सोमवार, 24 मई 2010

सरकार लवण श्रमिकों के हितों की सुरक्षा के लिए प्रतिबद्ध- श्रम मंत्री


चूरू, 15 मई। भीषण गर्मी और कड़ाके की सर्दी में पैदल आकर नमक के प्लांट्स में काम करने वाले श्रमिकों के चेहरों पर उस क्षण खुशी साफ नजर आई, जब श्रम मंत्री मास्टर भंवरलाल मेघवाल ने उन्हें अपने हाथों से साईकिलें और चश्मे बांटे। अवसर था शनिवार को जिले के ताल छापर कस्बे के पास नमक उत्पादक क्षेत्र में मुख्यमंत्री लवण श्रमिक कल्याण योजना के तहत आयोजित साईकिल व चश्मा वितरण समारोह का।
मरूदेश संस्थान एवं नमक उत्पादक समिति की ओर से आयोजित इस समारोह के मुख्य अतिथि शिक्षा, श्रम एवं नियोजन मंत्री मास्टर भंवरलाल ने कहा कि सरकार लवण श्रमिकों के हितों की सुरक्षा के लिए प्रतिबद्ध है तथा किसी भी श्रमिक को मूलभूत सुविधाओं का अभाव नहीं रहने दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि नमक उत्पादन क्षेत्र से जुड़ा होने के कारण उन्हें इन श्रमिकों की तकलीफों का पूरा अहसास है और उनकी यह कोशिश रहती है कि इन मजदूरों को ज्यादा से ज्यादा सामाजिक और आर्थिक सुरक्षा मिले। उन्होंने कहा कि प्रदेश भर में 25 हजार संगठित स्थाई मजदूरों को पहचान कार्ड बनाकर दिए गए हैं और श्रमिकों के लिए विश्वकर्मा पेंशन योजना शुरू की गई है, जिसमें मजदूरों द्वारा मासिक कुछ राशि जमा कराए जाने पर सरकार द्वारा भी श्रमिक द्वारा जमा कराई गई राशि के बराबर राशि जमा कराई जाती है। इस राशि से 60 वर्ष की उम्र के पश्चात श्रमिकों को पेंशन मिलेगी। उन्होंने बताया कि अलवर में एक हजार करोड़ रुपए की लागत से खासतौर पर श्रमिकों के लिए मेडिकल कॉलेज व हॉस्पिटल बनाया जा रहा है, जिसमें अत्याधुनिक मशीनें और उपकरण स्थापित किए जाएंगे। जयपुर में 128 करोड़ रुपए की लागत से ईएसआई मॉडल हॉस्पिटल बनाया जा रहा है। उन्होंने बताया कि जयपुर में श्रमिक विश्राम गृह बनाया जाएगा, जिसमें किसी भी कार्य से जयपुर जाने वाले श्रमिक रुक सकेंगे। उन्होंने कहा कि प्रदेश के युवाओं को रोजगार की दिशा में सभी जिला मुख्यालयों पर 39 रोजगार मेले आयोजित कर 89 हजार युवकों को प्रतिष्ठित कंपनियों में नौकरी दिलाई गर्ई है। इस वर्ष भी ये रोजगार मेले सभी जिला मुख्यालयों पर आयोजित किए जाएंगे। श्रम मंत्री ने सुजानगढ क्षेत्र में लवण श्रमिकों के कल्याण के लिए मरूदेश संस्थान के प्रयासों को सराहा।
नमक अधीक्षक के के पारीक ने मुख्यमंत्री लवण श्रमिक कल्याण योजना की जानकारी देते हुए बताया कि सरकार का उद्देश्य लवण श्रमिकों को सामाजिक व आर्थिक सुरक्षा प्रदान करना है। नमक व्यवसायी देवेंद्र कुंडलिया ने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि श्रमिकों की देश के निर्माण में अहम भूमिका है, इसलिए इनके हितों की सुरक्षा हम सभी का दायित्व है। मरूदेश संस्थान के अध्यक्ष घनश्यामदास कच्छावा ने समारोह का संचालन करते हुए लवण श्रमिकों के लिए सरकार द्वारा किए जा रहे प्रयासों की सराहना की।
नमक व्यवसायी विमल दूधोड़िया की अध्यक्षता में आयोजित समारोह में रामलाल पीपलवा, मो. इदरीश गौरी, प्रदीप तोदी, रामावतार शर्मा, एसडीएम अजीतिंसह राजावत, राधेश्याम अग्रवाल विशिष्ट अतिथि थे। इस दौरान नमक अधीक्षक के के पारीक, नमक निरीक्षक एस के ठाकुर, उद्योग प्रसार अधिकारी जितेंद्र सिंह शेखावत, जिला उद्योग अधिकारी देवेंद्र धूत, एसडीएम अजीत िंसह राजावत का सम्मान किया गया। इससे पूर्व कार्यक्रम के आरंभ में जयश्री कुंडलिया और कविता ने तिलकार्चन कर श्रम मंत्री व अन्य अतिथियों का स्वागत किया। प्रदीप दूधोड़िया, देवेंद्र करवा, प्रभात पींचा, मदन लाल आदि ने माल्यार्पण कर अतिथियों का स्वागत किया। इस मौके पर संबंधित अधिकारी व श्रमिक मौजूद थे। कार्यक्रम में 20 साईकिलों व 455 चश्मों का वितरण किया गया।
-------------

चूरू जिले के शहरी और ग्रामीण क्षेत्र में जनगणना 2011 शुरू
चूरू, 15 मई। जिले के शहरी और ग्रामीण क्षेत्र में जनगणना 2011 के पहले चरण में शनिवार को मकान सूचीकरण व राष्ट्रीय जनसंख्या रजिस्टर तैयारी कार्यक्रम शुरू हो गया।
जिला मुख्यालय पर कलक्टर डॉ के के पाठक, एसपी निसार अहमद एवं नगर परिषद सभापति गोविंद महनसरिया के निवास पर संबंधित ब्लॉक के पर्यवेक्षक, प्रगणक व चार्ज अधिकारी द्वारा निर्धारित कार्यक्रम के मुताबिक सूचना प्राप्त कर शहरी क्षेत्र में जनगणना कार्य का शुभारंभ हुआ। जिला कलक्टर डॉ के के पाठक ने जनगणना अधिकारियों को शुभकामनाएं दीं। उन्होंने बताया कि इस अभियान के सफलतापूर्वक पूरा होने के बाद प्रत्येक नागरिक को विशिष्ट पहचान पत्र जारी होगा। उन्होंने जनगणना कार्य को गंभीरतापूर्वक करते हुए सही-सही सूचनाएं एकत्र करने के निर्देश दिए। उन्होंने बताया कि जनगणना के तहत एकत्र सूचनाएं पूर्णतया गोपनीय रहेंगी, इसलिए सभी नागरिक बिना किसी झिझक के सूचनाएं देकर इस राष्ट्रीय कार्यक्रम को सफल बनाएं। अतिरिक्त कलक्टर बी एल मेहरड़ा, जिला जनगणना प्रभारी सुभाष यादव, आरआई महेश कुमार दाधीच, एसआई संतलाल स्वामी, जिला जनगणना प्रकोष्ठ प्रभारी कन्हैयालाल स्वामी भी इस मौके पर मौजूद थे।
इसी प्रकार ग्रामीण क्षेत्र में जनगणना कार्यक्रम का शुभारंभ सातड़ा गांव के निवासी पंचायत समिति प्रधान रणजीत सातड़ा से सूचना प्राप्त कर किया गया। उपखंड जनगणना अधिकारी एसडीएम उम्मेद सिंह, तहसील जनगणना अधिकारी तहसीलदार मुरारीलाल शर्मा ने प्रधान के सातड़ा स्थित निवास पर पहुंचकर मकान सूचीकरण, मकान गणना अनुसूची तथा राष्ट्रीय जनसंख्या रजिस्टर परिवार अनुसूची में सूचना एकत्र की। इस मौके पर एसडीएम उम्मेद सिंह ने जनगणना कार्यक्रम की विस्तृत जानकारी दी और बताया कि जनगणना 2011 के तहत प्रत्येक नागरिक का विशिष्ट पहचान पत्र बनाया जाएगा। चार्ज अधिकारी मुरारीलाल शर्मा ने बताया कि सूचनाएं पूर्णतया गोपनीय रहेंगी। इस मौके पर सरपंच रमेश न्यौल, रियाजत खान, रघुनाथ खेमका, पर्यवेक्षक जगदीश शर्मा, प्रगणक मुंगीलाल, पवन मीणा, नरेंद्र सिंह पटवारी, चुन्नीलाल पटवारी आदि मौजूद थे।
-------------

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें