गुरुवार, 11 मार्च 2010

संपूर्ण स्वच्छता की प्रेरक बनेगी ‘आशा’


बतौर एनीमेटर ‘आशा’ को मिलेगा तीन सौ रुपए प्रतिमाह अतिरिक्त मानदेय
चूरू, 11 मार्च। गांव के आंगनबाड़ी केंद्रों पर कार्यरत ‘आशा’ अब संपूर्ण स्वच्छता कार्यक्रम से जुड़े घटकों में योगदान के लिए ग्रामीणों को प्रेरित करती नजर आएगी। ‘आशा’ को इस कार्यक्रम में बतौर एनीमेटर जोड़ने के लिए जिला कलक्टर द्वारा आदेश जारी किए गए हैं। इस कार्य के लिए ‘आशा’ को तीन सौ रुपए प्रतिमाह अतिरिक्त मानदेय दिया जाएगा।
कलक्ट्रेट सभागार में गुरुवार को आयोजित स्वजलधारा एवं संपूर्ण स्वच्छता अभियान की समीक्षा बैठक में यह जानकारी दी गई। बैठक की अध्यक्षता करते हुए जिला कलक्टर डॉ के के पाठक ने कार्यक्रम से जुड़े अधिकारियों से कहा कि इस वित्तीय वर्ष के अंतिम दिनों में उत्साह के साथ कार्य कर अधिकाधिक उपलब्धियां अर्जित करने के प्रयास करें। उन्होंन ेकहा कि यह कार्यक्रम पूरी तरह आम आदमी के स्वास्थ्य और जीवन से जुड़ा है, इसलिए ज्यादा से ज्यादा लोगों को इसके लिए प्रेरित करें। जिला कलक्टर ने कहा कि जिले के शौचालय सुविधा से वंचित बीपीएल चयनित ग्रामीणों को जिला मुख्यालय से सीधे टॉयलेट निर्माण से संबधित फायदों व अनुदान को लेकर पत्र लिखे जाएंगे। इस मौके पर ब्लॉक कार्डिनेटर द्वारा प्रत्येक माह नियमित रूप से निरीक्षण प्रतिवेदन प्रस्तुत करने, ग्राम सेवक एवं आशा द्वारा गांवों में शौचालय निर्माण संबंधी सर्वे करने, एनजीओ की बैठक और शौचालय निर्माण केंद्रित शिविर आयोजित करने, सामुदायिक शौचालय के निर्माण के लिए स्वीकृति के साथ ही राशि जारी करने, सेनेटरी मार्ट के लिए राशि जारी करने, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में शौचालयों की सूची तैयार करने संबंधी निर्देश जारी किए गए । बैठक में जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी अबरार अहमद, राजगढ विकास अधिकारी गोपीराम महला, जिला शिक्षा अधिकारी माध्यमिक गजेंद्र सिंह शेखावत, जिला शिक्षा अधिकारी प्रारंभिक ओमप्रकाश जांगिड़ सहित विकास अधिकारी, बीईईओ, ब्लॉक कॉर्डिनेटर व अभियान से ंसबंधित अधिकारी-कर्मचारी मौजूद थे।

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें