बुधवार, 5 मई 2010

सफलता के लिए आत्मविश्वास पहली जरूरत - अख्तर

एनसीसी के डिप्टी डीजी एयर कोमोडोर नसीम अख्तर ने किया चूरू में ऑबस्टिकल कॉर्स का उदघाटन,
जिला प्रशासन के सकारात्मक दृष्टिकोण को सराहा
चूरू, 5 मई। जिला मुख्यालय पर स्थित द्वितीय राज बटालियन एनसीसी कैंपस में एसएसबी ऑबस्टिकल कॉर्स का उद्घाटन बुधवार को एनसीसी के डिप्टी डायरेक्टर जनरल एयर कोमोडोर नसीम अख्तर ने किया।
इस मौके पर उन्होंने कहा कि एनसीसी कैडेट्स इस ऑबस्टिकल कॉर्स का समुचित उपयोग कर अपनी शारीरिक दक्षता और आत्मविश्वास बढाएं, जिससे कि उन्हें सभी तरह की भर्ती परीक्षाओं में इसका लाभ मिले। उन्होंने कहा कि क्षेत्र के युवाओं में अद्भुत प्रतिभा है और बड़ी संख्या में लोग तीनों ही सेनाओं में अपनी सेवाएं दे रहे हैं। इसके अलावा बड़ी तादाद उन युवाओं की है जो सेना में अधिकारी बनने के लिए लालायित और योग्य तो हैं, लेकिन पर्याप्त तैयारी व मार्गदर्शन के अभाव में वंचित रह जाते हैं। यह ऑबस्टिक कॉर्स ऎसे युवाओं के लिए वरदान साबित हो सकता है। उन्होंने बताया कि किसी भी क्षेत्र में सफलता पाने के लिए आत्मविश्वास पहली आवश्यकता है, इसलिए युवा अपने भीतर आत्मविश्वास पैदा करें। उन्होंने कहा कि आत्मविश्वास के बूते हर जंग जीती जा सकती है।
उन्होंने कहा कि सेना में अधिकारी स्तर की परीक्षाओं में सफलता के लिए इंग्लिश स्पीकिंग भी एक अहम जरूरत होती है, जिसे लगातार अभ्यास से विकसित किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि अंग्रेजी में बोलने का अभ्यास करें। उन्होंने कहा कि शुरू में थोड़ी हिचकिचाहट होगी लेकिन जैसा भी और जितना भी आप बोल सकते हैं, अंग्रेजी में बोलें। बाद में इसके बेहतर परिणाम आपके सामने आएंगे। उन्होंने कैडेट्स से कहा कि हमेशा सकारात्मक सोच रखें क्योंकि नकारात्मक विचार व्यक्ति की क्षमता को क्षति पहुंचाते हैं। उन्होंने एनसीसी मामलों में जिला कलक्टर एवं पुलिस अधीक्षक के सकारात्मक दृष्टिकोण की मुक्तकंठ से सराहना करते हुए समय-समय पर किए गए सहयोग के लिए आभार जताया।
कमांडिंग ऑफिसर कर्नल सोमवीर सिंह ने बताया कि राज्य में एनसीसी कैंपस में यह पहला ऑब्सि्टकल कॉर्स बना है जो हम सभी के लिए गौरव का विषय है। इससे सेनाओं में ऑफिसर बनने के इच्छुक युवाओं को खासा लाभ मिलेगा। उन्होंने बताया कि यह कोर्स आर्मी, नेवी व एयरफोर्स में अधिकारी चयन के लिए होने वाली परीक्षाओं का एक अहम हिस्सा होता है। उन्होंने बताया कि कॉर्स को सेनाओं में होने वाली शारीरिक दक्षता परीक्षा के हिसाब से एकदम उसी डिजायन पर तैयार किया गया है। उन्होंने बताया कि एनसीसी कैडेट्स के अतिरिक्त अन्य छात्र भी प्रशिक्षण प्राप्त कर सकेंगे। इस मौके पर ग्रुप कमांडर सेना मेडल हरजिंदर सिंह, रिसालदार मेजर रणवीर सिंह, कर्नल मोहन सिंह राठौड़, कर्नल नंदलाल वर्मा, कर्नल आईएस दलाल, योगाचार्य मनोज शर्मा, जिला सैनिक कल्याण अधिकारी रामकुमार कस्वां, महमूद अली खां सहित अधिकारी, कैडेट्स मौजूद थे। इस दौरान दक्ष कैडेट्स ने कोर्स में मंकी रोप, रिंग क्रॉस, दौड़कर आठ फीट बैलेंसिंग, डिच छलांग, रोप बैलेंसिंग आदि का सफल प्रदर्शन किया। कार्यक्रम में एयर कोमोडोर ने राज्य स्तर पर बेस्ट कैडेट का पुरस्कार जीतने वाले विजेंद्र सिंह राठौड़ को भी सम्मानित किया।

एनसीसी चलाएगी टाईगर बचाओ अभियान
चूरू, 5 मई। ऑबस्टिकल कॉर्स के शुभारंभ के बाद पत्रकारों से बातचीत करते हुए एनसीसी के डिप्टी डीजी एयर कोमोडोर नसीम अख्तर ने बताया कि राज्य में एनसीसी द्वारा सेव द टाईगर अभियान चलाया जाएगा। संभवतः अगस्त माह में पूरे राज्य में एक ही दिन इसकी शुरुआत की जाएगी। अभियान की शुरुआत में जागरुकता के लिए रैली, सेमिनार आदि आयोजित किए जाएंगे तथा बाद में इसे आंदोलन का रूप दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि हमें लुप्त होते टाईगर को बचाने के लिए हमें पारिस्थितिकी तंत्र में उनके लिए अनुकूल स्थितियों को बचाए रखना होगा। उन्होंने बताया कि अभियान में एनसीसी कैडेट्स के अलावा नागरिकों तथा दूसरे वर्गों को भी जोड़ा जाएगा।
उन्होंने बताया कि राज्य की सभी यूनिट्स में ऎसी उपयोगी किताबें रखी जाएंगी, जिनसे सेना में जाने के इच्छुक युवाओं को फायदा मिलेगा। शुरुआत में प्रत्येक यूनिट पर एक सैट रखा जाएगा, जिससे कोई भी कैडेट मुख्यालय पर बैठकर अध्ययन कर सकेगा तथा अपने नोट्स बना सकेगा। बाद में करीब दस-पंद्रह सैट प्रत्येक मुख्यालय पर रखे जाएंगे, जिससे ये किताबें जरूरतमंदों को इश्यू की जा सकेंगी।
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