सोमवार, 24 मई 2010

गतिविधियों के चयन में सतर्कता जरूरी - एडीएम

चूरू, 17 मई। अतिरिक्त कलक्टर बी एल मेहरड़ा ने सोमवार को जिला कलक्ट्रेट सभाकक्ष में जिला स्तरीय स्वयं सहायता कोर ग्रप की बैठक ली। इस मौके पर उन्होंने कहा कि एसएचजी के गठन में व्यक्तियों एवं गतिविधियों के चयन में सतर्कता रखेंगे, तो निश्चित ही बेहतर समूहों को निर्माण होगा और उनकी गतिविधियां उपलब्धियों के नए आयाम स्थापित करेंगी।
मेहरड़ा ने कहा कि यदि समूह निर्माण के लिए शुरू में थोड़ी मेहनत कर लेंगे तो लक्ष्य काफी आसान हो जाएंगे। उन्होंने कहा कि एक ग्राम पंचायत में एक अच्छा और सक्रिय समूह बन जाए तो ही इसमें काफी प्रगति हो सकती है। उन्होंने कहा कि स्वयं सहायता समूहों के निर्माण का उद्देश्य है समाज के निर्धनतम तबके को मुख्य धारा में लाना। यह कार्य चुनौतीपूर्ण अवश्य है लेकिन राष्ट्र व समाज के समग्र विकास के लिए यह आवश्यक है। उन्होंने कहा कि जो समूह बेहतरीन कार्य कर रहें हैं, उन्हें बतौर मॉडल पेश कर दूसरे लोगों व समूहों को प्रेरित करें।
उन्होंने विभिन्न बैंकों द्वारा एसएचजी खाते नहीं खोले जाने को गंभीरता से लेते हुए बैठक में मौजूद एएलडीएम को निर्देशित किया कि ऎसे बैंक अधिकारियों पर त्वरित कार्यवाही करें। उन्होंने महिला एवं बाल विकास विभाग की उपनिदेशक को निर्देशित किया कि वे अपने विभाग के नेटवर्क का इस्तेमाल कर स्वयं सहायता समूह निर्माण कराएं।
बैठक में बताया गया कि जिले में आईसीडीएस द्वारा अब तक 4811 एसएचजी का निर्माण कर दो करोड़ 54 लाख 52 हजार रुपए की बचत की गई है तथा 3749 स्वयं सहायता समूहों को 08 करोड़ 01 लाख 47 हजार रुपए के ऋण दिलवाए गए हैं। वर्ष 2009-10 में 696 समूहों का गठन किया गया है। इस मौके पर महिला एवं बाल विकास विभाग की उप निदेशक, सीडीपीओ दीपक कपिला, एएलडीएम एके पांडेय सहित संबंधित अधिकारी मौजूद थे।
------------

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें