सोमवार, 22 फ़रवरी 2010

जिला कलक्टर ने दिये नवनिर्वाचित सरपंचों को पांच सूत्र

चूरू, 22 फरवरी। जिला कलक्टर डॉ के के पाठक ने सोमवार को आयोजित चूरू पंचायत समिति की पहली बैठक में नवनिर्वाचित सरपंचों को गांवों के विकास एवं सफलता के लिए पांच सूत्र बताए। जिला कलक्टर ने कहा कि वे यह तय करें कि कम से कम 75 प्रतिशत नरेगा जॉब कार्ड धारकों को वर्ष में 100 दिन का रोजगार मिले, कम से कम 75 प्रतिशत राशि का समायोजन हो जाए, कम से कम 75 प्रतिशत बच्चों के जन्म पंंजीयन हो जाएं, पंचायत के तमाम पात्रों को विधवा, विकलांग व व्द्धावस्था पेंशन मिले और अभिलेख संधारण एकदम अद्यतन और सही रहे।
जिला कलक्टर डॉ के के पाठक ने कहा कि नवनिर्वाचित जनप्रतिनिधि नई ऊर्जा के साथ कार्य करते हुए ग्रामीण सुराज और विकास के कीर्तिमान स्थापित करें। इस मौके पर उन्होंने जनप्रतिनिधियों, ग्राम सेवकों व ग्राम रोजगार सहायकों से नरेगा, पेयजल व चारा डिपो से संबंधित वस्तुस्थिति व आवश्यकता की जानकारी ली और संबधित अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए। जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी अबरार अहमद ने बैठक में बताया कि नरेगा में नई व्यवस्था के तहत प्रत्येक माह की एक से 14 तथा 16 से 29 तारीख तक पंचायतवार रोटेशन से मस्टररोल जारी होने, मेजरमेंट व भुगतान कार्य होंगे। मस्टररोल जारी होने की तिथि के हिसाब से ही पखवाड़ा पूरा होगा। प्रधान रणजीत सातड़ा ने कहा नवनिर्वाचित जनप्रतिनिधियों से कहा कि वे जनता के विश्वास पर खरा उतरने की कोशिश करें। उन्होंने कहा कि सरकार का प्रयास है कि उसकी प्रत्येक कल्याणकारी योजना का लाभ समाज की अंतिम पंक्ति के अंतिम व्यक्ति को मिले, इसके लिए जनप्रतिनिधियों को भी जागरूक रहकर कार्य करना होगा। इस मौके पर एसडीएम उम्मेद सिंह, बीडीओ राजेंद्र गौड़ सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी, जनप्रतिनिधि, ग्राम सेवक, ग्राम रोजगार सहायक मौजूद थे।
भू-जल पुनर्भरण के सशक्त प्रयास जरूरी
चूरू, 22 फरवरी। जिला कलक्टर डॉ के के पाठक की अध्यक्षता में सोमवार को भू-जल के कृत्रिम पुनर्भरण योजना के सफल क्रियान्वयन के लिए जिला स्तरीय क्रियान्वयन मॉनेटरिंग समिति की बैठक का आयोजन किया गया। इस मौके पर जिला कलक्टर ने जिले में गिरते भू-जल स्तर को देखते हुए पुनर्भरण के सशक्त प्रयासों की आवश्यकता जताई।
जिला कलक्टर ने इस मौके पर अधिकारियों से कहा कि वे आपसी समन्वय और सकारात्मक सोच के साथ कार्य करते हुए योजना के लक्ष्य प्राप्त करें। उन्होंने कहा कि पंचायती राज के नव-निर्वाचित जनप्रतिनिधियों का योजना की सफलता में सहयोग लें। बैठक में जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी अबरार अहमद, कनष्ठि भू-जल वैज्ञानिक लक्ष्मण सिंह राठौड़, जलदाय विभाग के अधिशासी अभियंता पी एल वर्मा, हरिराम महरिया सहित संबंधित अधिकारी मौजूद थे।

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