शुक्रवार, 23 जुलाई 2010

निर्माण कार्यों में गुणवत्ता का ध्यान रखें

चूरू, 23 जुलाई। जिला स्तरीय सतर्कता एवं निगरानी समिति की बैठक शुक्रवार को जिला परिषद सभागार में संपन्न हुई।
लोकसभा सांसद की अध्यक्षता में आयोजित बैठक को संबोधित करते हुए जिला कलक्टर ने कहा कि अधिकारी सभी विकास कार्यों में गुणवत्ता का विशेष ध्यान रखें। उन्होंने कहा कि जरा सी लापरवाही के चलते करोड़ों रुपयों से बने भवन और सड़कें अनुपयोगी हो जाते हैं, इसलिए निर्माण एजेंसियों पर नजर रखें और सघन मॉनेटरिंग करते हुए कार्यों में गुणवत्ता सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि सभी भवन निर्माण कार्यों में सड़क से पर्याप्त ऊंचाई का ध्यान रखें और छत भी पर्याप्त ऊंचाई पर ही डालें। उन्होंने कहा कि निर्माण कार्य में लापरवाही बरतने और कार्य में गुणवत्ता का ध्यान नहीं रखे जाने पर संबंधित अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्यवाही की जाएगी।
जिला कलक्टर ने बैठक में उपस्थित अधिकारियों को निर्देशित किया कि वे तीन दिन के भीतर सांसद-विधायक निधि के स्वीकृति के बावजूद शुरू नहीं किए गए कार्यों की सूची देें और काम शुरू नहीं किए जाने का कारण भी बताएं। उन्होंने कहा कि स्वीकृति के बावजूद कार्य शुरू नहीं कराने वाले अधिकारियों के खिलाफ कार्यवाही की जाएगी। उन्होंने कहा कि इंदिरा आवास योजना में वेट लिस्ट के अनुसार ही स्वीकृति निकाली जाए और यह भी सुनिश्चित करें कि कहीं स्थानीय जनप्रतिनिधि अथवा कर्मचारी किसी पात्र को वंचित तो नहीं कर रहे। उन्होंने सानिवि अधिकारियों को निर्देशित किया कि वे बरसात के कारण टूटी सड़कों के प्रस्ताव बनाकर भिजवाएं ताकि उन्हें ठीक कराया जा सके। उन्होंने जलदाय विभाग के अधिकारियों को निर्देशित किया कि खुले पड़े पुराने कुओं और बोरवैल की सूची भिजवाएं तथा उन्हें ढकने और उन पर चबूतरा बनाने की कार्यवाही करें। उन्होंने कहा कि यदि कोई व्यक्ति अपनी निजी कुआ अथवा बोरवैल भी खुला रखता है, तो उस पर कार्यवाही की जाएगी। जिला कलक्टर ने जलदाय अधिकारियों से कहा कि बरसात के कारण अभी थोड़ी राहत है, इसलिए इस समय का सदुपयोग करते हुए वे पाइप लाइनों को रिपेयर कर लें और एसएफसी-टीएफसी में बने ट्यूबवैलों के कनेक्शन कराएं। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि वे संपूर्ण स्वच्छता कार्यक्रम के लिए लोगों को प्रेरित करें और जिले को अव्वल स्थान दिलाएं। उन्होंने बताया कि बीपीएल परिवार को शौचालय निर्माण पर 2200 रुपए की राशि कार्यक्रम के तहत दी जा रही है।
जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी अबरार अहमद ने कहा कि अधिकारी बैठक में आने से पहले पूरा होमवर्क करेें और तैयारी के साथ बैठक में आएं ताकि मसलों पर पर्याप्त विचार-विमर्श किया जाकर कोई समाधान निकाला जा सके।
अध्यक्षता करते हुए लोकसभा सांसद रामसिंह कस्वां ने कहा कि निर्माण कार्यों में अस्टीमेट की अक्षरशः पालना होनी चाहिए और ऎसा नहीं होने पर एजेंसी को भुगतान नहीं किया जाए। उन्होंने कहा कि मनरेगा सहित कुंड निर्माण की विभिन्न योजनाएं किसानों और ग्रामीणों के लिए वरदान साबित हो सकती हैं, बशर्ते सघन मॉनेटरिंग कर इनकी गुणवत्ता सुनिश्चित की जाए।
बैठक में सरदारशहर विधायक अशोक पींचा, चूरू बीडीओ गोपीराम भांभू, राजगढ बीडीओ गोपीराम महला, तारानगर बीडीओ सुलतान सिंह, सुजानगढ बीडीओ मूलाराम, लेखाधिकारी परमेश्वर सिंह, इंद्राज सिंह, उप वन संरक्षक सहित संबंधित अधिकारी व जनप्रतिनिधि मौजूद थे।

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