सोमवार, 5 जुलाई 2010

बैंकिंग सुविधाओं से वंचित गांवों में लगेंगे बैंक कॉरेस्पोंडेंट

चूरू, 28 जून। जिले के बैंक शाखाओं से वंचित गांवों में आने वाले दिनों में बैंक कॉरेस्पोंडेंट द्वारा लेन-देन की सुविधाएं दी जाएंगी। मार्च 2011 तक दो हजार से अधिक आबादी वाले सभी गांवों में ये कॉरेस्पोंडेंट नियुक्त कर दिए जाएंगे।
सोमवार शाम कलक्ट्रेट सभाकक्ष में कलक्टर डॉ कृष्णाकांत पाठक की अध्यक्षता में आयोजित जिला स्तरीय बैंकिंग सलाहकार समिति की बैठक में यह जानकारी दी गई। जिला कलक्टर ने बताया कि विभिन्न बैंकों द्वारा अपने-अपने कार्यक्षेत्र में ये कॉरेस्पोंडेंट लगाए जाएंगे। योजना के तहत बैंक कॉरेस्पोंडेंट के पास एक मशीन रहेगी, जो बैंक के मैन सर्वर से जुड़ी होगी। इस मशीन के जरिए लेन-देन होगा। जिला कलक्टर ने बैठक में मौजूद बैंक अधिकारियों को विभिन्न योजनाओं से संबंधित निर्देश देते हुए कहा कि बैंक अधिकारी सरकार द्वारा प्रायोजित योजनाओं में अधिक से अधिक लक्ष्य हासिल करें ताकि आमजन इन योजनाओं से लाभान्वित हो सके। एसजीएसवाई योजना को लेकर उन्होंने कहा कि योजना में ऋण देेते समय ध्यान रखें कि यह एक समूह आधारित योजना है। अभी इसमें सिर्फ समूहों को ही ऋण देवें। उन्होंने इस संबंध में आमुखीकरण शिविर आयोजित करने के निर्देश दिए।
जिला अग्रणी बैंक प्रबंधक के सी खरखोदिया ने बैठक में बताया कि पीएमईजीपी की तीनों योजनाओं में 95 लक्ष्यों का आवंटन किया गया है। उन्होंने बताया कि इसके तहत जिला उद्योग केंद्र के 28, केवीआईबी के 39 तथा केवीआईसी के 28 लक्ष्य रखें गए हैं। उन्होंने बताया कि वर्ष 2010-11 के लिए 593.21 करोड़ रुपए की वार्षिक साख योजना निर्धारित की गई है जो गत वर्ष के की 489.92 करोड़ रुपए की वार्षिक योजना के मुकाबले 21.08 प्रतिशत अधिक है। बैठक के दौरान वार्षिक साख योजना 2010-11 पुस्तिका का भी विमोचन किया गया। बैठक में सरकार द्वारा प्रायोजित विभिन्न योजनाओं की प्रगति, वार्षिक साख योजना 2010-11, डबल फाइनेंसिंग समस्या, नवजीवन योजना आदि पर विचार-विमर्श कर आवश्यक निर्देश दिए गए।
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