सोमवार, 5 जुलाई 2010

नो ड्यूज के लिए नहीं भटकना पड़ेगा किसानों को

चूरू, 25 जून। बैंक से कर्ज और किसान क्रेडिट कार्ड के इच्छुक किसानों को अब ‘नो ड्यूज’ सर्टिफिकेट के लिए बैंक-दर-बैंक भटकना नही पड़ेगा। बैंक में किसान की ओर से पेश किया गया शपथ पत्र इसके लिए काफी होगा।
शुक्रवार को कलक्ट्रेट सभाकक्ष में आयोजित जनता प्रकोष्ठ की बैठक में एडीएम बी एल मेहरड़ा ने अग्रणी जिला प्रबंधक को इस संबंध में निर्देश जारी किए। उन्होेंने कहा कि यह कोशिश करें कि किसानों को कम से कम परेशानी हो। उन्होंने कहा कि आवश्यक होने पर स्वयं बैंक द्वारा भी अपने स्तर पर आवेदक किसान के नोड्यूज विभिन्न बैंकों से लिए जा सकते हैं। एडीएम ने नोड्यूज के लिए बैंकों द्वारा वसूल किए जाने वाले शुल्क को कम करने तथा एकरुपता लाने के निर्देश भी दिए।
प्रकोष्ठ में दर्ज विभिन्न मामलों पर चर्चा करते हुए एडीएम मेहरड़ा ने कहा कि अधिकारी किसी प्रकरण में आवश्यक होने पर गोलमोल जवाब भेजने की बजाय स्पष्ट लिखें ताकि कोई निर्णय करने में आसानी रहे। अतिक्रमण के प्रकरणों पर उन्होंने कहा कि अधिकारी मौके पर जाकर देखें और यदि वास्तव में अतिक्रमण पाया जाता है तो कार्यवाही करें। उन्होंने बैठक में अनुपस्थित रहने वाले अधिकारियों को नोटिस जारी करने की बात कही। ग्राम पंचायत जोड़ी पट्टा सात्यूं में पानी के अवैध कनेक्शनों के बारे में एडीम ने जलदाय अधिकारियों को निर्देशित किया कि वे मौके पर जाकर सत्यता की जांच करें और अवैध कनेक्शन हटाएं। बैठक के दौरान सरदारशहर में आवासीय कॉलोनी रिजर्व की गई भूमि पर भूमाफियों के नाजायज कब्जे हटाने, चूरू की शेखावत कॉलोनी में अतिक्रमण हटाने, खारियां गांव की रोही में अतिक्रमण रोकने, दूधवाखारा गांव में मेटों के पैनल में एससी-एसटी, बीपीएल व महिला परिवारों को वंचित रखने सहित विभिन्न प्रकरणों में विचार-विमर्श कर आवश्यक निर्देश दिए गए।
बैठक में एलडीएम केसी खरखोदिया, एसई विद्युत एनएम चौहान, डीएसओ हरलाल सिंह, आयोजना अधिकारी परमेश्वर सिंह, चूरू तहसीलदार, महिला एवं बाल विकास विभाग की उप निदेशक सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी मौजूद थे।
शुक्रवार को कलक्ट्रेट सभागार में मुख्यमंत्री कार्यालय से प्राप्त प्रकरणों के निस्तारण के लिए भी बैठक आयोजित कर विचार-विमर्श किया गया तथा अधिकारियों को वांछित निर्देश दिए गए।
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