शनिवार, 3 अप्रैल 2010

कलक्टर ने ली पंचायत समिति की बैठक

चूरू, 01 अप्रैल। जिला कलक्टर डॉ के के पाठक ने गुरुवार को चूरू पंचायत समिति में आयोजित बैठक में गांवों की पेयजल व बिजली आपूर्ति, महानरेगा, स्वास्थ्य, चारा डिपो और विकास कार्यों की समीक्षा की और अधिकारियों को वांछित निर्देश दिए।
इस मौके पर जिला कलक्टर ने सरपंच, ग्राम सेवक और ग्राम रोजगार सहायकों से नरेगा, पेयजल, बिजली और चारा की वस्तुस्थिति की जानकारी ली और कहा कि वे परस्पर समन्वय बनाये रखते हुए इस प्रकार कार्य करें कि आमजन को किसी प्रकार की तकलीफ नहीं उठानी पड़े। जिला कलक्टर ने कहा कि नरेगा अंतर्गत पहले बीपीएल, एससी और एसटी वर्ग के लोगों के खेतों में कुंड बनाए जाएंगे तथा इन वर्गों में सभी लोगों के लाभान्वित हो जाने के बाद लघु व सीमांत किसानों के खेतों में कुंड स्वीकृत किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि नरेगा अंतर्गत पौधरोपण का कार्य भी किया जाएगा, जिससे जॉबकार्ड धारक अपने खेत में ही रहकर एक सौ दिन का रोजगार प्राप्त कर सकेगा। इससे एक तरफ उसे रोजगार मिलेगा, दूसरी तरफ खेतों में फलदार व उपयोगी पौधे विकसित होंगे। उन्होंने कहा कि नरेगा की लगातार मॉनीटरिंग करें और किसी भी प्रकार की अनियमितता नहीं हो, यह सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि नरेगा में अनियमितता पर कार्यवाही की जाएगी और संबंधित के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज होगी। उन्होंने कहा कि जलदाय विभाग के अधिकारी यह सुनिश्चित करें कि किसी भी गांव में पेयजल की समस्या नहीं रहे। उन्होंने कहा कंटीजेंसी प्लान से राशि पंचायतों को दी गई है, जिससे वे अपने स्तर पर भी समस्याआेंं के समाधान के लिए आत्मनिर्भर बन सकें। जिला कलक्टर ने कहा कि बैठक में चिन्हित समस्याओं के समाधान के लिए अधिकारी त्वरित प्रयास करें। उन्होंने कहा कि यह सुनिश्चित करें कि सभी आंगनबाड़ी केंद्रों पर फार्म 6 उपलब्ध रहे। उन्होंने नरेगा जॉब कार्ड धारकों को निशुल्क वितरण के लिए स्वास्थ्य केंद्रों पर आवश्यक दवाएं उपलब्ध कराने के निर्देश ब्लॉक सीएमओ को दिए।
जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी अबरार अहमद ने कहा कि सांसद-विधायक निधि के कार्य अगर स्वीकृति के बाद तीस दिन तक शुरू नहीं होते हैं, तो संबंधित अधिकारी के खिलाफ कार्यवाही की जाएगी। उन्होंने कहा कि गत दो वर्षों की नरेगा की जानकारी दीवारों पर 31 मार्च तक लिखवाई जानी आवश्यक थी, यदि अब भी किसी पंचायत में यह कार्य नहीं हुआ है तो शीघ्र करवाएं। उन्होंने कहा कि आगे से प्रत्येक तिमाही के अंत में यह जानकारी लिखवानी होगी। उन्होंने कहा कि आईटी सेंटर का कार्य शीघ्र शुरू कर पूर्ण कराएं। यह आने वाले समय में पंचायत स्तर पर सभी विभागों का केंद्र बिंदु बनेगा। आईटी सेंटर यथासंभव पंचायत कार्यालय परिसर या उसके पास ही बनाएं।
प्रधान रणजीत सातड़ा ने जनप्रतिनिधियों व ग्रामसेवकों से कहा कि वे ग्राम पंचायत में पेयजल आपूर्ति की सघन मॉनीटरिंग करें और कोई समस्या होने पर तुरंत सूचित करें ताकि आवश्यक कार्यवाही की जा सके। उन्होंने कहा कि वे ग्रामीण क्षेत्र की समस्याओं और विकास कार्यों के लिए कृत संकल्प हैै।
इस मौके पर एसडीएम उम्मेद सिंह, कार्यवाहक विकास अधिकारी रामवीर शर्मा, चैनाराम सहित सरपंच, ग्राम सेवक व रोजगार सहायक मौजूद थे।
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