सोमवार, 22 मार्च 2010

राज्य में एक अप्रैल से खुलेंगे लोक शिक्षा केंद्र - शिक्षा मंत्री

शिक्षा मंत्री मास्टर भंवरलाल मेघवाल ने बामणियां, अणखोल्या, डूंगरास अगुणा, भानीसरिया तेजसिंहोतान, टाडां, बड़ावर, जिनरासर, भोजलाई गांवों का दौरा कर अभाव अभियोग सुने
चूरू, 22 मार्च। शिक्षा, श्रम एवं नियोजन मंत्री मास्टर भंवरलाल मेघवाल ने कहा है कि राज्य सरकार प्रदेश में शिक्षा के स्तर को सुदृढ करने के लिए कृत संकल्प है और एक अप्रैल से प्रौढ शिक्षा केंद्र की तर्ज पर राज्य में लोक शिक्षा केंद्रों की स्थापना की जाएगी।
मेघवाल रविवार शाम को जिले की सुजानगढ तहसील के गांव भानीसरिया तेजसिंहोतान में आयोजित समारोह को संबोधित कर रहे थे। शिक्षा मंत्री ने कहा कि पिछले एक वर्ष में लगातार चुनाव आचार संहिताओं के बावजूद राज्य में विकास के कीर्तिमान स्थापित हुए हैं और आने वाले समय में भी विकास में कोई कोर-कसर नहीं छोड़ी जाएगी। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने दो रुपए किलो गेहूं की योजना से अकाल और महंगाई से पीड़ित गरीबों को संबल देकर यह साबित कर दिया है कि वास्तव में राज्य सरकार की मंशा है कि कोई भी व्यक्ति प्रदेश में भूखा नहीं सोए। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार का यह संकल्प है कि राज्य में किसी भी व्यक्ति को बिजली, पानी तथा रोजगार से वंचित नहीं रहने दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि समाज की अंतिम पंक्ति के अंतिम छोर पर खड़े गरीब तथा असहाय व्यक्ति की मदद के लिए सरकार तैयार खड़ी है। उन्होंने समारोह में मौजूद जनप्रतिनिधियों से कहा कि चुनाव के बाद किसी प्रकार की दलगत राजनीति विकास में आड़े नहीं आनी चाहिए। उन्होंने कहा कि दलगत राजनीति से ऊपर उठकर जन समस्याओं का निराकरण करें और सरकार की कल्याणकारी योजनाओं को आम आदमी तक पहुंचाएं। उन्होंने कहा कि महानरेगा के अंतर्गत बीपीएल, अनुसूचित जाति, जनजाति, लघु व सीमांत किसानों के खेतों मे कुंड स्वीकृत किए जाएंगे।
समारोह को संबोधित करते हुए पूर्व प्रधान एवं जिप सदस्य पूसाराम गोदारा ने कहा कि जन समस्याओं से निबटने के लिए जनचेतना भी जरूरी है। उन्होंने कहा कि पेयजल समस्या के स्थाई समाधान के लिए आवश्यक है कि हम बरसाती पानी के संरक्षण के लिए कार्य करें। इस मौके पर प्रधान नानी देवी गोदारा, सुरजाराम ढाका, जिप सदस्य कमला गोदारा,, उप प्रधान विक्रम सिंह, राधेश्याम अग्रवाल, भानीसरिया सरपंच दीवान सिंह सहित जनप्रतिनिधियों का अभिनंदन किया गया।
इसी प्रकार गांव बड़ावर में आयोजित समारोह में शिक्षा मंत्री ने कहा कि राज्य में अकाल और पेयजल संकट से निपटने के कड़े उपाय किए जा रहे हैं और किसी को भूखा नहीं सोने दिया जाएगा। सरपंच अनीता चौधरी तथा पूर्व सरपंच भगवानाराम ढूकिया ने भी विचार व्यक्त किए।
रविवार को ही शिक्षा मंत्री ने बामणियां, अणखोल्या, डूंगराम अगुणा, टाडां, जिनरासर, भोजलाई गांवों का दौरा कर लोगों की समस्याएं सुनीं और अधिकारियों को मौके पर ही निस्तारण के निर्देश दिए। ग्रामीण क्षेत्र के लोगों ने इस मौके पर शिक्षा मंत्री व जनप्रतिनिधियों का उत्साह के साथ स्वागत किया।
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