाते हैं तो फिर आपको इसका आर्थिक नुकसान उठाना पड़ता है। उन्होंने बताया कि जल्द ही ग्रामवार शिविर लगाकर वर्ष भर के लिए महानरेगा मजदूरी के आवेदन लिए जाएंगे। जिला कलक्टर ने कहा कि महानरेगा अंतर्गत पहले एससी, एसटी, बीपीएल किसानों के खेतों में व्यक्तिगत कुंड बनवाए जाएंगे। कुंड निर्माण से लोगों को रोजगार मिलेगा, बरसाती पानी का संरक्षण होगा और पेयजल की समस्या मिटेगी।
जिला कलक्टर में नरेगा में जोहड़ खुदाई पर चर्चा करते हुए कहा कि जहां से पानी की आवक होती है, वहां मिट्टी नहीं डालें। पाल पर मिट्टी की कुटाई कराएं तथा आवश्यक होने पर रोलर चलाकर इसका एक लेआउट बनाएं। जोहड़ पर कुछ पौधे भी लगाए जा सकें तो यह एक सुंदर स्थान बन सकता है। जिला कलक्टर ने कहा कि योजनाएं आप ही के भीतर से निकलती हैं, इसलिए हर आदमी जागरुक रहे कि कौनसी योजनाएं और कार्य ग्रामीणों के लिए अधिकतम लाभदायक हो सकते हैं। उन्होंने कहा कि बैंक में अतिरिक्त स्टाफ लगाकर केसीसी का बैकलॉग पूरा किया जाएगा तथा शीघ्र ही गांवों में बैंक कॉरेस्पोंडेंट लगाए जाएंगे, जिनसे बैंकिंग सुविधाओं का विस्तार होगा। कलक्टर ने महानरेगा के कुछ मजदूरों को पिछले साल की मजदूरी का भुगतान नहीं होने की बात पर बीडीओ को शीघ्र भुगतान के निर्देश दिए। उन्होंने निर्देशित किया कि महानरेगा में खुर्रों के साथ नालियों के प्रस्ताव अवश्य लें ताकि गांव में साफ-सफाई की व्यवस्था बनी रहे। इस दौरान नरेगा कार्यों के सामाजिक अंकेक्षण के लिए वर्ष 2008-09, वर्ष 2009-10 तथा वर्ष 2010-11 के कार्यों की सूची पढकर सुनाई गई जिसका अनुमोदन ग्रामीणों ने किया। ग्रामीणों ने जोहड़ व गोचर भूमि पर अतिक्रमण की बात उठाई, जिस पर कलक्टर ने अतिक्रमणकारियों पर कार्रवाई के निर्देश दिए। ग्रामीणों द्वारा कहे जाने पर कलक्टर ने मौके पर ही आपणी योजना में पेयजल आपूर्ति का समय ग्रामीणों की सुविधा के मुताबिक करने, अवैध कनेक्शन हटाने, टंकी का ढक्कन लगाने तथा आपूर्ति नियंत्रण के लिए अतिरिक्त वॉल्व लगाने के निर्देश अधिकारियों को दिए। इसके अलावा बार-बार ट्रिपिंग की समस्या से निपटने के लिए आवश्यकता के मुताबिक ट्रांसफार्मर लगाने, पति से अलग रहने वाली निर्धन महिला का अलग से जॉब कार्ड बनाने के निर्देश दिए।
सीईओ अबरार अहमद ने इस मौके पर ग्राम पंचायत में बने दो खरंजों व एक जोहड़ कार्य में कथित अनियमितता की मौके पर जाकर जांच करने तथा निर्माण कार्यों में कम गुणवत्ता की ईंट लगाए जाने की जांच रिपोर्ट तीन दिन में सबमिट करने के निर्देश दिए। विद्युत निगम के अधीक्षण अभियंता एनएम चौहान ने बताया कि राजपुरा गांव में 33 केवी जीएसएस का निर्माण पूरा होने पर वोल्टेज की समस्या मिट जाएगी।
ग्रामीण नरेंद्र धूत ने गांव में आबादी भूमि विस्तार, राजस्व रिकॉर्ड में लोगों के नामों के शुद्धिकरण, राजस्व नामांतरण की प्रक्रिया के सरलीकरण की बात कही। ग्रामीणों ने बताया कि महानरेगा में मई माह तक का भुगतान हो चुका है। आंगनबाड़ी केंद्र रोज खुलते हैं और स्वास्थ्य उप केंद्र में एएनएम भी रोजाना आती है। चारे की आपूर्ति नियमित हो रही है तथा राशन सामग्री समय पर मिल जाती है। इस दौरान एसडीएम रामगोपाल प्रजापत, तहसीलदार जयसिंह, बीडीओ सुलतान सिंह, जिला समाज कल्याण अधिकारी रामनिवास यादव, उमाशंकर शर्मा, सरपंच सावित्री देवी सहित बड़ी संख्या में अधिकारी, जनप्रतिनिधि एवं ग्रामीण मौजूद थे।
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सूचना केंद्र में जिला कलक्टर ने किया पौधरोपण

चूरू, 29 जून। स्वाधीनता संग्राम के सेनानी एवं पत्रकार कप्तान दुर्गाप्रसाद चौधरी की 18वीं पुण्यतिथि पर मंगलवार को शहर के इंद्रमणि पार्क स्थित सूचना केंद्र में पौधरोपण कार्यक्रम आयोजित कर उन्हें श्रद्धांजलि दी गई।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि जिला कलक्टर डॉ कृष्णाकांत पाठक ने इस मौके पर कप्तान दुर्गाप्रसाद चौधरी का स्मरण करते हुए कहा कि उन्होंने अपनी कलम के जरिए देश और समाज की जो सेवा की, उसे सदैव याद किया जाता रहेगा। उन्होंने कप्तान साहब की पुण्यतिथि पर पौधरोपण की सराहना करते हुए कहा कि प्रत्येक व्यक्ति को अपने आयोजनों में पौधरोपण को शामिल करना चाहिए। उन्होंने कहा कि प्रकृति ने मनुष्य के सुखमय जीवन के लिए सीमाएं तय की हैं लेकिन तथाकथित विकास के दंभ में अब वह प्रकृति को नष्ट करने पर तुला हुआ है। उन्होंने कहा कि आदमी स्वयं धूल उछालता है और फिर दिखाई नहीं देने की शिकायत भी करता है। उन्होंने कहा कि जब हम पेड़ काट रहे होते हैं तो वास्तव में प्राण नष्ट कर रहे होते हैं। हम कालिदास की तरह जिस डाल पर बैठे हैं, उसी को काट रहे हैं। उन्होंने कहा कि एक व्यक्ति अपने जीवन में औसतन दस पेड़ों को खत्म कर देता है। हमें अपने दैनिक जीवन में यह नियम बना लेना चाहिए कि उन चीजों को काम में लेें, जिनसे पर्यावरण को कम से कम नुकसान हो। उन्होंने कहा कि प्रकृति में प्रत्येक तरह की आवश्यकता पूर्ति की क्षमता है, लेकिन हमारे हर तरह के लोभ का पोषण उसके भी बस की बात नहीं। उन्होंने कहा कि आज व्यक्ति प्रकृति से दूर होता जा रहा है और यही वजह है कि वह अपना सुकून भी खो रहा है।
अध्यक्षता करते हुए वरिष्ठ पत्रकार माधव शर्मा ने कप्तान दुर्गाप्रसाद चौधरी को याद किया और अधिकाधिक पौधरोपण का आह्वान किया। राधेश्याम चोटिया के संयोजन में आयोजित कार्यक्रम में रियाजत अली खान ने भी विचार व्यक्त किए। पत्रकार किशन उपाध्याय ने आभार व्यक्त किया। इस मौके पर सहायक जनसंपर्क अधिकारी कुमार अजय, डॉ जमील चौहान, आत्माराम गुरु, अखिलेश दाधीच, कृष्णकुमार जानू, शिवनंदन शर्मा, राजेंद्र सिंह शेखावत, फोटो पत्रकार गिरधारी सैनी, दिलीप सिंधी, दिनेश शर्मा, जगदीश बागड़ी, आसिफ चेजारा, महेंद्र, गिरधारी सैनी, रामचंद्र गोयल सहित जनप्रतिनिधि, साहित्यकार, पत्रकार एवं नागरिक मौजूद थे।
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सूचना केंद्र में जिला कलक्टर ने किया पौधरोपण

चूरू, 29 जून। स्वाधीनता संग्राम के सेनानी एवं पत्रकार कप्तान दुर्गाप्रसाद चौधरी की 18वीं पुण्यतिथि पर मंगलवार को शहर के इंद्रमणि पार्क स्थित सूचना केंद्र में पौधरोपण कार्यक्रम आयोजित कर उन्हें श्रद्धांजलि दी गई।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि जिला कलक्टर डॉ कृष्णाकांत पाठक ने इस मौके पर कप्तान दुर्गाप्रसाद चौधरी का स्मरण करते हुए कहा कि उन्होंने अपनी कलम के जरिए देश और समाज की जो सेवा की, उसे सदैव याद किया जाता रहेगा। उन्होंने कप्तान साहब की पुण्यतिथि पर पौधरोपण की सराहना करते हुए कहा कि प्रत्येक व्यक्ति को अपने आयोजनों में पौधरोपण को शामिल करना चाहिए। उन्होंने कहा कि प्रकृति ने मनुष्य के सुखमय जीवन के लिए सीमाएं तय की हैं लेकिन तथाकथित विकास के दंभ में अब वह प्रकृति को नष्ट करने पर तुला हुआ है। उन्होंने कहा कि आदमी स्वयं धूल उछालता है और फिर दिखाई नहीं देने की शिकायत भी करता है। उन्होंने कहा कि जब हम पेड़ काट रहे होते हैं तो वास्तव में प्राण नष्ट कर रहे होते हैं। हम कालिदास की तरह जिस डाल पर बैठे हैं, उसी को काट रहे हैं। उन्होंने कहा कि एक व्यक्ति अपने जीवन में औसतन दस पेड़ों को खत्म कर देता है। हमें अपने दैनिक जीवन में यह नियम बना लेना चाहिए कि उन चीजों को काम में लेें, जिनसे पर्यावरण को कम से कम नुकसान हो। उन्होंने कहा कि प्रकृति में प्रत्येक तरह की आवश्यकता पूर्ति की क्षमता है, लेकिन हमारे हर तरह के लोभ का पोषण उसके भी बस की बात नहीं। उन्होंने कहा कि आज व्यक्ति प्रकृति से दूर होता जा रहा है और यही वजह है कि वह अपना सुकून भी खो रहा है।
अध्यक्षता करते हुए वरिष्ठ पत्रकार माधव शर्मा ने कप्तान दुर्गाप्रसाद चौधरी को याद किया और अधिकाधिक पौधरोपण का आह्वान किया। राधेश्याम चोटिया के संयोजन में आयोजित कार्यक्रम में रियाजत अली खान ने भी विचार व्यक्त किए। पत्रकार किशन उपाध्याय ने आभार व्यक्त किया। इस मौके पर सहायक जनसंपर्क अधिकारी कुमार अजय, डॉ जमील चौहान, आत्माराम गुरु, अखिलेश दाधीच, कृष्णकुमार जानू, शिवनंदन शर्मा, राजेंद्र सिंह शेखावत, फोटो पत्रकार गिरधारी सैनी, दिलीप सिंधी, दिनेश शर्मा, जगदीश बागड़ी, आसिफ चेजारा, महेंद्र, गिरधारी सैनी, रामचंद्र गोयल सहित जनप्रतिनिधि, साहित्यकार, पत्रकार एवं नागरिक मौजूद थे।
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बैंकिंग सुविधाओं से वंचित गांवों में लगेंगे बैंक कॉरेस्पोंडेंट

चूरू, 28 जून। जिले के बैंक शाखाओं से वंचित गांवों में आने वाले दिनों में बैंक कॉरेस्पोंडेंट द्वारा लेन-देन की सुविधाएं दी जाएंगी। मार्च 2011 तक दो हजार से अधिक आबादी वाले सभी गांवों में ये कॉरेस्पोंडेंट नियुक्त कर दिए जाएंगे।
सोमवार शाम कलक्ट्रेट सभाकक्ष में कलक्टर डॉ कृष्णाकांत पाठक की अध्यक्षता में आयोजित जिला स्तरीय बैंकिंग सलाहकार समिति की बैठक में यह जानकारी दी गई। जिला कलक्टर ने बताया कि विभिन्न बैंकों द्वारा अपने-अपने कार्यक्षेत्र में ये कॉरेस्पोंडेंट लगाए जाएंगे। योजना के तहत बैंक कॉरेस्पोंडेंट के पास एक मशीन रहेगी, जो बैंक के मैन सर्वर से जुड़ी होगी। इस मशीन के जरिए लेन-देन होगा। जिला कलक्टर ने बैठक में मौजूद बैंक अधिकारियों को विभिन्न योजनाओं से संबंधित निर्देश देते हुए कहा कि बैंक अधिकारी सरकार द्वारा प्रायोजित योजनाओं में अधिक से अधिक लक्ष्य हासिल करें ताकि आमजन इन योजनाओं से लाभान्वित हो सके। एसजीएसवाई योजना को लेकर उन्होंने कहा कि योजना में ऋण देेते समय ध्यान रखें कि यह एक समूह आधारित योजना है। अभी इसमें सिर्फ समूहों को ही ऋण देवें। उन्होंने इस संबंध में आमुखीकरण शिविर आयोजित करने के निर्देश दिए।
जिला अग्रणी बैंक प्रबंधक के सी खरखोदिया ने बैठक में बताया कि पीएमईजीपी की तीनों योजनाओं में 95 लक्ष्यों का आवंटन किया गया है। उन्होंने बताया कि इसके तहत जिला उद्योग केंद्र के 28, केवीआईबी के 39 तथा केवीआईसी के 28 लक्ष्य रखें गए हैं। उन्होंने बताया कि वर्ष 2010-11 के लिए 593.21 करोड़ रुपए की वार्षिक साख योजना निर्धारित की गई है जो गत वर्ष के की 489.92 करोड़ रुपए की वार्षिक योजना के मुकाबले 21.08 प्रतिशत अधिक है। बैठक के दौरान वार्षिक साख योजना 2010-11 पुस्तिका का भी विमोचन किया गया। बैठक में सरकार द्वारा प्रायोजित विभिन्न योजनाओं की प्रगति, वार्षिक साख योजना 2010-11, डबल फाइनेंसिंग समस्या, नवजीवन योजना आदि पर विचार-विमर्श कर आवश्यक निर्देश दिए गए।
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बैंकिंग सुविधाओं से वंचित गांवों में लगेंगे बैंक कॉरेस्पोंडेंट

चूरू, 28 जून। जिले के बैंक शाखाओं से वंचित गांवों में आने वाले दिनों में बैंक कॉरेस्पोंडेंट द्वारा लेन-देन की सुविधाएं दी जाएंगी। मार्च 2011 तक दो हजार से अधिक आबादी वाले सभी गांवों में ये कॉरेस्पोंडेंट नियुक्त कर दिए जाएंगे।
सोमवार शाम कलक्ट्रेट सभाकक्ष में कलक्टर डॉ कृष्णाकांत पाठक की अध्यक्षता में आयोजित जिला स्तरीय बैंकिंग सलाहकार समिति की बैठक में यह जानकारी दी गई। जिला कलक्टर ने बताया कि विभिन्न बैंकों द्वारा अपने-अपने कार्यक्षेत्र में ये कॉरेस्पोंडेंट लगाए जाएंगे। योजना के तहत बैंक कॉरेस्पोंडेंट के पास एक मशीन रहेगी, जो बैंक के मैन सर्वर से जुड़ी होगी। इस मशीन के जरिए लेन-देन होगा। जिला कलक्टर ने बैठक में मौजूद बैंक अधिकारियों को विभिन्न योजनाओं से संबंधित निर्देश देते हुए कहा कि बैंक अधिकारी सरकार द्वारा प्रायोजित योजनाओं में अधिक से अधिक लक्ष्य हासिल करें ताकि आमजन इन योजनाओं से लाभान्वित हो सके। एसजीएसवाई योजना को लेकर उन्होंने कहा कि योजना में ऋण देेते समय ध्यान रखें कि यह एक समूह आधारित योजना है। अभी इसमें सिर्फ समूहों को ही ऋण देवें। उन्होंने इस संबंध में आमुखीकरण शिविर आयोजित करने के निर्देश दिए।
जिला अग्रणी बैंक प्रबंधक के सी खरखोदिया ने बैठक में बताया कि पीएमईजीपी की तीनों योजनाओं में 95 लक्ष्यों का आवंटन किया गया है। उन्होंने बताया कि इसके तहत जिला उद्योग केंद्र के 28, केवीआईबी के 39 तथा केवीआईसी के 28 लक्ष्य रखें गए हैं। उन्होंने बताया कि वर्ष 2010-11 के लिए 593.21 करोड़ रुपए की वार्षिक साख योजना निर्धारित की गई है जो गत वर्ष के की 489.92 करोड़ रुपए की वार्षिक योजना के मुकाबले 21.08 प्रतिशत अधिक है। बैठक के दौरान वार्षिक साख योजना 2010-11 पुस्तिका का भी विमोचन किया गया। बैठक में सरकार द्वारा प्रायोजित विभिन्न योजनाओं की प्रगति, वार्षिक साख योजना 2010-11, डबल फाइनेंसिंग समस्या, नवजीवन योजना आदि पर विचार-विमर्श कर आवश्यक निर्देश दिए गए।
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चाइल्ड ट्रेकिंग सर्वे 8 जुलाई से

चूरू, 28 जून। जिले में 6 से 18 वर्ष आयु वर्ग के बच्चों का चाइल्ड ट्रेकिंग सर्वे 08 जुलाई से 20 जुलाई तक किया जाएगा। सर्वे के लिए सभी तैयारियां पूर्ण कर ली गई हैं।
यह जानकारी सोमवार को जिला कलक्टर डॉ के के पाठक की अध्यक्षता में चाइल्ड ट्रेकिंग सर्वें की पूर्व तैयारियों के संबंध में आयोजित बैठक में दी गई। बैठक में बताया गया कि सर्वें कार्य के लिए 411 सुपरवाइजर और 1233 सर्वेयर के आदेश जारी कर दिए गए हैं। साथ ही उपखंड स्तरीय समितियों का गठन कर दिया गया है। सर्वे कार्य के लिए सभी ब्लॉक स्तर पर बैठकें आयोजित करने का कार्यक्रम तय कर लिया गया है। चूरू ब्लॉक में 02 जुलाई को बैठक का आयोजन किया जाएगा। सर्वे विधानसभावार चुनावी प्रक्रिया के आधार पर 08 जुलाई से 20 जुलाई तक चाइल्ड ट्रेकिंग सर्वे किया जाएगा।
जिला कलक्टर ने इस कार्य में जुटे अधिकारियों से कहा है कि सह सर्वे कार्य महत्वपूर्ण है, इसे गंभीरता के साथ पूरा करें। उन्होंने कहा कि यह एक समयबद्ध कार्यक्रम है, इसे समयबद्धता के साथ पूरा करना है। इसमें किसी भी प्रकारक ी कोताही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने कहा कि सर्वेयरों को प्रशिक्षण प्रभावी ढंग से दिया जाए और सभी तथ्यों की अच्छी तरह से जानकारी दी जाए। उन्होंने कहा कि किसी भी कार्यक्रम की सफलता में प्रशिक्षण की महत्ती भूमिका होती है। अतः प्रशिक्षण सही ढंग से दिया जाना चाहिए। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे सर्वेयर द्वारा किए जाने वाले कार्यो की प्रभावी मॉनेटरिंग करें। उन्होंने कहा कि सर्वे में आंकड़ों को आंगनबाड़ी केंद्रों से क्रॉस चैकिंग कर लें ताकि आंकड़ों में कोई अंतर नहीं रहे।
बैठक में एडीपीसी रामकरण ने सर्वे कार्यक्रम की कार्ययोजना के बारे में विस्तार से जानकारी दी। एपीसी दयानंद ने प्रशिक्षण कार्यक्रम के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि जिले में 05 से 7 जुलाई तक ब्लॉक स्तर पर सर्वेयरों व सुपरवाइजरों का प्रशिक्षण दिया जाएगा। जिला शिक्षा अधिकारी प्रांरभिक ओमप्रकाश जांगिड़ ने भी अपने विचार व्यक्त किए। बैठक में उपनिदेशक बलराम मीणा ने आभार व्यक्त करते हुए सर्वे कार्य कार्ययोजना के अनुसार सफलतापूर्वक संपन्न कराने के निर्देश संबंधितों को दिए। बैठक में संबंधित अधिकारी मौजूद थे।
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चाइल्ड ट्रेकिंग सर्वे 8 जुलाई से

चूरू, 28 जून। जिले में 6 से 18 वर्ष आयु वर्ग के बच्चों का चाइल्ड ट्रेकिंग सर्वे 08 जुलाई से 20 जुलाई तक किया जाएगा। सर्वे के लिए सभी तैयारियां पूर्ण कर ली गई हैं।
यह जानकारी सोमवार को जिला कलक्टर डॉ के के पाठक की अध्यक्षता में चाइल्ड ट्रेकिंग सर्वें की पूर्व तैयारियों के संबंध में आयोजित बैठक में दी गई। बैठक में बताया गया कि सर्वें कार्य के लिए 411 सुपरवाइजर और 1233 सर्वेयर के आदेश जारी कर दिए गए हैं। साथ ही उपखंड स्तरीय समितियों का गठन कर दिया गया है। सर्वे कार्य के लिए सभी ब्लॉक स्तर पर बैठकें आयोजित करने का कार्यक्रम तय कर लिया गया है। चूरू ब्लॉक में 02 जुलाई को बैठक का आयोजन किया जाएगा। सर्वे विधानसभावार चुनावी प्रक्रिया के आधार पर 08 जुलाई से 20 जुलाई तक चाइल्ड ट्रेकिंग सर्वे किया जाएगा।
जिला कलक्टर ने इस कार्य में जुटे अधिकारियों से कहा है कि सह सर्वे कार्य महत्वपूर्ण है, इसे गंभीरता के साथ पूरा करें। उन्होंने कहा कि यह एक समयबद्ध कार्यक्रम है, इसे समयबद्धता के साथ पूरा करना है। इसमें किसी भी प्रकारक ी कोताही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने कहा कि सर्वेयरों को प्रशिक्षण प्रभावी ढंग से दिया जाए और सभी तथ्यों की अच्छी तरह से जानकारी दी जाए। उन्होंने कहा कि किसी भी कार्यक्रम की सफलता में प्रशिक्षण की महत्ती भूमिका होती है। अतः प्रशिक्षण सही ढंग से दिया जाना चाहिए। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे सर्वेयर द्वारा किए जाने वाले कार्यो की प्रभावी मॉनेटरिंग करें। उन्होंने कहा कि सर्वे में आंकड़ों को आंगनबाड़ी केंद्रों से क्रॉस चैकिंग कर लें ताकि आंकड़ों में कोई अंतर नहीं रहे।
बैठक में एडीपीसी रामकरण ने सर्वे कार्यक्रम की कार्ययोजना के बारे में विस्तार से जानकारी दी। एपीसी दयानंद ने प्रशिक्षण कार्यक्रम के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि जिले में 05 से 7 जुलाई तक ब्लॉक स्तर पर सर्वेयरों व सुपरवाइजरों का प्रशिक्षण दिया जाएगा। जिला शिक्षा अधिकारी प्रांरभिक ओमप्रकाश जांगिड़ ने भी अपने विचार व्यक्त किए। बैठक में उपनिदेशक बलराम मीणा ने आभार व्यक्त करते हुए सर्वे कार्य कार्ययोजना के अनुसार सफलतापूर्वक संपन्न कराने के निर्देश संबंधितों को दिए। बैठक में संबंधित अधिकारी मौजूद थे।
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सरकार आमजन की सुविधाओं के लिए संकल्पबद्ध - कृषि विपणन राज्य मंत्री

चूरू, 26 जून। जिले के सरदारशहर कस्बे में यूआईडीएसएसएमटी योजना के तहत करीब चालीस करोड़ की लागत के सीवरेज प्रोजेक्ट का शिलान्यास शनिवार को कृषि विपणन राज्य मंत्री एवं जिले के प्रभारी मंत्री गुरमीत सिंह कुन्नर ने किया।
इस मौके पर उन्होंने कहा कि सरकार आमजन को अधिकतम सुविधाएं मुहैया कराने के लिए संकल्पबद्ध है और इस दिशा में ऎतिहासिक विकास कार्य हाथ में लिए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने प्रदेश के आम आदमी की शिक्षा और स्वास्थ्य को लेकर विशेष उपलब्धियां हासिल की हैंं । उन्होंने कहा कि सीवरेज प्रोजेक्ट का किसी भी शहर के लिए बड़ा महत्व है और शहर का हर आम व खास व्यक्ति इससे लाभान्वित होता है। उन्होंने कहा कि अब समय आ गया है कि हम अपने स्वास्थ्य को लेकर जागरुक हों और इस तरह की योजनाओं को लेकर सकारात्मक रवैया बनाएं। उन्होंने शहरवासियों से अपील करते हुए कहा कि वे गली-मौहल्ले की छुटपुट बातों को लेकर सीवरेज प्रोजेक्ट में किसी प्रकार का व्यवधान पैदा नहीं करें। उन्होंने इस कार्य की नोडल एजेंसी आरयूआईडीपी के अधिकारियों को निर्देशित किया कि वे निर्माण के दौरान शहर के नागरिकों के लिए अनावश्यक परेशानी पैदा नहीं करें और इस तरह से कार्य करें कि किसी को कोई नुकसान नहीं हो।
शिलान्यास समारोह के मुख्य अतिथि पूर्व मंत्री भंवरलाल शर्मा ने कहा कि विकास के मामले में सभी जनप्रतिनधियों को तमाम मतभेदों के बावजूद एकराय होना चाहिए। उन्होंने कहा कि सच्चा जनप्रतिनिधि वही होता है जो अपने क्षेत्र के लोगों की समस्याओं को आवाज दे और समाधान के लिए सदैव तत्पर रहे। उन्होंने शहर के विकास कार्यों में योगदान के लिए मालू परिवार की सराहना की। उन्होंने बताया कि यदि योजना में और राशि की जरूरत पड़ी तो वे इसके लिए प्रयास करेंगे। शर्मा ने कहा कि प्रोजेक्ट के दौरान क्षतिग्रस्त सड़क वापस बना दी जाएंगी।
नगरपालिका अध्यक्ष ज्यान मोहम्मद की अध्यक्षता में आयोजित इस समारोह में पूर्व पालिका अध्यक्ष मोहन लाल चौधरी, व्यापार मंडल के प्रभाकर जोशी तथा पालिका उपाध्यक्ष राजकुमार पारीक विशिष्ट अतिथि थे। कार्यक्रम के आरंभ में अतिथियों का माल्यार्पण, साफा बांधकर एवं शॉल भेंट कर स्वागत किया गया। संचालन गोविंद पारीक ने किया। इस मौके पर अतिथियों ने शिलान्यास पट्टिका का अनावरण किया। इससे पूर्व कृषि विपणन राज्य मंत्री ने सीवरेज प्रोजेक्ट अंतर्गत पंपिंग स्टेशन का शिलान्यास किया। इस दौरान एसडीएम लोकेश सहल, नगरपालिका अधिशाषी अधिकारी रणजीत िंसह, तहसीलदार सहित बड़ी संख्या में जनप्रतिनिधि, अधिकारी एवं नागरिक मौजूद थे।
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प्रभावी मोनेटरिंग के साथ मजदूरों को 15 दिवस में भुगतान करना सुनिश्चित करें- आयुक्त

चूरू,26 जून। ग्रामीण विकास व अकाल राहत शासन सचिव एवं मनरेगा आयुक्त तन्मय कुमार ने कहा है कि महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना एवं अकाल राहत अंतर्गत जिले में संचालित विभिन्न कार्यों की प्रभावी मोनेटरिंग के साथ मजदूरों को निर्धारित 15 दिवस में भुगतान करना सुनिश्चित करें।
शासन सचिव शनिवार को कलेक्ट्रेट सभा कक्ष में जिले में मनेरगा एवं अकाल राहत कार्यों की प्रगति संबंधी आयोजित बैठक में अधिकारियों को सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि अकाल राहत एवं मनरेगा की भुगतान प्रक्रिया के तहत मजदूरों को मजदूरी का भुगतान समय पर होना चाहिए एवं निर्धारित अधिकारी द्वारा समय पर इन कार्यों का निरीक्षण किया जावें। उन्होंने कहा कि जिले में पेयजल अभावग्रस्त गांवों व ढाणियों में पेयजल टैंकर्स द्वारा पेयजल आपूर्ति करने के साथ ही भुगतान भी समय पर होना चाहिए। उन्होंने कहा कि चूरू जिले में मनरेगा अंतर्गत सराहनीय कार्य किये जा रहे हैं तथा इन कार्यों के ओर बेहतर परिणाम के लिए सभी अधिकारियों को टीम भावना से कार्य करने की आवश्यकता है।
आयुक्त ने कहा कि आगामी 15 अगस्त तक जिले में ‘‘पायलेट योजना’’शुरू हो जायेगी। उन्होंने कहा कि जेटीए के पास मस्टर रोल की समुचित जानकारी उपलब्ध होनी चाहिए तथा एम आई एस 2010-11 को सभी जॉब कार्डवाइज खाता संख्या के अनुसार 2 अक्टूबर तक ऑनलाइन करें। उन्होंने कहा कि मनरेगा के समस्त कार्यों की स्वीकृतियां, प्रगति, समस्या एवं सुझाव कम्प्यूटराइज हों ताकि कार्य प्रगति की जानकारी तत्काल उपल्बध हो सके।
आयुक्त ने सार्वजनिक निर्माण विभाग एवं वन विभाग के अधिकारियों से कहा कि वे उपयोगिता प्रमाण पत्र समय पर प्रस्तुत करे एवं इस कार्य में श्ििाथलता बरते जाने पर संबंधित के विरूद्ध सख्त कार्यवाही अमल में लाई जायेगी। उन्होंने विकास अधिकारियों से कहा कि वे मनेरगा के तहत गांवों में चारागाह भूमि पर पौधारोपण एवं बागवानी का कार्य करावें । उन्होंने कहा कि टांका निर्माण में फ्लोर लेवल पर स्लोप देवें ताकि टांके को नुकसान से बचाया जा सके।
बैठक में जिला कलक्टर डॉ.के.के.पाठक ने मनेरगा व अकाल राहत कार्य, मजदूरी भुगतान, चारा डिपो, दो रूपये किलो गेंहूं वितरण, फूड स्टैम्प, पश्ुा आहार आदि कार्यों की प्रगति की जानकारी देते हुए बताया कि जिले में संचालित 74 गौशालाओं में 18 हजार पशुओं के लिए अनुदान स्वीकृत गया है तथा 150 ढाणियों में 70 टैंकर्स द्वारा पेयजल मुहैया करवाया जा रहा है। उन्होंने बताया कि जिले में 152 चारा डिपो संचालित किये जा रहे हैं तथा कृषि आदान के तहत 22 करोड़ रूपये का आंवटन किया जा चुका है व शेष कार्य प्रगति पर है। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि जिले में मनरेगा के तहत मजदूरों को निर्धारित 15 दिवस में भुगतान किया जाना सुनिश्चित करें।
इस अवसर पर मनेरगा आयुक्त एवं जिला कलक्टर ने जिला परिषद द्वारा तैयार ‘‘ ई-मस्टर रोल’’ पुस्तिका का विमोचन किया। आयुक्त ने कहा कि इस पुस्तिका को रूरल डवलपमेंट की वैब साईट डाला जावे । बैठक में 15 दिवस में भुगतान प्रक्रिया को डिस्पले बोर्ड पर प्रदर्शित किया जाकर आयुक्त को जानकारी दी गई ।
बैठक में जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी, उपखण्ड अधिकारी, विकास अधिकारी, तहसीलदार एवं विधुत, पेयजल, रसद, वन विभाग सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी उपस्थित थे।
इससे पूर्व ग्रामीण विकास व अकाल राहत शासन सचिव एवं मनरेगा आयुक्त तन्मय कुमार ने चूरू पंचायत समिति कार्यालय का निरीक्षण किया । निरीक्षण के दौरान जिला कलक्टर ने पंचायत समिति स्तर पर चल रहे कार्यों की प्रगति की जानकारी से आयुक्त को अवगत करवाया। शासन सचिव ने चूरू पंचायत समिति परिसर में चल रहे भारत निर्माण राजीव गांधी सेवा केन्द्र के निर्माण कार्य की सराहना की। इस अवसर पर उपखण्ड अधिकारी, विकास अधिकारी सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी मौजूद थे।
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नो ड्यूज के लिए नहीं भटकना पड़ेगा किसानों को

चूरू, 25 जून। बैंक से कर्ज और किसान क्रेडिट कार्ड के इच्छुक किसानों को अब ‘नो ड्यूज’ सर्टिफिकेट के लिए बैंक-दर-बैंक भटकना नही पड़ेगा। बैंक में किसान की ओर से पेश किया गया शपथ पत्र इसके लिए काफी होगा।
शुक्रवार को कलक्ट्रेट सभाकक्ष में आयोजित जनता प्रकोष्ठ की बैठक में एडीएम बी एल मेहरड़ा ने अग्रणी जिला प्रबंधक को इस संबंध में निर्देश जारी किए। उन्होेंने कहा कि यह कोशिश करें कि किसानों को कम से कम परेशानी हो। उन्होंने कहा कि आवश्यक होने पर स्वयं बैंक द्वारा भी अपने स्तर पर आवेदक किसान के नोड्यूज विभिन्न बैंकों से लिए जा सकते हैं। एडीएम ने नोड्यूज के लिए बैंकों द्वारा वसूल किए जाने वाले शुल्क को कम करने तथा एकरुपता लाने के निर्देश भी दिए।
प्रकोष्ठ में दर्ज विभिन्न मामलों पर चर्चा करते हुए एडीएम मेहरड़ा ने कहा कि अधिकारी किसी प्रकरण में आवश्यक होने पर गोलमोल जवाब भेजने की बजाय स्पष्ट लिखें ताकि कोई निर्णय करने में आसानी रहे। अतिक्रमण के प्रकरणों पर उन्होंने कहा कि अधिकारी मौके पर जाकर देखें और यदि वास्तव में अतिक्रमण पाया जाता है तो कार्यवाही करें। उन्होंने बैठक में अनुपस्थित रहने वाले अधिकारियों को नोटिस जारी करने की बात कही। ग्राम पंचायत जोड़ी पट्टा सात्यूं में पानी के अवैध कनेक्शनों के बारे में एडीम ने जलदाय अधिकारियों को निर्देशित किया कि वे मौके पर जाकर सत्यता की जांच करें और अवैध कनेक्शन हटाएं। बैठक के दौरान सरदारशहर में आवासीय कॉलोनी रिजर्व की गई भूमि पर भूमाफियों के नाजायज कब्जे हटाने, चूरू की शेखावत कॉलोनी में अतिक्रमण हटाने, खारियां गांव की रोही में अतिक्रमण रोकने, दूधवाखारा गांव में मेटों के पैनल में एससी-एसटी, बीपीएल व महिला परिवारों को वंचित रखने सहित विभिन्न प्रकरणों में विचार-विमर्श कर आवश्यक निर्देश दिए गए।
बैठक में एलडीएम केसी खरखोदिया, एसई विद्युत एनएम चौहान, डीएसओ हरलाल सिंह, आयोजना अधिकारी परमेश्वर सिंह, चूरू तहसीलदार, महिला एवं बाल विकास विभाग की उप निदेशक सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी मौजूद थे।
शुक्रवार को कलक्ट्रेट सभागार में मुख्यमंत्री कार्यालय से प्राप्त प्रकरणों के निस्तारण के लिए भी बैठक आयोजित कर विचार-विमर्श किया गया तथा अधिकारियों को वांछित निर्देश दिए गए।
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