गुरुवार, 13 मई 2010

नए सत्र में एसडीएमसी ही बनाएगी पोषाहार

चूरू, 12 मई। नए शैक्षणिक सत्र में विद्यालयों में पोषाहार का काम पूरी तरह विद्यालय विकास समितियों द्वारा ही किया जाएगा। फिलहाल जिन विद्यालयों में अन्नपूर्णा समितियों व एनजीओ द्वारा पोषाहार बनाया जा रहा है, वहां इस व्यवस्था को समाप्त कर नए सत्र में एसडीएमसी को ही पोषाहार का पूर्ण दायित्व दिया जाएगा।
जिला कलक्टर डॉ के के पाठक ने बुधवार को कलक्ट्रेट सभागार में आयोजित एमडीएम बैठक में इस संबंध में निर्देश दिए। डॉ पाठक ने कहा कि पोषाहार की गुणवत्ता के लिए आवश्यक कदम उठाए जाने जरूरी हैं। इसके लिए ग्रामसेवक, पटवारी तथा स्कूल एमडीएम प्रभारी माह में कम से कम एक बार कूपन खरीद कर स्वयं पोषाहार खाएं और गुणवत्ता की जांच करें। उन्होंने कहा कि इसमें लापरवाही बरतने वालों पर कार्यवाही की जाएगी। उन्होंने कहा कि उपखंड अधिकारी भी ब्लॉक कमेटी की मासिक बैठक आवश्यक रूप से आयोजित कर पोषाहार कार्यक्रम की समीक्षा करें। जिला कलक्टर ने कहा कि आदर्श रसोईघर निर्माण के लंबित व अधूरे कार्य शीघ्र पूरे कराएं।
जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी अबरार अहमद ने कहा कि जब तक बच्चों को पर्याप्त पोषण नहीं मिलेगा, तब तक शैक्षणिक स्तर सुधरने की उम्मीद बेमानी हैं। इसलिए संबंधित सभी अधिकारी और कर्मचारी पोषाहार कार्यक्रम को गंंभीरता से लें। जिला एमडीएम प्रभारी युनुस अली ने पोषाहार कार्यक्रम की प्रगति की जानकारी दी। इस मौके पर जिले के बीडीओ, बीईईओ तथा अन्य संंबंधित अधिकारी मौजूद थे।
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