गुरुवार, 11 मार्च 2010

अब गुरुजी भी खाएंगे पोषाहार

जिला कलक्टर डॉ पाठक ने कहा, यथासंभव एसडीएमसी ही बनाए पोषाहार
चूरू, 11 मार्च। जिले के स्कूलों में अब ग्रामसेवक व पटवारी के अलावा अब प्रत्येक शिक्षक को भी महीने में एक बार विद्यार्थियों के साथ सहभोज करना होगा। इसके लिए उन्हें संस्थाप्रधान से कूपन खरीदना होगा। पोषाहार कार्यक्रम के समुचित निरीक्षण एवं गुणवत्ता में सुधार के लिए यह व्यवस्था लागू की जा रही है।
कलक्ट्रेट सभाकक्ष में गुरुवार को पोषाहार कार्यक्रम को लेकर जिला कलक्टर की अध्यक्षता में आयोजित समीक्षा बैठक में यह जानकारी दी गई। इस मौके पर जिला कलक्टर डॉ के के पाठक ने कहा कि पोषाहार बनाने का कार्य यथासंभव एसडीएमसी को ही दिया जाएगा तथा केंद्रीयकृत पोषाहार निर्माण व्यवस्था को खत्म किया जाएगा। उन्होंने कहा कि जिन स्कूलों में एसडीएमसी द्वारा मिड डे मिल का प्रबंधन किया जा रहा है, उन स्कूलों में पोषाहार कार्यक्रम से केंद्रीयकृत व्यवस्था, एनजीओ अथवा सहकारी संस्था को नहीं जोड़ा जाए। इसके अलावा जिन स्कूलों में पोषाहार कार्य एसडीएमसी द्वारा नहीं किया जा रहा है, वहां भी चरणबद्ध रूप से वापस एसडीएमसी को ही यह दायित्व दिया जाए। उन्होेंने कहा कि कोई सहकारी समिति यदि एक से अधिक गांवों में पोषाहार आपूर्ति कर रही है वहा उनके क्षेत्राधिकार को कम किया जाए तथा एक के अतिरिक्त स्कूलों में पोषाहार का कार्य भिन्न स्थानीय सहकारी समिति को दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि इन सब निर्णयोें का उद्देश्य पोषाहार की गुणवत्ता में अधिकाधिक सुधार करना है। इस मौके पर कलक्टर ने उपखंड स्तरीय समिति की बैठक की रिपोर्ट नियमित रूप से भिजवाने, 75 प्रतिशत से अधिक उपस्थिति दिखाने वाले स्कूलों की सूची बनाने तथा आदर्श रसोई निर्माण के बकाया कार्यों को पूर्ण करने के निर्देश दिए। बैठक में मुख्य कार्यकारी अधिकारी अबरार अहमद ,विकास अधिकारी गोपीराम महला, युनुस अली सहित पोषाहार कार्यक्रम से जुड़े अधिकारी-कर्मचारी मौजूद थे।
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