सोमवार, 29 मार्च 2010

साधारण सभा की बैठक 10 अप्रैल को

पंचायती राज स्थाई समितियों के चुनाव का कार्यक्रम जारी
चूरू, 29 मार्च। पंचायती राज संस्थाओं की स्थाई समितियों के चुनाव के लिए कार्यक्रम जारी कर दिया गया है। जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी अबरार अहमद ने बताया कि जिले की सभी ग्राम पंचायतों में 05 अप्रैल, पंचायत समितियों में 15 अप्रैल तथा जिला परिषद में 27 अप्रैल को स्थाई समितियों के चुनाव होंगे। ग्राम पंचायत में ग्रामसेवक, पंचायत समिति में विकास अधिकारी तथा जिला परिषद के अतिरिक्त मुख्य कार्यकारी अधिकारी चुनाव के निर्वाचन अधिकारी रहेंगे। चुनाव के लिए बैठक संबंधित संस्था के कार्यालय में निर्धारित तिथि को प्रातः 11 बजे आयोजित होगी।
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दो मेट ब्लैक लिस्टेड

चूरू, 29 मार्च। जिले की चूरू पंचायत समिति की ग्राम पंचायत सिरसला में महानरेगा अंतर्गत चल रहे कार्यों का निरीक्षण रविवार को जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी अबरार अहमद ने किया। इस दौरान अनियमितता पाये जाने पर दो कार्यस्थलों पर नियुक्त मेटों को ब्लैक लिस्टेड किया गया है।
सीईओ अबरार अहमद ने बताया कि प्रथम कार्यस्थल बाढकी से दूधवाखारा सड़क निर्माण कार्य पर नियोजित 28 श्रमिकों में से केवल 09 श्रमिक पाये गये तथा मेट विलंब से कार्यस्थल पर पहुंचा। मेट द्वारा श्रमिकों की अनुपस्थिति भी नहीं लगाई गई। दूसरे कार्यस्थल खमाणा पक्का जोहड़ा खुदाई कार्य बाढकी में नियोजित 29 मे से एक भी श्रमिक व मेट स्वयं उपस्थित नहीं मिला तथा कार्यस्थल पर कोई सुविधा भी मौजूद नहीं थी। इन दोनों कार्यस्थलों पर नियुक्त मेट बजरंगलाल तथा जगदीश को तुरंत प्रभाव से ब्लैक लिस्टेड कर विकास अधिकारी व ग्राम सेवक को निर्देशित किया गया है कि इन मेटों को कभी भी मेट के रूप में कार्य पर नहीं लगावें तथा दोनों कार्यस्थलों पर प्रशिक्षित नये मेट लगाए जाएं।
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राजस्थान दिवस पर मंगलवार को होगा विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन


-जिला मुख्यालय स्थित टाऊन हॉल में लगेगी प्रदर्शनी, इंद्रमणि पार्क से जिला स्टेडियम तक मिनी मैराथन, विभिन्न विभागों की विकासात्मक झांकियां, कृषि मेला व सास्कृतिक कार्यक्रम भी होेंगे
चूरू, 29 मार्च। राजस्थान दिवस के मौके पर 30 मार्च मंगलवार को जिले में विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा। जिला मुख्यालय पर स्थित टाऊन हॉल में राजस्थान सरकार की एक वर्ष की उपलब्धियों व कल्याणकारी योजनाओं को लेकर सूचना एवं जनसंपर्क विभाग तथा जिला प्रशासन के सौजन्य से प्रदर्शनी ‘नया राजस्थान’ का शुभारंभ प्रातः 11 बजे जिला प्रमुख श्रीमती कौशल्या पूनिया द्वारा किया जाएगा।
जिला कलक्टर डॉ के के पाठक ने बताया कि मंगलवार सवेरेे सवेरे सात बजे मिनी मैराथन दौड़ का आयोजन किया जाएगा। मिनी मैराथन इंद्रमणि पार्क से रवाना होकर जिला स्टेडियम पहुंचेंगी। प्रातः 11 बजे मातुश्री कमला गोयनका टाऊन हॉल में प्रदर्शनी का उद्घाटन जिला प्रमुख द्वारा किया जाएगा। प्रदर्शनी में जिले एवं प्रदेश के विकास और उपलब्धियों के साथ-साथ ऎतिहासिक व दर्शनीय स्थलों को फोटो, चित्र, चाट्र्स एवं बैनर्स के जरिए प्रदर्शित किया जाएगा। साथ ही कृषि विभाग द्वारा किसान मेले व प्रदर्शनी का आयोजन होगा। मंगलवार शाम चार बजे सर्व शिक्षा अभियान, परिवार कल्याण एवं स्वास्थ्य विभाग, वन विभाग, कृषि विभाग, ग्रामीण विकास, पंचायती राज विभाग एवं महिला बाल विकास आदि विभागों द्वारा विकासात्मक झांकियों का प्रदर्शन किया जाएगा। झांकियां कलेक्ट्रेट से रवाना होकर चूरू रेल्वे स्टेशन, धर्मस्तूप, गढ चौराहा, सफेद घंटाघर, सुभाष चौक, मुमताज हॉस्पिटल से भरतिया अस्पताल रोड से होते हुए वापस कलेक्ट्रेट पहुचेंगी।
बिखरेगी लोकरंग की छटा ः-
राजस्थान दिवस की शाम टाऊन हॉल में आयोजित सांस्कृतिक संध्या में लोक कलाकार लोकरंग की छटा बिखरेंगे। जिला प्रशासन एवं पश्चिमी क्षेत्र सांस्कृतिक केंद्र के संयुक्त तत्वावधान में आयोजय सांस्कृतिक कार्यक्रम में बृज लोक कला संस्थान मथुरा के पन्नालाल शर्मा एवं साथियों द्वारा मयूर नृत्य तथा जोधपुर के सुरनाथ कालबेलिया व साथियों द्वारा राजस्थानी लोकनृत्यों सहित स्थानीय कलाकारों द्वारा प्रस्तुतियां दी जाएंगी।
जिला कलक्टर ने सभी विभागों के जिला अधिकारियों को राजस्थान दिवस पर बिना अनुमति मुख्यालय नहीं छोड़ने तथा सभा कार्यक्रमों में सहभागिता के लिए निर्देशित करते हुए आमजन से राजस्थान दिवस के सभी आयोजनों में अधिकाधिक संख्या में उपस्थित होने की अपील की है।
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संपूर्ण स्वच्छता प्रशिक्षण 06 से

चूरू, 29 मार्च। जिला जल एवं स्वच्छता समिति चूरू के तत्वावधान में सीसीडीयू बीकानेर के सहयोग से समुदाय संचालित संपूर्ण स्वच्छता (सीएलटीएस) पांच दिवसीय जिला स्तरीय प्रशिक्षण कार्यक्रम 06 से 10 अप्रैल 2010 तक आयोजित होगा।
जिला कलक्टर डॉ के के पाठक ने बताया कि जिला मुख्यालय पर श्रीमती चंदोदेवी मंडावेवाला स्मृति भवन (श्रीराम मंदिर) में प्रातः 9.30 से शाम 06 बजे तक प्रतिदिन प्रशिक्षण आयोजित किया जाएगा। प्रशिक्षण में सीसीडीयू बीकानेर व जिला जल एवं स्वच्छता समिति चूरू के सदस्य प्रशिक्षण लेंगे।
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जिला परिषद साधारण सभा की बैठक 10 को

चूरू, 29 मार्च। जिला परिषद की साधारण सभा की बैठक 10 अप्रैल को सवेरे 11.30 बजे जिला परिषद सभाकक्ष में आयोजित की जाएगी। जिला प्रमुख श्रीमती कौशल्या पूनिया की अध्यक्षता में होने वाली बैठक में वर्ष 2010-11 के बजट अनुमोदन सहित विभिन्न पंचायती राज विकास योजनाओं पर चर्चा कर प्रस्ताव लिए जाएंगे।

आंतरिक सड़क निर्माण स्वीकृत

चूरू, 29 मार्च। महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना में जिले की राजगढ पंचायत समिति के गांव धानोठी बड़ी में आंतरिक सडक के निर्माण की स्वीकृति जारी की गई है। मुख्य कार्यकारी अधिकारी ने बताया कि चंदूराम डूडी के घर से धनपत/बीरबल के घर तक के लिए स्वीकृत इस सड़क पर दो लाख तीन हजार रुपए व्यय होंगे। इससे 310 मानव दिवसों का रोजगार सृजित होगा।

चारा डिपो स्वीकृत

चूरू, 29 मार्च। अकाल राहत अंतर्गत जिले की चूरू तहसील में तीन और चारा डिपो स्वीकृत किए गए हैं। इस संबंध में जारी आदेश के मुताबिक, ग्राम पंचायत इंद्रपुरा, भामासी और लाखाऊ को पंचायत मुख्यालयों पर चारा डिपो संचालन की स्वीकृति जारी की गई है। साथ ही ग्राम सेवा सहकारी समिति लाखाऊ व बूंटिया के नाम से जारी चारा डिपो स्वीकृति को निरस्त कर दिया गया है।

संपूर्ण स्वच्छता प्रशिक्षण 06 से

चूरू, 29 मार्च। जिला जल एवं स्वच्छता समिति चूरू के तत्वावधान में सीसीडीयू बीकानेर के सहयोग से समुदाय संचालित संपूर्ण स्वच्छता (सीएलटीएस) पांच दिवसीय जिला स्तरीय प्रशिक्षण कार्यक्रम 06 से 10 अप्रैल 2010 तक आयोजित होगा।
जिला कलक्टर डॉ के के पाठक ने बताया कि जिला मुख्यालय पर श्रीमती चंदोदेवी मंडावेवाला स्मृति भवन (श्रीराम मंदिर) में प्रातः 9.30 से शाम 06 बजे तक प्रतिदिन प्रशिक्षण आयोजित किया जाएगा। प्रशिक्षण में सीसीडीयू बीकानेर व जिला जल एवं स्वच्छता समिति चूरू के सदस्य प्रशिक्षण लेंगे।
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मंगलवार, 23 मार्च 2010

राजस्थान दिवस पर होंगे आयोजन

चूरू, 23 मार्च। राजस्थान प्रदेश स्थापना दिवस के अवसर पर 30 मार्च को जिले में विभिन्न आयोजन किए जाएगे। राज्य सरकार की ओर से जिला मुख्यालय पर प्रदर्शनी का आयोजन किया जाएगा। इसके अलावा संगोष्ठी व लघु सांस्कृतिक कार्यक्रम भी आयोजित किए जाएंगे।
इन कार्यक्रमों की रूपरेखा तैयार करने के लिए जिला कलक्टर डॉ के के पाठक की अध्यक्षता मे बैठक का आयोजन 25 मार्च को दोपहर एक बजे कलेक्ट्रेट में किया जएगा। जिला कलक्टर ने आयोजन की सफलता के लिए एसडीएम उम्मेद िंसह की अध्यक्षता में समिति का गठन किया है। जिला शिक्षा अधिकारी माध्यमिक, जिला शिक्षा अधिकारी प्रारंभिक, डाईट प्राचार्य, नगर परिषद आयुक्त और जिला सूचना एवं जनसंपर्क अधिकारी को समिति में सदस्य मनोनीत किया गया है।

राजस्थान दिवस पर होंगे आयोजन

चूरू, 23 मार्च। राजस्थान प्रदेश स्थापना दिवस के अवसर पर 30 मार्च को जिले में विभिन्न आयोजन किए जाएगे। राज्य सरकार की ओर से जिला मुख्यालय पर प्रदर्शनी का आयोजन किया जाएगा। इसके अलावा संगोष्ठी व लघु सांस्कृतिक कार्यक्रम भी आयोजित किए जाएंगे।
इन कार्यक्रमों की रूपरेखा तैयार करने के लिए जिला कलक्टर डॉ के के पाठक की अध्यक्षता मे बैठक का आयोजन 25 मार्च को दोपहर एक बजे कलेक्ट्रेट में किया जएगा। जिला कलक्टर ने आयोजन की सफलता के लिए एसडीएम उम्मेद िंसह की अध्यक्षता में समिति का गठन किया है। जिला शिक्षा अधिकारी माध्यमिक, जिला शिक्षा अधिकारी प्रारंभिक, डाईट प्राचार्य, नगर परिषद आयुक्त और जिला सूचना एवं जनसंपर्क अधिकारी को समिति में सदस्य मनोनीत किया गया है।

गौरव सेनानी समस्या समाधान शिविर आयोजित

चूरू, 23 मार्च। जिले के तारानगर स्थित सार्वजनिक निर्माण विभाग के विश्राम गृह में गौरव सेनानियों के समस्या समाधान शिविर का आयोजन मंगलवार को किया गया। इस दौरान पूर्व सैनिक की पेंशन संबंधी समस्याओं पर चर्चा हुई तथा जनवरी 06 से पहले सेवानिवृत्त सैनिकों को बढी हुई पेंशन की जानकारी दी गई।
जिला सैनिक कल्याण अधिकारी मेजर रामकुमार कस्वां ने इस मौके पर पूर्व सैनिकों एवं सैन्य विधवाओं के हितार्थ विशेष प्रयासों के लिए अखिल भारतीय पूर्व सैनिक संघ के वरिष्ठ उपाध्यक्ष कर्नल नंदलाल वर्मा का आभार व्यक्त किया। शिविर में उपस्थित तारानगर पूर्व सैनिक संघ के अध्यक्ष कैप्टन कल्याणसिंह, कोषाध्यक्ष लेफ्टिनेंट रामेश्वरलाल, सचिव हवलदार रामफल, उप सचिव हवलदार मोहर सिंह ज्याणी सहित सभी गौरव सेनानियों ने भी कर्नल वर्मा के योगदान की सराहना की।

नरेगा में कार्य स्वीकृत

चूरू, 23 मार्च। महात्मा गांधी राष्ट्रीय रोजगार गांरटी योजना के तहत जिले में विभिन्न कार्य स्वीकृत किए गए हैं। जिला कलक्टर डॉ के के पाठक ने बताया कि जिले की सुजानगढ पंचायत समिति में 142 लाख रुपए लागत के 41 कार्य स्वीकृत किए गए हैं। स्वीकृत कार्यों में कच्चा जोहड़ खुदाई, नाला सफाई, खाई फेंसिंग, पक्के जोहड़ का जीर्णोद्धार आदि कार्य शामिल हैं।
इसी प्रकार रतनगढ पंचायत समिति के गांव चारणवासी में गंदे पानी की निकासी के लिए कच्ची जोहड़ खुदाई का कार्य स्वीकृत किया गया है। इस कार्य के लिए कुल स्वीकृत 06 लाख 37 हजार में से 06 लाख 18 हजार रुपए श्रम पर एवं 19 हजार सामग्री पर व्यय होंगे। इस कार्य से 5328 मानव दिवसों का रोजगार सृजित होगा। इसी प्रकार तारानगर के गाजुवास गांव में निजी टांका निर्माण के लिए 57 हजार रुपए स्वीकृत किए गए हैं।

जिला औद्योगिक सलाहकार समिति की बैठक

चूरू, 23 मार्च। जिला औद्योगिक सलाहकार समिति की बैठक कलेक्ट्रेट सभाकक्ष मंगलवार दोपहर को आयोजित की गई। बैठक के दौरान जिले मे औद्योगिक विकास एवं औद्योगिक क्षेत्रों की समस्याओं को लेकर विचार विमर्श किया गया।
बैठक में चूरू में औद्योगिक क्षेत्र के विस्तार एवं पेयजल समस्या, सुजानगढ औद्योगिक क्षेत्र के विस्तार, सड़क पर स्पीड ब्रेकर बनाने एवं 132 केवी लाइन के ढीले तार ठीक करने, औद्योगिक क्षेत्र सरदारशहर में आपणी योजना से पानी की आपूर्ति ठीक करने सहित विभिन्न मसलों पर चर्चा की गई। इसमौके पर जिला उद्योग केंद्र के महाप्रबंधक देवेंद्र धूत, जोधपुर विद्युत वितरण निगम लिमिटेड के अधीक्षण अभियंता एम एन चौहान, जलदाय विभाग के अधिशाषी अभियंता पीएल वर्मा, बी एल सोनी, ए के पांडे, दौलत तंवर, परमेश्वर लाल करवा सहित संबंधित अधिकारियों व उद्यमी संघ प्रतिनिधियों ने भाग लिया।

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सोमवार, 22 मार्च 2010

राज्य में एक अप्रैल से खुलेंगे लोक शिक्षा केंद्र - शिक्षा मंत्री

शिक्षा मंत्री मास्टर भंवरलाल मेघवाल ने बामणियां, अणखोल्या, डूंगरास अगुणा, भानीसरिया तेजसिंहोतान, टाडां, बड़ावर, जिनरासर, भोजलाई गांवों का दौरा कर अभाव अभियोग सुने
चूरू, 22 मार्च। शिक्षा, श्रम एवं नियोजन मंत्री मास्टर भंवरलाल मेघवाल ने कहा है कि राज्य सरकार प्रदेश में शिक्षा के स्तर को सुदृढ करने के लिए कृत संकल्प है और एक अप्रैल से प्रौढ शिक्षा केंद्र की तर्ज पर राज्य में लोक शिक्षा केंद्रों की स्थापना की जाएगी।
मेघवाल रविवार शाम को जिले की सुजानगढ तहसील के गांव भानीसरिया तेजसिंहोतान में आयोजित समारोह को संबोधित कर रहे थे। शिक्षा मंत्री ने कहा कि पिछले एक वर्ष में लगातार चुनाव आचार संहिताओं के बावजूद राज्य में विकास के कीर्तिमान स्थापित हुए हैं और आने वाले समय में भी विकास में कोई कोर-कसर नहीं छोड़ी जाएगी। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने दो रुपए किलो गेहूं की योजना से अकाल और महंगाई से पीड़ित गरीबों को संबल देकर यह साबित कर दिया है कि वास्तव में राज्य सरकार की मंशा है कि कोई भी व्यक्ति प्रदेश में भूखा नहीं सोए। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार का यह संकल्प है कि राज्य में किसी भी व्यक्ति को बिजली, पानी तथा रोजगार से वंचित नहीं रहने दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि समाज की अंतिम पंक्ति के अंतिम छोर पर खड़े गरीब तथा असहाय व्यक्ति की मदद के लिए सरकार तैयार खड़ी है। उन्होंने समारोह में मौजूद जनप्रतिनिधियों से कहा कि चुनाव के बाद किसी प्रकार की दलगत राजनीति विकास में आड़े नहीं आनी चाहिए। उन्होंने कहा कि दलगत राजनीति से ऊपर उठकर जन समस्याओं का निराकरण करें और सरकार की कल्याणकारी योजनाओं को आम आदमी तक पहुंचाएं। उन्होंने कहा कि महानरेगा के अंतर्गत बीपीएल, अनुसूचित जाति, जनजाति, लघु व सीमांत किसानों के खेतों मे कुंड स्वीकृत किए जाएंगे।
समारोह को संबोधित करते हुए पूर्व प्रधान एवं जिप सदस्य पूसाराम गोदारा ने कहा कि जन समस्याओं से निबटने के लिए जनचेतना भी जरूरी है। उन्होंने कहा कि पेयजल समस्या के स्थाई समाधान के लिए आवश्यक है कि हम बरसाती पानी के संरक्षण के लिए कार्य करें। इस मौके पर प्रधान नानी देवी गोदारा, सुरजाराम ढाका, जिप सदस्य कमला गोदारा,, उप प्रधान विक्रम सिंह, राधेश्याम अग्रवाल, भानीसरिया सरपंच दीवान सिंह सहित जनप्रतिनिधियों का अभिनंदन किया गया।
इसी प्रकार गांव बड़ावर में आयोजित समारोह में शिक्षा मंत्री ने कहा कि राज्य में अकाल और पेयजल संकट से निपटने के कड़े उपाय किए जा रहे हैं और किसी को भूखा नहीं सोने दिया जाएगा। सरपंच अनीता चौधरी तथा पूर्व सरपंच भगवानाराम ढूकिया ने भी विचार व्यक्त किए।
रविवार को ही शिक्षा मंत्री ने बामणियां, अणखोल्या, डूंगराम अगुणा, टाडां, जिनरासर, भोजलाई गांवों का दौरा कर लोगों की समस्याएं सुनीं और अधिकारियों को मौके पर ही निस्तारण के निर्देश दिए। ग्रामीण क्षेत्र के लोगों ने इस मौके पर शिक्षा मंत्री व जनप्रतिनिधियों का उत्साह के साथ स्वागत किया।
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परिणाम घोषित

चूरू, 22 मार्च। चूरू न्याय क्षेत्र में 07 मार्च को आयोजित कनिष्ठ लिपिक प्रतियोगिता परीक्षा 2010 के टंकण परीक्षा के लिए उपयुक्त पाये गए अभ्यर्थियों के अनुक्रमांक इस प्रकार हैं - 18 (एसटी), 23 (एससी), 28 (एससी), 67 (एससी), 71 (एससीडबल्यू) 86 (एससी), 119 (एसटी), 154 (एससी), 171 (एससी), 184 (एससी), 189 (एससी), 262 (एससी), 263 (एससी), 276(एससी), 313 (एससी), 358 (एससी), 440 (एससी), 444 (एससी), 446 (एससी), 453 (एससी), 457 (एसटी), 471 (एससी), 505 (एससी डबल्यू), 507 (एससी), 533 (एससी डबल्यू) , 542 (एससी),543 (एसटी), 547 (एससी डबल्यू), 567 (एससी डबल्यू), 582 (एससी), 587 (एसटी), 609 (एससी)।
जिला एवं सेशन न्यायाधीश उर्मिला वर्मा ने बताया कि माननीय राजस्थान उच्च न्यायालय जोधपुर के एसबी सिविल रिट पिटिशन नंबर 2026/2010 में पारित आदेश दिनांक 05.03.2010 के अनुक्रम में रोल नंबर 624 को भी टंकण परीक्षा में शामिल होने की अनुमति प्रदान की गई है।
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जनता प्रकोष्ठ की बैठक 26 को

चूरू, 22 मार्च। जिले मे जनता प्रकोष्ठ में दर्ज प्रकरणों के निस्तारण के लिए बैठक का आयोजन 26 मार्च दोपहर 12 बजे जिला कलक्ट्रेट सभागार में कलक्टर डॉ के के पाठक की अध्यक्षता में किया जाएगा। जिला कलक्टर ने संबंधित अधिकारियों को बैठक में पूर्ण तैयारी के साथ उपस्थित होने के निर्देश दिए हैं। इसी प्रकार 26 मार्च दोपहर 12.30 बजे मुख्यमंत्री कार्यालय से प्राप्त प्रकरणों के निस्तारण के लिए जिला कलक्टर की अध्यक्षता में बैठक आयोजित की जाएगी।
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हर ग्राम पंचायत पर हो सहकारी समिति का गठन- मीणा

सहकारिता मंत्री ने सालासर में किया सहकारी बैंक शाखा का शुभारंभ, भानीपुरा शाखा एक माह में शुरू होगी
चूरू, 21 मार्च। सहकारिता मंत्री परसादीलाल मीणा ने कहा है कि राज्य में सहकारी बैकों और सहकारी समितियों को मजबूत करने के लिए अथक प्रयास किए जा रहे हैं और राज्य सरकार के प्रयासों से शीघ्र ही सहकारी समितियां आत्मनिर्भर व सशक्त बनकर सामने आएंगी।
मीणा रविवार को जिले के सालासर कस्बे में दी चूरू सेंट्रल कॉऑपरेटिव बैंक लिमिटेड की नवस्थापित शाखा के उद्घाटन के अवसर पर आयोजित समारोह को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि गुजरात और महाराष्ट्र की तर्ज पर राज्य में सहकारी गतिविधियों को मजबूत करने के लिए वैद्यनाथन समिति की सिफारिशों को अमली जामा पहनाया जाएगा। राज्य को केंद्र से मिलने वाले 433 करोड़ रुपए का उपयोग सहकारी समितियों की दशा सुधारने में किया जाएगा जिससे सहकारी समितियों को स्वायत्तता मिलेगी तथा उनकी आर्थिक स्थिति में सुधार आएगा। उन्होंने कहा कि निर्वाचित संचालक मंडल के कार्य करने से सहकारिता आंदोलन को नई मजबूती मिलेगी। मीणा ने कहा कि वर्तमान सरकार ने सहकारिता को मजबूत करने की मंशा से स्वतंत्र व निष्पक्ष चुनाव करवाएं हैं तथा अपेक्स बॉडी के चुनाव भी करवाए जाएंगे। उन्होंने कहा कि सहकारिता चुनावों में अनुसूचित जाति, जनजाति, ओबीसी तथा महिला आरक्षण के लिए प्रयास किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार द्वारा 16 लाख किसानों को 3200 करोड़ रुपए बतौर ऋण दिए गए हैं तथा वित्तीय वर्ष 2010-11 के लिए 6000 करोड़ रुपए का प्रावधान किया गया है, जिससे किसान क्रेडिट कार्ड धारी सभी 29 लाख किसानों को ऋण दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने फसली ऋण पर ब्याज की दर 11 प्रतिशत से घटाकर सात प्रतिशत कर दी है। मीणा ने कहा कि सहकारी समितियों से वंचित सभी 40 तहसील मुख्यालयों पर इसी वर्ष सहकारी समितियों की स्थापना कर दी जाएगी। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार की मंशा है कि राज्य की प्रत्येक ग्राम पंचायत में सहकारी समिति की स्थापना हो, इसके लिए नियमों को आसान बनाया जा रहा है तथा समिति की स्थापना के लिए वांछित हिस्सा राशि 15 लाख से घटाकर 7.50 लाख कर दी गई है। उन्होंने कहा कि किसी भी ग्राम पंचायत में 500 सदस्य बनने तथा साढे सात लाख रुपए जमा कराने के बाद समिति का गठन किया जा सकेगा। उन्होंने कहा कि सरकार इसके लिए एक अप्रैल से एक अभियान चलाएगी, जिसमें सहकारिता से जुड़े अधिकारी गांवों में जाकर सहकारी समिति के गठन के प्रयास करेंगे। मीणा ने कहा कि सरकार महिलाओं को विकास की मुख्य धारा में लाना चाहती है, इसके लिए 100 करोड़ रुपयों का प्रावधान महिला समूहों के लिए किया गया है। उन्होंने इस मौके पर जिले के भानीपुरा गांव में एक माह में सहकारी बैंक की शाखा खोलने की घोषणा की।
समारोह के मुख्य अतिथि शिक्षा, श्रम एवं नियोजन मंत्री मास्टर भंवरलाल मेघवाल ने इस मौके पर कहा कि राज्य में सहकारिता आंदोलन को सशक्त बनाने के लिए जरूरी है कि प्रत्येक व्यक्ति सहकारी बैंकों व समितियों से जुड़े। उन्होंने कहा कि सहकारिता ने ग्रामीण विकास में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। उन्होंने कहा कि आम आदमी के हित में सहकारी बैंक जितना कार्य कर सकते हैं, उतना दूसरे बैंकों के बस की बात नहीं। उन्होंने कहा कि नरेगा श्रमिकों के खाते सहकारी समितियों में खुलने के बाद भुगतान में क्रांतिकारी गति आई है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने गरीबों को दो रुपए किलो गेहूं की घोषणा कर उन्हें महंगाई और अकाल से संघर्ष के लिए उन्हें बडा संबंल दिया है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार चाहती है कि सहकारिता में जनता की अपेक्षाओं के अनुरूप कार्य हो और सहकारी बैंक सरकारी बैंक बनकर नहीं रह जाएं।
राज्यसभा सांसद नरेंद्र बुडानिया की अध्यक्षता में आयोजित इस समारोह में पूर्व संसदीय सचिव इंद्रसिंह पूनिया, बैंक के अध्यक्ष पूर्णाराम गिल, पूर्व प्रधान एवं जिप सदस्य पूसाराम गोदारा, अभिनेष महर्षि, सुजानगढ कृषि उपज मंडी के अध्यक्ष सुरजाराम ढाका ने भी विचार व्यक्त किए। इस मौके पर जिला प्रमुख कौशल्यादेवी पूनिया, पूर्व जिला प्रमुख भंवरलाल पुजारी, ज्वाइंट रजिस्ट्रार (सहकारी समितियां) युसुफ खां, पूर्व जिप सदस्य संजय पूनिया, सहायक रजिस्ट्रार रामावतार चौधरी भी मौजूद थे। सुमेरदान चारण, जयसिंह पूनिया, त्रिलोकाराम, भीकमचंद पुजारी, खींवाराम आदि ने अतिथियों का स्वागत किया। संचालन सरोज हारित एवं सुनीता राजपाल ने किया। समारोह में महिला स्वयं सहायता समूह की प्रतिनिधियों को चैक प्रदान किए गए।
इससे पूर्व सहकारिता मंत्री परसादीलाल मीणा ने फीता काटकर गणपति प्लाजा में नवस्थापित बैंक शाखा का शुभारंभ किया। दी चूरू जिला सेंट्रल कॉपरेटिव बैंक के प्रबंध निदेशक अमरसिंह वर्मा ने इस मौके पर सहकारिता मंत्री को जिले में सहकारिता गतिविधियों एवं प्रगति की जानकारी दी। समारोह से पहले सालासर पहुंचने पर सावरथिया धर्मशाला में सहकारिता मंत्री व शिक्षा मंत्री का स्वागत किया गया। बाद में दोनों मंत्रियों ने सालासर हनुमान मंदिर में पूजा-अर्चना की और राष्ट्र की शांति, समृद्धि और खुशहाली की कामना की। हनुमान सेवा समिति की ओर से सांवरमल पुजारी, देवकीनंदन पुजारी, रविशंकर पुजारी आदि ने सहकारिता मंत्री मीणा व शिक्षा मंत्री मेघवाल का स्वागत किया।
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हर ग्राम पंचायत पर हो सहकारी समिति का गठन- मीणा

सहकारिता मंत्री ने सालासर में किया सहकारी बैंक शाखा का शुभारंभ, भानीपुरा शाखा एक माह में शुरू होगी
चूरू, 21 मार्च। सहकारिता मंत्री परसादीलाल मीणा ने कहा है कि राज्य में सहकारी बैकों और सहकारी समितियों को मजबूत करने के लिए अथक प्रयास किए जा रहे हैं और राज्य सरकार के प्रयासों से शीघ्र ही सहकारी समितियां आत्मनिर्भर व सशक्त बनकर सामने आएंगी।
मीणा रविवार को जिले के सालासर कस्बे में दी चूरू सेंट्रल कॉऑपरेटिव बैंक लिमिटेड की नवस्थापित शाखा के उद्घाटन के अवसर पर आयोजित समारोह को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि गुजरात और महाराष्ट्र की तर्ज पर राज्य में सहकारी गतिविधियों को मजबूत करने के लिए वैद्यनाथन समिति की सिफारिशों को अमली जामा पहनाया जाएगा। राज्य को केंद्र से मिलने वाले 433 करोड़ रुपए का उपयोग सहकारी समितियों की दशा सुधारने में किया जाएगा जिससे सहकारी समितियों को स्वायत्तता मिलेगी तथा उनकी आर्थिक स्थिति में सुधार आएगा। उन्होंने कहा कि निर्वाचित संचालक मंडल के कार्य करने से सहकारिता आंदोलन को नई मजबूती मिलेगी। मीणा ने कहा कि वर्तमान सरकार ने सहकारिता को मजबूत करने की मंशा से स्वतंत्र व निष्पक्ष चुनाव करवाएं हैं तथा अपेक्स बॉडी के चुनाव भी करवाए जाएंगे। उन्होंने कहा कि सहकारिता चुनावों में अनुसूचित जाति, जनजाति, ओबीसी तथा महिला आरक्षण के लिए प्रयास किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार द्वारा 16 लाख किसानों को 3200 करोड़ रुपए बतौर ऋण दिए गए हैं तथा वित्तीय वर्ष 2010-11 के लिए 6000 करोड़ रुपए का प्रावधान किया गया है, जिससे किसान क्रेडिट कार्ड धारी सभी 29 लाख किसानों को ऋण दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने फसली ऋण पर ब्याज की दर 11 प्रतिशत से घटाकर सात प्रतिशत कर दी है। मीणा ने कहा कि सहकारी समितियों से वंचित सभी 40 तहसील मुख्यालयों पर इसी वर्ष सहकारी समितियों की स्थापना कर दी जाएगी। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार की मंशा है कि राज्य की प्रत्येक ग्राम पंचायत में सहकारी समिति की स्थापना हो, इसके लिए नियमों को आसान बनाया जा रहा है तथा समिति की स्थापना के लिए वांछित हिस्सा राशि 15 लाख से घटाकर 7.50 लाख कर दी गई है। उन्होंने कहा कि किसी भी ग्राम पंचायत में 500 सदस्य बनने तथा साढे सात लाख रुपए जमा कराने के बाद समिति का गठन किया जा सकेगा। उन्होंने कहा कि सरकार इसके लिए एक अप्रैल से एक अभियान चलाएगी, जिसमें सहकारिता से जुड़े अधिकारी गांवों में जाकर सहकारी समिति के गठन के प्रयास करेंगे। मीणा ने कहा कि सरकार महिलाओं को विकास की मुख्य धारा में लाना चाहती है, इसके लिए 100 करोड़ रुपयों का प्रावधान महिला समूहों के लिए किया गया है। उन्होंने इस मौके पर जिले के भानीपुरा गांव में एक माह में सहकारी बैंक की शाखा खोलने की घोषणा की।
समारोह के मुख्य अतिथि शिक्षा, श्रम एवं नियोजन मंत्री मास्टर भंवरलाल मेघवाल ने इस मौके पर कहा कि राज्य में सहकारिता आंदोलन को सशक्त बनाने के लिए जरूरी है कि प्रत्येक व्यक्ति सहकारी बैंकों व समितियों से जुड़े। उन्होंने कहा कि सहकारिता ने ग्रामीण विकास में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। उन्होंने कहा कि आम आदमी के हित में सहकारी बैंक जितना कार्य कर सकते हैं, उतना दूसरे बैंकों के बस की बात नहीं। उन्होंने कहा कि नरेगा श्रमिकों के खाते सहकारी समितियों में खुलने के बाद भुगतान में क्रांतिकारी गति आई है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने गरीबों को दो रुपए किलो गेहूं की घोषणा कर उन्हें महंगाई और अकाल से संघर्ष के लिए उन्हें बडा संबंल दिया है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार चाहती है कि सहकारिता में जनता की अपेक्षाओं के अनुरूप कार्य हो और सहकारी बैंक सरकारी बैंक बनकर नहीं रह जाएं।
राज्यसभा सांसद नरेंद्र बुडानिया की अध्यक्षता में आयोजित इस समारोह में पूर्व संसदीय सचिव इंद्रसिंह पूनिया, बैंक के अध्यक्ष पूर्णाराम गिल, पूर्व प्रधान एवं जिप सदस्य पूसाराम गोदारा, अभिनेष महर्षि, सुजानगढ कृषि उपज मंडी के अध्यक्ष सुरजाराम ढाका ने भी विचार व्यक्त किए। इस मौके पर जिला प्रमुख कौशल्यादेवी पूनिया, पूर्व जिला प्रमुख भंवरलाल पुजारी, ज्वाइंट रजिस्ट्रार (सहकारी समितियां) युसुफ खां, पूर्व जिप सदस्य संजय पूनिया, सहायक रजिस्ट्रार रामावतार चौधरी भी मौजूद थे। सुमेरदान चारण, जयसिंह पूनिया, त्रिलोकाराम, भीकमचंद पुजारी, खींवाराम आदि ने अतिथियों का स्वागत किया। संचालन सरोज हारित एवं सुनीता राजपाल ने किया। समारोह में महिला स्वयं सहायता समूह की प्रतिनिधियों को चैक प्रदान किए गए।
इससे पूर्व सहकारिता मंत्री परसादीलाल मीणा ने फीता काटकर गणपति प्लाजा में नवस्थापित बैंक शाखा का शुभारंभ किया। दी चूरू जिला सेंट्रल कॉपरेटिव बैंक के प्रबंध निदेशक अमरसिंह वर्मा ने इस मौके पर सहकारिता मंत्री को जिले में सहकारिता गतिविधियों एवं प्रगति की जानकारी दी। समारोह से पहले सालासर पहुंचने पर सावरथिया धर्मशाला में सहकारिता मंत्री व शिक्षा मंत्री का स्वागत किया गया। बाद में दोनों मंत्रियों ने सालासर हनुमान मंदिर में पूजा-अर्चना की और राष्ट्र की शांति, समृद्धि और खुशहाली की कामना की। हनुमान सेवा समिति की ओर से सांवरमल पुजारी, देवकीनंदन पुजारी, रविशंकर पुजारी आदि ने सहकारिता मंत्री मीणा व शिक्षा मंत्री मेघवाल का स्वागत किया।
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हर ग्राम पंचायत पर हो सहकारी समिति का गठन- मीणा

सहकारिता मंत्री ने सालासर में किया सहकारी बैंक शाखा का शुभारंभ, भानीपुरा शाखा एक माह में शुरू होगी
चूरू, 21 मार्च। सहकारिता मंत्री परसादीलाल मीणा ने कहा है कि राज्य में सहकारी बैकों और सहकारी समितियों को मजबूत करने के लिए अथक प्रयास किए जा रहे हैं और राज्य सरकार के प्रयासों से शीघ्र ही सहकारी समितियां आत्मनिर्भर व सशक्त बनकर सामने आएंगी।
मीणा रविवार को जिले के सालासर कस्बे में दी चूरू सेंट्रल कॉऑपरेटिव बैंक लिमिटेड की नवस्थापित शाखा के उद्घाटन के अवसर पर आयोजित समारोह को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि गुजरात और महाराष्ट्र की तर्ज पर राज्य में सहकारी गतिविधियों को मजबूत करने के लिए वैद्यनाथन समिति की सिफारिशों को अमली जामा पहनाया जाएगा। राज्य को केंद्र से मिलने वाले 433 करोड़ रुपए का उपयोग सहकारी समितियों की दशा सुधारने में किया जाएगा जिससे सहकारी समितियों को स्वायत्तता मिलेगी तथा उनकी आर्थिक स्थिति में सुधार आएगा। उन्होंने कहा कि निर्वाचित संचालक मंडल के कार्य करने से सहकारिता आंदोलन को नई मजबूती मिलेगी। मीणा ने कहा कि वर्तमान सरकार ने सहकारिता को मजबूत करने की मंशा से स्वतंत्र व निष्पक्ष चुनाव करवाएं हैं तथा अपेक्स बॉडी के चुनाव भी करवाए जाएंगे। उन्होंने कहा कि सहकारिता चुनावों में अनुसूचित जाति, जनजाति, ओबीसी तथा महिला आरक्षण के लिए प्रयास किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार द्वारा 16 लाख किसानों को 3200 करोड़ रुपए बतौर ऋण दिए गए हैं तथा वित्तीय वर्ष 2010-11 के लिए 6000 करोड़ रुपए का प्रावधान किया गया है, जिससे किसान क्रेडिट कार्ड धारी सभी 29 लाख किसानों को ऋण दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने फसली ऋण पर ब्याज की दर 11 प्रतिशत से घटाकर सात प्रतिशत कर दी है। मीणा ने कहा कि सहकारी समितियों से वंचित सभी 40 तहसील मुख्यालयों पर इसी वर्ष सहकारी समितियों की स्थापना कर दी जाएगी। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार की मंशा है कि राज्य की प्रत्येक ग्राम पंचायत में सहकारी समिति की स्थापना हो, इसके लिए नियमों को आसान बनाया जा रहा है तथा समिति की स्थापना के लिए वांछित हिस्सा राशि 15 लाख से घटाकर 7.50 लाख कर दी गई है। उन्होंने कहा कि किसी भी ग्राम पंचायत में 500 सदस्य बनने तथा साढे सात लाख रुपए जमा कराने के बाद समिति का गठन किया जा सकेगा। उन्होंने कहा कि सरकार इसके लिए एक अप्रैल से एक अभियान चलाएगी, जिसमें सहकारिता से जुड़े अधिकारी गांवों में जाकर सहकारी समिति के गठन के प्रयास करेंगे। मीणा ने कहा कि सरकार महिलाओं को विकास की मुख्य धारा में लाना चाहती है, इसके लिए 100 करोड़ रुपयों का प्रावधान महिला समूहों के लिए किया गया है। उन्होंने इस मौके पर जिले के भानीपुरा गांव में एक माह में सहकारी बैंक की शाखा खोलने की घोषणा की।
समारोह के मुख्य अतिथि शिक्षा, श्रम एवं नियोजन मंत्री मास्टर भंवरलाल मेघवाल ने इस मौके पर कहा कि राज्य में सहकारिता आंदोलन को सशक्त बनाने के लिए जरूरी है कि प्रत्येक व्यक्ति सहकारी बैंकों व समितियों से जुड़े। उन्होंने कहा कि सहकारिता ने ग्रामीण विकास में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। उन्होंने कहा कि आम आदमी के हित में सहकारी बैंक जितना कार्य कर सकते हैं, उतना दूसरे बैंकों के बस की बात नहीं। उन्होंने कहा कि नरेगा श्रमिकों के खाते सहकारी समितियों में खुलने के बाद भुगतान में क्रांतिकारी गति आई है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने गरीबों को दो रुपए किलो गेहूं की घोषणा कर उन्हें महंगाई और अकाल से संघर्ष के लिए उन्हें बडा संबंल दिया है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार चाहती है कि सहकारिता में जनता की अपेक्षाओं के अनुरूप कार्य हो और सहकारी बैंक सरकारी बैंक बनकर नहीं रह जाएं।
राज्यसभा सांसद नरेंद्र बुडानिया की अध्यक्षता में आयोजित इस समारोह में पूर्व संसदीय सचिव इंद्रसिंह पूनिया, बैंक के अध्यक्ष पूर्णाराम गिल, पूर्व प्रधान एवं जिप सदस्य पूसाराम गोदारा, अभिनेष महर्षि, सुजानगढ कृषि उपज मंडी के अध्यक्ष सुरजाराम ढाका ने भी विचार व्यक्त किए। इस मौके पर जिला प्रमुख कौशल्यादेवी पूनिया, पूर्व जिला प्रमुख भंवरलाल पुजारी, ज्वाइंट रजिस्ट्रार (सहकारी समितियां) युसुफ खां, पूर्व जिप सदस्य संजय पूनिया, सहायक रजिस्ट्रार रामावतार चौधरी भी मौजूद थे। सुमेरदान चारण, जयसिंह पूनिया, त्रिलोकाराम, भीकमचंद पुजारी, खींवाराम आदि ने अतिथियों का स्वागत किया। संचालन सरोज हारित एवं सुनीता राजपाल ने किया। समारोह में महिला स्वयं सहायता समूह की प्रतिनिधियों को चैक प्रदान किए गए।
इससे पूर्व सहकारिता मंत्री परसादीलाल मीणा ने फीता काटकर गणपति प्लाजा में नवस्थापित बैंक शाखा का शुभारंभ किया। दी चूरू जिला सेंट्रल कॉपरेटिव बैंक के प्रबंध निदेशक अमरसिंह वर्मा ने इस मौके पर सहकारिता मंत्री को जिले में सहकारिता गतिविधियों एवं प्रगति की जानकारी दी। समारोह से पहले सालासर पहुंचने पर सावरथिया धर्मशाला में सहकारिता मंत्री व शिक्षा मंत्री का स्वागत किया गया। बाद में दोनों मंत्रियों ने सालासर हनुमान मंदिर में पूजा-अर्चना की और राष्ट्र की शांति, समृद्धि और खुशहाली की कामना की। हनुमान सेवा समिति की ओर से सांवरमल पुजारी, देवकीनंदन पुजारी, रविशंकर पुजारी आदि ने सहकारिता मंत्री मीणा व शिक्षा मंत्री मेघवाल का स्वागत किया।
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अंतिम छोर के व्यक्ति तक पहुंचे राहत


जागरुकता शिविर में कलक्टर ने कहा, संवेदनशील बने अधिकारी, योजनाओं में हो गतिशीलता
चूरू, 19 मार्च। जिला कलक्टर डॉ के के पाठक ने कहा है कि जब तक हम समाज के अंतिम छोर पर बैठे व्यक्ति की निगाह मे निगाह डालकर नहीं देखेंगे और उसकी आंख के आंसू नहीं पौंछेंगे, तब तक किसी भी योजना की सफलता और सार्थकता की उम्मीद करना बेमानी है।
जिला कलक्टर शुक्रवार को जिला मुख्यालय स्थित बालिका छात्रावास में अनुसूचित जाति वित्त एवं विकास निगम की ओर से आयोजित जागरुकता शिविर को संबोधित कर रहे थे। डॉ पाठक ने कहा कि जिस उद्देश्य के साथ योजनाओं का निर्माण होता है, उसी उद्देश्य को ध्यान में रखते हुए योजनाओं का क्रियान्वयन भी होना चाहिए तभी वास्तव में लक्ष्यों की प्राप्ति की जा सकती है। जिला कलक्टर ने कहा कि हम जिन चीजों को संस्कृति में शामिल करते हैं, उन तमाम चीजों का निर्माण श्रमिक वर्ग ही करता है। उन्होंने कहा कि निगम की योजनाओं का उद्देश्य है कि समाज का वंचित तबका स्वयं समर्थ बनकर उभरे, लेकिन योजनाओं की जटिल प्रक्रियाओं को आसान करना होगा। उन्होंने कहा कि अधिकारी गरीब व निर्धन वर्ग के लोगों की समस्याओं को लेकर संवेदनशील बनें और योजनाओं के क्रियान्वयन में गतिशीलता लाएं। उन्होंने कहा कि किसी भी योजना में नियम बदलने का कार्य उच्च स्तर पर ही हो सकता है लेकिन हम अपने काम करने के तरीके को तो अधिक सकारात्मक बना ही सकते हैं। जिला कलक्टर ने इस मौके पर शिविरार्थियों की समस्याएं सुनीं और समूह बनाकर योजनाओं का लाभ लेने तथा ऋण योजनाओं के आवेदन मई से पूर्व करने की अपील की।
इस मौके पर अनुसूचित जाति वित्त एवं विकास निगम नई दिल्ली के मुख्य प्रबंधक राजेश बिहारी, राजस्थान अनुसूचित जाति वित्त एवं विकास निगम जयपुर के प्रबंधक योगेंद्र कुमार जैन ने भी निगम द्वारा संचालित योजनाओं की जानकारी देते हुए कहा कि इन योजनाओं का वास्तविक लाभ तभी मिलेगा, जब इस वर्ग के लोग जागरुक तथा शिक्षित होंगे। अग्रणी जिला बैंक प्रबंधक केसी खरखोदिया ने अनूसूचित जाति विकास के लिए संचालित की जाने वाली बैंक की योजनाओं की जानकारी दी। निगम के जिला परियोजना प्रबंधक शंकरलाल शर्मा ने आभार जताया। संचालन सांख्यिकी सहायक ताराचंद ने किया। इस मौके पर समाज कल्याण अधिकारी रामनिवास यादव सहित अधिकारी, कर्मचारी एवं 300 से अधिक संभागी मौजूद थे।
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अंतिम छोर के व्यक्ति तक पहुंचे राहत


जागरुकता शिविर में कलक्टर ने कहा, संवेदनशील बने अधिकारी, योजनाओं में हो गतिशीलता
चूरू, 19 मार्च। जिला कलक्टर डॉ के के पाठक ने कहा है कि जब तक हम समाज के अंतिम छोर पर बैठे व्यक्ति की निगाह मे निगाह डालकर नहीं देखेंगे और उसकी आंख के आंसू नहीं पौंछेंगे, तब तक किसी भी योजना की सफलता और सार्थकता की उम्मीद करना बेमानी है।
जिला कलक्टर शुक्रवार को जिला मुख्यालय स्थित बालिका छात्रावास में अनुसूचित जाति वित्त एवं विकास निगम की ओर से आयोजित जागरुकता शिविर को संबोधित कर रहे थे। डॉ पाठक ने कहा कि जिस उद्देश्य के साथ योजनाओं का निर्माण होता है, उसी उद्देश्य को ध्यान में रखते हुए योजनाओं का क्रियान्वयन भी होना चाहिए तभी वास्तव में लक्ष्यों की प्राप्ति की जा सकती है। जिला कलक्टर ने कहा कि हम जिन चीजों को संस्कृति में शामिल करते हैं, उन तमाम चीजों का निर्माण श्रमिक वर्ग ही करता है। उन्होंने कहा कि निगम की योजनाओं का उद्देश्य है कि समाज का वंचित तबका स्वयं समर्थ बनकर उभरे, लेकिन योजनाओं की जटिल प्रक्रियाओं को आसान करना होगा। उन्होंने कहा कि अधिकारी गरीब व निर्धन वर्ग के लोगों की समस्याओं को लेकर संवेदनशील बनें और योजनाओं के क्रियान्वयन में गतिशीलता लाएं। उन्होंने कहा कि किसी भी योजना में नियम बदलने का कार्य उच्च स्तर पर ही हो सकता है लेकिन हम अपने काम करने के तरीके को तो अधिक सकारात्मक बना ही सकते हैं। जिला कलक्टर ने इस मौके पर शिविरार्थियों की समस्याएं सुनीं और समूह बनाकर योजनाओं का लाभ लेने तथा ऋण योजनाओं के आवेदन मई से पूर्व करने की अपील की।
इस मौके पर अनुसूचित जाति वित्त एवं विकास निगम नई दिल्ली के मुख्य प्रबंधक राजेश बिहारी, राजस्थान अनुसूचित जाति वित्त एवं विकास निगम जयपुर के प्रबंधक योगेंद्र कुमार जैन ने भी निगम द्वारा संचालित योजनाओं की जानकारी देते हुए कहा कि इन योजनाओं का वास्तविक लाभ तभी मिलेगा, जब इस वर्ग के लोग जागरुक तथा शिक्षित होंगे। अग्रणी जिला बैंक प्रबंधक केसी खरखोदिया ने अनूसूचित जाति विकास के लिए संचालित की जाने वाली बैंक की योजनाओं की जानकारी दी। निगम के जिला परियोजना प्रबंधक शंकरलाल शर्मा ने आभार जताया। संचालन सांख्यिकी सहायक ताराचंद ने किया। इस मौके पर समाज कल्याण अधिकारी रामनिवास यादव सहित अधिकारी, कर्मचारी एवं 300 से अधिक संभागी मौजूद थे।
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समाज कल्याण विभाग की योजनाओं के फोल्डर का विमोचन

चूरू, 19 मार्च । जिला कलक्टर डॉ के के पाठक ने शुक्रवार को बालिका छात्रवास में आयोजित समारोह में सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के फोल्डर का विमोचन किया।
इस मौैके पर उन्होंने फोल्डर की सराहना करते हुए कहा कि योजनाओं का लाभ वास्तव में पात्र व्यक्ति तक पहुंचना चाहिए। समाज कल्याण अधिकारी रामनिवास यादव ने बताया कि फोल्डर में समाज के विभिन्न वर्गों के कल्याण के लिए संचालित की जाने वाली योजनाओं की जानकारी दी गई है। इस मौके पर अनुसूचित जाति वित्त एवं विकास निगम के शंकरलाल शर्मा, अग्रणी जिला बैंक प्रबंधक के सी खरखोदिया आदि भी मौजूद थे।

तेजी से करें राजस्व प्रकरणों का निस्तारण- पाठक


चूरू, 18 मार्च । जिला कलक्टर डॉ के के पाठक ने कहा है कि राजस्व अधिकारी लंबित प्रकरणों पर तेजी से कार्य कर प्रकरणों को निपटाए।
डॉ पाठक गुरुवार को कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में आयोजित राजस्व अधिकारियों की बैठक को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि किसी प्रकरण के निस्तारण में अत्यधिक समय लगने से उसके परिणाम का मूल्य अपेक्षाकृत कम हो जाता है, इसलिए सकारात्मक सोच के साथ कार्य करते हुए प्रकरणों को निस्तारित करने पर बल दें। उन्होंने कहा कि कार्य की सही प्रक्रिया अपनाए जाने से ही अधिकतर मामले आसान हो जाते हैं, इसलिए इस दिशा में समुचित प्रयास करें। उन्होंने राजस्व वसूली पर बल देते हुए कहा कि बकायादारों से वसूली के लिए सार्थक प्रयास करें। नोटिस के बावजूद बकाया राजस्व जमा नहीं कराने पर सख्त कार्यवाही करें। साथ ही इस तरह के प्रयास करें कि बकायादार स्वतः ही राशि जमा करवा दें।
बैठक में चारा डिपो संचालन, अकाल राहत, राजस्व वादों का निस्तारण, भू राजस्व अधिनियम 1956 की धारा 91 के तहत दर्ज प्रकरण, उपनिवेशन अधिनियम 1954 की धारा 22, भू राजस्व वसूली तथा अवशेष, नामांतरण परिवर्तन, जमाबंदी ऑनलाइन व्यवस्था, एल आर एक्ट के तहत दर्ज प्रकरण, नजूल संपत्तियों के निस्तारण, राको (रोड़ा) एक्ट, ऑडिट आक्षेप निस्तारण, आंतरिक लेखा जांच, विभागीय जांच प्रकरण आदि पर गहन विचार-विमर्श कर आवश्यक निर्देश दिए गए। इसके अलावा दूधवा मीठा में आबादी विस्तार के लिए भू आवंटन, गाजसर में बालिका विद्यालय के लिए भू आवंटन, चूरू में कृषि विज्ञान केंद्र के लिए भू आंवटन, राजगढ में जीएसएस के लिए भू आवंटन सहित विभिन्न प्रकरणों पर भी चर्चा हुई। बैठक में जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी अबरार अहमद, उपखंड अधिकारी, तहसीलदार व संबंधित अधिकारी मौजूद थे।
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राजीव गांधी सेवा केंद्रों का निर्माण शीघ्र पूर्ण कराएं- कलक्टर


चूरू, 18 मार्च। जिला कलक्टर डॉ के के पाठक ने विकास अधिकारियों से कहा है कि वे पंचायत समिति परिसर में बनने वाले भारत निर्माण राजीव गांधी सेवा केंद्र का काम शीघ्रातिशीघ्र पूर्ण कराएं ताकि जनसामान्य को सरकार के इस महत्वाकांक्षी प्रोजेक्ट का लाभ मिलना शुरू हो।
जिला कलक्टर गुरुवार को कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित बैठक में एसडीएम, तहसीलदार और विकास अधिकारियों को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि ग्राम पंचायत मुख्यालय के लिए स्वीकृत किए गए भारत निर्माण राजीव गांधी सेवा केंद्र का निर्माण भी स्थान तय कर शीघ्र शुरू करें। उन्होंने कहा कि संभव होने पर पंचायत भवन परिसर में अथवा उसके नजदीक ही इस केंद्र का निर्माण कराएं, वहां जगह उपलब्ध नहीं होने पर विद्यालय के नजदीक स्थान तय करें। उन्होंने कहा कि स्थान आबादी के पास होना चाहिए, जिससे अधिकतम लोग लाभान्वित हो। जगह का चयन करते ही इस केंद्र का शिलान्यास करें और लगातार मॉनीटरिंग कर शीघ्र निर्माण पूर्ण कराएं। उन्होंने कहा कि नरेगा के प्रभावी संचालन के लिए सघन मॉनीटरिंग करें और ग्राम रोजगार सहायक को पखवाड़े में कम से कम एक बार पंचायत के प्रत्येक गांव में फार्म 06 के संग्रहण के लिए भेजें। उन्होंने कहा कि नरेगा में लापरवाही बर्दाश्त नहीं करें और किसी भी प्रकार की अनियमितता पाये जाने पर प्राथमिकी दर्ज कराएं। उन्होंने कहा कि नरेगा के लिए ग्राम पंचायत स्तर पर बनाई स्थाई समितियों को एक्टिव करें।
जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी अबरार अहमद ने कहा कि नरेगा में व्यक्तिगत कार्यों को प्राथमिकता से स्वीकृत करें। उन्होंने कहा कि ग्राम पंचायत के पास प्रत्येक कार्य की वर्क फाइल अपडेट होनी चाहिए, जिसमें वित्तीय स्वीकृति, प्रशासनिक स्वीकृति, तकनीकी स्वीकृति और अस्टीमेट हो।
इस मौके पर सरदारशहर एसडीएम लोकेश सहल, सुजानगढ एसडीएम अजीत सिंह राजावत, राजगढ एसडीएम रामनिवास जाट, चूरू एसडीएम उम्मेद सिंह, राजगढ बीडीओ गोपीराम महला, सुजानगढ बीडीओ मूलाराम चौधरी, सुजानगढ तहसीलदार महेंद्र चौधरी, उप पंजीयक मुरारीलाल शर्मा, नरेगा अधीक्षण अभियंता, एमआईएस मैनेजर सहित संबंधित अधिकारी मौजूद थे।
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राजीव गांधी सेवा केंद्रों का निर्माण शीघ्र पूर्ण कराएं- कलक्टर


चूरू, 18 मार्च। जिला कलक्टर डॉ के के पाठक ने विकास अधिकारियों से कहा है कि वे पंचायत समिति परिसर में बनने वाले भारत निर्माण राजीव गांधी सेवा केंद्र का काम शीघ्रातिशीघ्र पूर्ण कराएं ताकि जनसामान्य को सरकार के इस महत्वाकांक्षी प्रोजेक्ट का लाभ मिलना शुरू हो।
जिला कलक्टर गुरुवार को कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित बैठक में एसडीएम, तहसीलदार और विकास अधिकारियों को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि ग्राम पंचायत मुख्यालय के लिए स्वीकृत किए गए भारत निर्माण राजीव गांधी सेवा केंद्र का निर्माण भी स्थान तय कर शीघ्र शुरू करें। उन्होंने कहा कि संभव होने पर पंचायत भवन परिसर में अथवा उसके नजदीक ही इस केंद्र का निर्माण कराएं, वहां जगह उपलब्ध नहीं होने पर विद्यालय के नजदीक स्थान तय करें। उन्होंने कहा कि स्थान आबादी के पास होना चाहिए, जिससे अधिकतम लोग लाभान्वित हो। जगह का चयन करते ही इस केंद्र का शिलान्यास करें और लगातार मॉनीटरिंग कर शीघ्र निर्माण पूर्ण कराएं। उन्होंने कहा कि नरेगा के प्रभावी संचालन के लिए सघन मॉनीटरिंग करें और ग्राम रोजगार सहायक को पखवाड़े में कम से कम एक बार पंचायत के प्रत्येक गांव में फार्म 06 के संग्रहण के लिए भेजें। उन्होंने कहा कि नरेगा में लापरवाही बर्दाश्त नहीं करें और किसी भी प्रकार की अनियमितता पाये जाने पर प्राथमिकी दर्ज कराएं। उन्होंने कहा कि नरेगा के लिए ग्राम पंचायत स्तर पर बनाई स्थाई समितियों को एक्टिव करें।
जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी अबरार अहमद ने कहा कि नरेगा में व्यक्तिगत कार्यों को प्राथमिकता से स्वीकृत करें। उन्होंने कहा कि ग्राम पंचायत के पास प्रत्येक कार्य की वर्क फाइल अपडेट होनी चाहिए, जिसमें वित्तीय स्वीकृति, प्रशासनिक स्वीकृति, तकनीकी स्वीकृति और अस्टीमेट हो।
इस मौके पर सरदारशहर एसडीएम लोकेश सहल, सुजानगढ एसडीएम अजीत सिंह राजावत, राजगढ एसडीएम रामनिवास जाट, चूरू एसडीएम उम्मेद सिंह, राजगढ बीडीओ गोपीराम महला, सुजानगढ बीडीओ मूलाराम चौधरी, सुजानगढ तहसीलदार महेंद्र चौधरी, उप पंजीयक मुरारीलाल शर्मा, नरेगा अधीक्षण अभियंता, एमआईएस मैनेजर सहित संबंधित अधिकारी मौजूद थे।
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राजीव गांधी सेवा केंद्रों का निर्माण शीघ्र पूर्ण कराएं- कलक्टर


चूरू, 18 मार्च। जिला कलक्टर डॉ के के पाठक ने विकास अधिकारियों से कहा है कि वे पंचायत समिति परिसर में बनने वाले भारत निर्माण राजीव गांधी सेवा केंद्र का काम शीघ्रातिशीघ्र पूर्ण कराएं ताकि जनसामान्य को सरकार के इस महत्वाकांक्षी प्रोजेक्ट का लाभ मिलना शुरू हो।
जिला कलक्टर गुरुवार को कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित बैठक में एसडीएम, तहसीलदार और विकास अधिकारियों को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि ग्राम पंचायत मुख्यालय के लिए स्वीकृत किए गए भारत निर्माण राजीव गांधी सेवा केंद्र का निर्माण भी स्थान तय कर शीघ्र शुरू करें। उन्होंने कहा कि संभव होने पर पंचायत भवन परिसर में अथवा उसके नजदीक ही इस केंद्र का निर्माण कराएं, वहां जगह उपलब्ध नहीं होने पर विद्यालय के नजदीक स्थान तय करें। उन्होंने कहा कि स्थान आबादी के पास होना चाहिए, जिससे अधिकतम लोग लाभान्वित हो। जगह का चयन करते ही इस केंद्र का शिलान्यास करें और लगातार मॉनीटरिंग कर शीघ्र निर्माण पूर्ण कराएं। उन्होंने कहा कि नरेगा के प्रभावी संचालन के लिए सघन मॉनीटरिंग करें और ग्राम रोजगार सहायक को पखवाड़े में कम से कम एक बार पंचायत के प्रत्येक गांव में फार्म 06 के संग्रहण के लिए भेजें। उन्होंने कहा कि नरेगा में लापरवाही बर्दाश्त नहीं करें और किसी भी प्रकार की अनियमितता पाये जाने पर प्राथमिकी दर्ज कराएं। उन्होंने कहा कि नरेगा के लिए ग्राम पंचायत स्तर पर बनाई स्थाई समितियों को एक्टिव करें।
जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी अबरार अहमद ने कहा कि नरेगा में व्यक्तिगत कार्यों को प्राथमिकता से स्वीकृत करें। उन्होंने कहा कि ग्राम पंचायत के पास प्रत्येक कार्य की वर्क फाइल अपडेट होनी चाहिए, जिसमें वित्तीय स्वीकृति, प्रशासनिक स्वीकृति, तकनीकी स्वीकृति और अस्टीमेट हो।
इस मौके पर सरदारशहर एसडीएम लोकेश सहल, सुजानगढ एसडीएम अजीत सिंह राजावत, राजगढ एसडीएम रामनिवास जाट, चूरू एसडीएम उम्मेद सिंह, राजगढ बीडीओ गोपीराम महला, सुजानगढ बीडीओ मूलाराम चौधरी, सुजानगढ तहसीलदार महेंद्र चौधरी, उप पंजीयक मुरारीलाल शर्मा, नरेगा अधीक्षण अभियंता, एमआईएस मैनेजर सहित संबंधित अधिकारी मौजूद थे।
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पेंशन अंतराल कम करने के आदेश

चूरू, 18 मार्च। केंद्र सरकार ने एक महत्वपूर्ण आदेश के जरिए 01 जनवरी 2006 तथा उसके बाद में सेवा निवृत्त होने वाले भूतपूर्व सैनिकों के पेंशन के अंतराल को कम कर दिया है।
जिला सैनिक कल्याण अधिकारी मेजर रामकुमार कस्वां ने बताया कि इस आदेश से जिले के लगभग साढे छह हजार पूर्व सैनिक व सरदारों की पेंशन में 1200 से 2500 रुपए प्रतिमाह की बढोतरी होगी। ऑफिसर पेंशन, पारिवारिक पेंशन व ऑनरेरी पेंशन में कोई बदलाव नहीं किया गया है। लाभान्वित पेंशनर अपने पेंशन वितरण अधिकारी से मिलकर पेंशन संशोधित करा सकते हैं। विस्तृत जानकारी सीडीएपी की वेबसाइट (सर्कुलर नंबर 430) पर भी उपलब्ध है। ...2...
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51 नोडल अधिकारी नियुक्त

चूरू, 18 मार्च। जिला कलक्टर डॉ. के.के.पाठक ने एक आदेश जारी कर जिले में विभिन्न क्षेत्रों में महानरेगा,,अकाल राहत, पेयजल, विद्युत, शिक्षा, मिड-डे-मील, टी.एस.सी. तथा अन्य राजकीय योजनाओं एवं कार्यक्रमों के निरीक्षण व पर्यवेक्षण के लिए 51 अधिकारियों को नोडल अधिकारी नियुक्त किया है।
आदेशानुसार पंचायत समिति क्षेत्र चूरू के लिए 7, तारानगर क्षेत्र के लिए 6, रतनगढ़ क्षेत्र के लिए 7, सरदारशर क्षेत्र के लिए 10, राजगढ़ क्षेत्र के लिए 11 तथा सुजानगढ़ पंचायत समिति क्षेत्र के लिए 10 नोडल अधिकारियों को लगाया गया है। नोडल अधिकारियों में उपखण्ड अधिकारी राजगढ़ , संबंधित तहसीलदार, नायब तहसीलदार, विकास अधिकारी, सी डी पी ओ, ब्लॉक प्राथमिक शिक्षा अधिकारी, सहायक अभियंता-महानरेगा, अतिरिक्त ब्लॉक प्राथमिक शिक्षा अधिकारी, सा नि वि, के अधिशाषी अभियंता व सहायक अभियंता , क्षेत्रीय वन अधिकारी शामिल है। जिला कलक्टर ने नोडल अधिकारियों को निर्देश है कि वे आवंटित ग्राम पंचायतों में एक पखवाड़े में कम से कम दो बार अपने क्षेत्रों में भ्रमण कर उपखण्ड अधिकारियों को अपना निरीक्षण प्रतिवेदन आवश्यक रूप से प्रस्तुत करेंगे।

जिले में नई चारा परिवहन दरें निर्धारित

चूरू,18 मार्च। आपदा प्रबंधन एवं सहायता विभाग के निर्देशों की अनुपालना में जिले में नई चारा परिवहन दरें निर्धारित की गई है। जिला कलक्टर डॉ.के.के.पाठक ने बताया कि 51 किमी से 100 किमी तक 120 रूपये प्रति क्विंटल, 101 से 200 किमी तक 130 रूपये प्रति क्िंवटल, 201 से 500 किमी तक 180 रूपये प्रति क्िंवटल तथा 500 किमी से अधिक तक 200 रूपये प्रति क्िंवटल चारा परिवहन की नई दरें निर्धारित की गई है। उन्होंने बताया कि राज्य के बाहर से लाये जाने वाले चारे हेतु परिवहन अनुदान राशि का भुगतान उक्त दूरी के आधार पर किया जाये कि परिवहन अनुदान किसी भी स्थिति में 150 रूपये प्रति क्िंवटल से कम नहीं हों। उन्होंने संबंधित उपखण्ड अधिकारियों एवं तहसीलदारों को निर्देश दिये हैं कि वे नई परिवहन दरें लागू करते समय चारे के विक्रय मूल्य का निर्धारण बढ़ी हुई परिवहन दर को ध्यान में रखकर करें जिससे जिले के पशुपालकों को बढ़ी हुई दर का लाभ मिल सके।

डीडी कार्यालय स्थानांतरित

चूरू, 18 मार्च। जिला मुख्यालय स्थित माध्यमिक शिक्षा विभाग के उप निदेशक कार्यालय स्थानांतरित किया गया है। उप निदेशक बलराम मीणा ने बताया कि अब इस कार्यालय को कृषि भवन के सामने नर्सिंग प्रशिक्षण केुंद्र के पास स्थित भवन में स्थानांतरित किया गया है। कार्यालय के दूरभाष नंबर 01562 250439 यथावत रहेंगे।

हर गांव में बनेगा आई टी सेंटर

ग्राम पंचायतों में भारत निर्माण राजीव गांधी सेवा केंद्रों के लिए 2490 लाख स्वीकृत
चूरू, 16 मार्च। जिला मुख्यालय से दूर गांवों में बैठे लोगों के लिए भी अब इनफोर्मेंशन टेक्नोलोजी अब दूर की कौड़ी नहीं रहने वाली। जिले के तमाम ग्राम पंचायत मुख्यालयों में आईटी सेंटर के रूप में प्रस्तावित भारत निर्माण राजीव गांधी सेवा केंद्र के जरिए ग्रामीणों को सूचना तकनीक से जुड़ी सभी तरह की सुविधाएं मुहैया हो सकेंगी।
जिला कलक्टर डॉ के के पाठक के मुताबिक, जिले के सभी 249 ग्राम पंचायत मुख्यालयों पर भारत निर्माण राजीव गांधी सेवा केंद्र के निर्माण के लिए 2490 लाख रुपए की प्रशासनिक व वित्तीय स्वीकृति जारी कर दी गई हैं। चूरू पंचायत समिति में 35 ग्राम पंचायतों के लिए 350 लाख, रतनगढ पंचायत समिति में 32 पंचायतों के लिए 320 लाख, तारागनर पंचायत समिति की 28 पंचायतों के लिए 280 लाख, सुजानगढ की 51 ग्राम पंचायतों के लिए 510 लाख, राजगढ की 55 ग्राम पंचायतों के लिए 550 लाख तथा सरदारशहर की 48 गा्रम पंचायतों के लिए 480 लाख रुपए स्वीकृत किए गए है। प्रत्येक ग्राम पंचायत को इसके लिए दस लाख रुपए की राशि स्वीकृत की गई है, जिसमें से 09 लाख 09 हजार रुपए सामग्री पर तथा 91 हजार रुपए श्रम मद पर खर्च होगा। प्रत्येक केंद्र के निर्माण के दौरान 910 मानव दिवसों का रोजगार सृजित होगा और कार्य पूर्ण होने की संभावित अवधि तीन माह निर्धारित की गई है।
महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गांरटी योजना के तहत होेने वाले इस कार्य में संबंधित ग्राम पंचायत कार्यकारी एजेंसी रहेगी और कार्य किसी भी सूरत में ठेके पर नहीं होगा। कार्यस्थल पर टास्क प्रदर्शित करने के लिए 04 गुणा 06 आकार का एक बोर्ड लगाए जाने के निर्दश दिए गए हैं जिसके एक तरफ कार्य की जानकारी एवं दूसरी तरफ टास्क की जानकारी अंकित होनी चाहिए।

सोमवार, 15 मार्च 2010

संभावित पेयजल संकट से निपटने के लिए अभी से तैयारी करें

प्रभारी सचिव भाणावत ने कहा, अधिकारी गांवों में जाकर देखें योजनाओं का क्रियान्वयन
चूरू, 15 मार्च। रीको के प्रबंध निदेशक एवं जिले के प्रभारी सचिव राजेंद्र भाणावत ने अधिकारियों से कहा है कि वे आगामी गर्मी के दौरान जिले में संभावित पेयजल संकट को देखते हुए अभी से ही कार्ययोजना बनाकर तैयारी करें ताकि इस समस्या की भयावहता को कम किया जा सके और लोगों को कम से कम परेशानी का सामना करना पड़े।
भाणावत सोमवार को कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में आयोजित बैठक में नरेगा, अकाल राहत एवं बिजली-पानी आपूर्ति सहित विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं व विकास कार्यों की समीक्षा बैठक को संबोधित कर रहे थे। उन्होने जलदाय अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे यह सूचना भिजवाएं कि किस गांव में कब मोटर जलने की सूचना मिली और कितने दिन बाद उसे ठीक किया जा सका। उन्होंने आपणी योजना व जलदाय विभाग अधिकारियों से कहा कि एक ही विभाग के दो हिस्सों में समन्वय के अभाव में ग्रामीणों को परेशानी नहीं हो, इसके लिए मिल-जुलकर प्रयास करें। उन्होंने विद्युत अधिकारियों से कहा कि बिजली की कर्मी पेयजल आपूर्ति में व्यवधान नहीं बननी चाहिए।
असहाय सहायता योजना की प्रगति की समीक्षा करते हुए भाणावत ने कहा कि कोई भी पात्र व्यक्ति इस योजना से वंचित नहीं रहना चाहिए। उन्होंने कहा कि गांवों में आवश्यकता के अनुसार चारा डिपो का संचालन कर यह सुनिश्चित करें कि पशुओं का पलायन नहीं हो। उन्होंने अगले वित्तीय वर्ष में प्रस्तावित बीपीएल सर्वे की चर्चा करते हुए अधिकारियों को यह सुनिश्चित करने के निर्देश दिए कि पात्र लोग ही इस सूची में शामिल होने पाएं। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि वे गांवों में आकस्मिक निरीक्षण कर देखें कि जिस उद्देश्य से योजनाओं का संचालन किया जाता है, वास्तव में वे उद्देश्य पूरे हो रहे हैं अथवा नहीं। उन्होंने कहा कि आंकड़ों की उपलब्धियों के साथ-साथ यह भी जरूरी है कि लोगों का योजनाओं का लाभ मिले। उन्होंने शिक्षा अधिकारियों को शैक्षणिक व मिड डे मिल गुणवत्ता जांच के लिए आकस्मिक निरीक्षण के निर्देश दिए। उन्होंने जिला उद्योग केंद्र के महाप्रबंधक व अग्रणी बैंक प्रबंधक को निर्देशित किया कि जिन आर्टीजनों को पहचान कार्ड जारी किए गए हैं, उन्हें क्रेडिट कार्ड जारी किए जाएं। उन्होंने कहा कि नरेगा में श्रमिकों का भुगतान शीघ्र करने तथा नरेगा कार्यस्थलों पर आवश्यक सुविधाएं सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।
जिला कलक्टर डॉ के के पाठक ने जिले में चल रहे विकास कार्यों व कल्याणकारी योजनाओं में प्रगति से अवगत कराते हुए बताया कि 46 हजार से अधिक श्रमिकों के नरेगा में 100 दिन पूरे हो चुके हैं तथा 36 हजार श्रमिक फिलहाल फिलहाल विभिन्न कार्यों पर नियोजित हैंं। उन्होंने बताया कि नरेगा में 2800 कार्य पूर्ण हो चुके हैं। उन्होंने बताया कि अकाल राहत अंतर्गत 1120 श्रमिक डवटेल किए गए कार्यों में तथा 3500 श्रमिक नरेगा कार्यस्थलों पर नियोजित हैं। जिला कलक्टर ने बताया कि मार्च के अंतिम पखवाड़े में नरेगा व अकाल राहत में श्रमिकों की संख्या बढेगी। उन्होंने बताया कि जिले के 74 गांवों में टैंकर के जरिए पेयजल आपूर्ति की जा रही है तथा 41 चारा डिपो संचालित किए जा रहे हैं।
बैठक में पेयजल संकट से निपटने के लिए कंटीजेंसी से कुछ राशि ग्राम पंचायतों को दिए जाने तथा अकाल राहत अंतर्गत ग्राम पंचायत मुख्यालयों पर एक बोरी अनाज रखवाने पर भी विचार विमर्श किया गया। बैठक में जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी अबरार अहमद, एएसपी अनिल कयाल, माध्यमिक शिक्षा उपनिदेशक बलराम मीणा, जिला शिक्षा अधिकारी प्रारंभिक ओमप्रकाश जांगिड़, डीएसओ हरलाल सिंह, अधीक्षण अभियंता जलदाय अनिल श्रीवास्तव, अधीक्षण अभियंता आपणी योजना, अधीक्षण अभियंता विद्युत एमएन चौहान, डीआईसी महाप्रबंधक देवेंद्र कुमार धूत, अग्रणी बैंक प्रबंधक केसी खरखोदिया, सहायक रजिस्ट्रार रामावतार चौधरी, सीएमएचओ विजय जिंदल सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी मौजूद थे।
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ध्वनि प्रसारण यंत्रों के उपयोग पर पाबंदी

चूरू, 15 मार्च। जिला कलक्टर एवं जिला मजिस्ट्रेट डॉ के के पाठक ने बोर्ड एवं यूनिवर्सिटी परीक्षाओं को देखते हुए 30 जून तक जिले में ध्वनि प्रसारण यंत्रों के उपयोग पर प्रतिबंध लगाये जाने के आदेश दिए हैं।
जिला कलक्टर ने बताया कि प्रतिबंध के दौरान कोई भी व्यक्ति ध्वनि प्रसारण यंत्रों का उपयोग बिना पूर्वानुमति के नहीं कर सकेगा तथा यह प्रतिबंध दिन व रात के समय समान रूपसे लागू होगा। उन्होंने बताया कि जिन व्यक्तियों को अपने कारोबार व अन्य सिलसिलों में ध्वनि प्रसारण यंत्रों के उपयोग की आवश्यकता हो, वे संबंधित तहसीलदार से अनुमति लें। जिला कलक्टर ने सभी एसडीएम व तहसीलदारों को निर्देशित किया है कि वे इस संबंध में अनुमति देते समय समय, स्थान व ध्वनि के संबंध में शर्तें अवश्य लगाएं। जिला कलक्टर ने बताया कि यह पाबंदी मंदिरों में नियमित रूप से होने वाली पूजा अर्चना, गिरजाघरों व गुरुद्वारों में नियमित रूप से होने वाली प्रार्थना-अरदास, मस्जिदों में नियमित रूप से होने वाली नमाज पर लागू नहीं होगी लेकिन इन नियमित कार्यक्रमों के अलावा किसी प्रकार के आयोजन के लिए पूर्व अनुमति लेनी होगी।
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रविवार, 14 मार्च 2010

केंद्रीय मंत्री देवड़ा ने सालासर बालाजी के दर्शन किए

कहा, राजस्थान में प्रस्तावित रिफाइनरी का फैसला त्रिपाठी कमेटी की रिपोर्ट के बाद
चूरू, 14 मार्च। केंद्रीय पैट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्री मुरली देवड़ा ने रविवार को सालासर हनुमान मंदिर में बालाजी के दर्शन कर शीश नवाया और विशेष पूजा-अर्चना कर देश की शांति, समृद्धि व खुशहाली की कामना की।
इस मौके पर पत्रकारों से संक्षिप्त बातचीत में उन्होंने कहा कि राजीव गांधी ग्रामीण एलपीजी वितरक योजना से रसोई गैस से वंचित ग्रामीणों को आसानी से गैस उपलब्ध हो सकेगी। इससे पर्यावरण प्रदूषण व वनों की कटाई पर रोक लगेगी। राजस्थान में प्रस्तावित रिफाइनरी के बारे में उन्होंने कहा कि इसके लिए गठित त्रिपाठी कमेटी की रिपोर्ट आने के बाद ही कुछ कहा जा सकेगा। युवा सांसद मिलिंद देवड़ा, लक्ष्मणगढ विधायक गोविंद डोटासरा भी इस मौके पर उनके साथ थे।
इससे पूर्व सालासर पहुंचने पर शिक्षा, श्रम एवं नियोजन मंत्री मास्टर भंवरलाल मेघवाल, अतिरिक्त कलक्टर एवं सीईओ अबरार अहमद, जिला पुलिस अधीक्षक निसार अहमद ने केंद्रीय मंत्री देवड़ा की अगवानी की। हनुमान सेवा समिति की ओर से माल्यार्पण तथा शॉल व श्रीफल भेंट कर उनका स्वागत किया गया। इस मौके पर एसडीएम अजीत सिंह राजावत, तहसीलदार महेंद्र चौधरी, बीडीओ मूलाराम चौधरी, पूर्व जिला प्रमुख भंवरलाल पुजारी, जिप सदस्य पूसाराम गोदारा, सुरजाराम ढाका, राधेश्याम अग्रवाल, परमेंद्र, कैलाश पुजारी, किशन पुजारी, जयदीप पुजारी, देवकीनंदन पुजारी, यशोदानंदन पुजारी, सांवरमल पुजारी भी मौजूद थे।
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गुरुवार, 11 मार्च 2010

अब गुरुजी भी खाएंगे पोषाहार

जिला कलक्टर डॉ पाठक ने कहा, यथासंभव एसडीएमसी ही बनाए पोषाहार
चूरू, 11 मार्च। जिले के स्कूलों में अब ग्रामसेवक व पटवारी के अलावा अब प्रत्येक शिक्षक को भी महीने में एक बार विद्यार्थियों के साथ सहभोज करना होगा। इसके लिए उन्हें संस्थाप्रधान से कूपन खरीदना होगा। पोषाहार कार्यक्रम के समुचित निरीक्षण एवं गुणवत्ता में सुधार के लिए यह व्यवस्था लागू की जा रही है।
कलक्ट्रेट सभाकक्ष में गुरुवार को पोषाहार कार्यक्रम को लेकर जिला कलक्टर की अध्यक्षता में आयोजित समीक्षा बैठक में यह जानकारी दी गई। इस मौके पर जिला कलक्टर डॉ के के पाठक ने कहा कि पोषाहार बनाने का कार्य यथासंभव एसडीएमसी को ही दिया जाएगा तथा केंद्रीयकृत पोषाहार निर्माण व्यवस्था को खत्म किया जाएगा। उन्होंने कहा कि जिन स्कूलों में एसडीएमसी द्वारा मिड डे मिल का प्रबंधन किया जा रहा है, उन स्कूलों में पोषाहार कार्यक्रम से केंद्रीयकृत व्यवस्था, एनजीओ अथवा सहकारी संस्था को नहीं जोड़ा जाए। इसके अलावा जिन स्कूलों में पोषाहार कार्य एसडीएमसी द्वारा नहीं किया जा रहा है, वहां भी चरणबद्ध रूप से वापस एसडीएमसी को ही यह दायित्व दिया जाए। उन्होेंने कहा कि कोई सहकारी समिति यदि एक से अधिक गांवों में पोषाहार आपूर्ति कर रही है वहा उनके क्षेत्राधिकार को कम किया जाए तथा एक के अतिरिक्त स्कूलों में पोषाहार का कार्य भिन्न स्थानीय सहकारी समिति को दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि इन सब निर्णयोें का उद्देश्य पोषाहार की गुणवत्ता में अधिकाधिक सुधार करना है। इस मौके पर कलक्टर ने उपखंड स्तरीय समिति की बैठक की रिपोर्ट नियमित रूप से भिजवाने, 75 प्रतिशत से अधिक उपस्थिति दिखाने वाले स्कूलों की सूची बनाने तथा आदर्श रसोई निर्माण के बकाया कार्यों को पूर्ण करने के निर्देश दिए। बैठक में मुख्य कार्यकारी अधिकारी अबरार अहमद ,विकास अधिकारी गोपीराम महला, युनुस अली सहित पोषाहार कार्यक्रम से जुड़े अधिकारी-कर्मचारी मौजूद थे।
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संपूर्ण स्वच्छता की प्रेरक बनेगी ‘आशा’


बतौर एनीमेटर ‘आशा’ को मिलेगा तीन सौ रुपए प्रतिमाह अतिरिक्त मानदेय
चूरू, 11 मार्च। गांव के आंगनबाड़ी केंद्रों पर कार्यरत ‘आशा’ अब संपूर्ण स्वच्छता कार्यक्रम से जुड़े घटकों में योगदान के लिए ग्रामीणों को प्रेरित करती नजर आएगी। ‘आशा’ को इस कार्यक्रम में बतौर एनीमेटर जोड़ने के लिए जिला कलक्टर द्वारा आदेश जारी किए गए हैं। इस कार्य के लिए ‘आशा’ को तीन सौ रुपए प्रतिमाह अतिरिक्त मानदेय दिया जाएगा।
कलक्ट्रेट सभागार में गुरुवार को आयोजित स्वजलधारा एवं संपूर्ण स्वच्छता अभियान की समीक्षा बैठक में यह जानकारी दी गई। बैठक की अध्यक्षता करते हुए जिला कलक्टर डॉ के के पाठक ने कार्यक्रम से जुड़े अधिकारियों से कहा कि इस वित्तीय वर्ष के अंतिम दिनों में उत्साह के साथ कार्य कर अधिकाधिक उपलब्धियां अर्जित करने के प्रयास करें। उन्होंन ेकहा कि यह कार्यक्रम पूरी तरह आम आदमी के स्वास्थ्य और जीवन से जुड़ा है, इसलिए ज्यादा से ज्यादा लोगों को इसके लिए प्रेरित करें। जिला कलक्टर ने कहा कि जिले के शौचालय सुविधा से वंचित बीपीएल चयनित ग्रामीणों को जिला मुख्यालय से सीधे टॉयलेट निर्माण से संबधित फायदों व अनुदान को लेकर पत्र लिखे जाएंगे। इस मौके पर ब्लॉक कार्डिनेटर द्वारा प्रत्येक माह नियमित रूप से निरीक्षण प्रतिवेदन प्रस्तुत करने, ग्राम सेवक एवं आशा द्वारा गांवों में शौचालय निर्माण संबंधी सर्वे करने, एनजीओ की बैठक और शौचालय निर्माण केंद्रित शिविर आयोजित करने, सामुदायिक शौचालय के निर्माण के लिए स्वीकृति के साथ ही राशि जारी करने, सेनेटरी मार्ट के लिए राशि जारी करने, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में शौचालयों की सूची तैयार करने संबंधी निर्देश जारी किए गए । बैठक में जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी अबरार अहमद, राजगढ विकास अधिकारी गोपीराम महला, जिला शिक्षा अधिकारी माध्यमिक गजेंद्र सिंह शेखावत, जिला शिक्षा अधिकारी प्रारंभिक ओमप्रकाश जांगिड़ सहित विकास अधिकारी, बीईईओ, ब्लॉक कॉर्डिनेटर व अभियान से ंसबंधित अधिकारी-कर्मचारी मौजूद थे।

केंद्रीय मंत्री देवड़ा 14 को सालासर आएंगे


चूरू, 10 मार्च। केंद्रीय पैट्रोलियम एवं खान मंत्री मुरली देवड़ा 14 मार्च रविवार को सालासर आएंगे। जिला कलक्टर डॉ के के पाठक ने बताया कि देवड़ा 14 मार्च कोे हेलीकाप्टर द्वारा दिल्ली से सालासर आएंगे।
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बदलना होगा दृष्टिकोण- पाठक

चूरू, 10 मार्च। जिला प्रशासन तथा चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग की ओर से प्रकाशित वार्षिक कैलेंडर 2010 का विमोचन जिला कलक्टर डॉ के के पाठक ने बुधवार को जिला कलक्ट्रेट सभागार में आयोजित समारोह में किया। कैलेंडर में कन्या भ्रूण संरक्षण विषयक आकर्षक व भावनात्मक संदेश भी शामिल किए गए हैं।
इस मौके पर डॉ के के पाठक ने कहा कि नारी को अबला व हीन समझने का दृष्टिकोण भारतीय समाज में सदियों से चलता आ रहा है, जिसके दुष्परिणाम आज सामने आ रहे हैंं। आज इस दृष्टिकोण में परिवर्तन की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि कन्या भ्रूण हत्या ने विषम लिंगानुपात जैसी भयावह समस्या को जन्म दिया है, जिसका खामियाजा हमें भुगतना पड़ रहा है और भविष्य में इसके और भी गंभीर परिणाम हो सकते हैं। जिला कलक्टर ने कहा कि आज नारी ने समाज के प्रत्येक क्षेत्र में सफलता अर्जित कर स्वयं को साबित कर दिया है लेकिन अब भी इस दिशा में अधिक सार्थक प्रयास किए जाने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि आज समाज में कन्या भ्रूण संरक्षण के संदेश के अधिकतम प्रसार की आवश्यकता है और इसीलिए इस कैलेंडर में इससे संबंधित भावनात्मक संदेश दिए गए हैं।
जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी अबरार अहमद ने भी कन्या भ्रूण संरक्षण पर बल देते हुए कहा कि हमने अब भी समाज में सदियों से चली आ रही कुरीतियों को नहीं छोड़ा तो सुखद भविष्य की कामना नहीं की जा सकती है। इस मौके पर बड़ी संख्या में जिला स्तरीय अधिकारी, कलक्ट्रेट परिसर के कर्मचारी व महिलाएं मौजूद थीं।
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मानवता के लिए गर्व बनें - पाठक

केसर देवी सोती उच्च माध्यमिक आदर्श विद्या मंदिर में गार्गी व गौरव पुरस्कार वितरित
चूरू, 09 मार्च। जिला कलक्टर डॉ के के पाठक ने कहा है कि विद्यार्थी सफलता से भी आगे सार्थकता की तलाश करें और मानवता के लिए गर्व बनकर दिखाएं।
जिला कलक्टर डॉ के के पाठक मंगलवार को जिला मुख्यालय स्थित केसरदेवी सोती उच्च माध्यमिक आदर्श विद्या मंदिर में माध्यमिक शिक्षा विभाग की ओर से बालिका शिक्षा फाउंडेशन की ओर से दिए जाने वाले गार्गी व गौरव पुरस्कार वितरण समारोह में बतौर मुख्य अतिथि संबोधित कर रहे थे। डॉ पाठक ने इस मौके पर गार्गी-याज्ञवल्क्य शास्त्रार्थ की चर्चा करते हुए कहा कि प्रश्नों की उत्पत्ति और कौतूहल सर्वाधिक महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा कि कौतूहल और जिज्ञासा से जिजीविषा पैदा होगी और जिजीविषा से जज्बा पैदा होगा। उन्होेंने कहा कि एक दुनिया वह है, जिसने हमें बनाया है और एक दुनिया हम बनाएंगे। हमें एक खूबसूरत दुनिया का निर्माण करने के लिए हमें अपनी महत्वकांक्षाओं को उस दिशा में मोड़ना है, जहां हम मानवता के लिए कुछ कर सकें। उन्होंने विद्यार्थियों से कहा कि जो ज्ञान प्राप्त किया है, उससे समाज में प्रकाश फैलाएं।
समारोह की अध्यक्षता करते हुए चूरू पंचायत समिति के प्रधान रणजीत सातड़ा ने कहा कि जिस घर में महिला पढ़ी लिखी होती है, वह घर निरंतर प्रगति की ओर अग्रसर होता है। उन्होंने कहा कि एक बालिका की शिक्षा एक पूरे परिवार को संस्कारित कर देती है। सातड़ा ने कहा कि विद्यार्थी काल मनुष्य जीवन का वह स्वर्णकाल होता है, जिसमें भविष्य की दिशाएं तय होती है। इसलिए अपने भीतर सुसंस्कारों को जगह दें, अच्छी आदतों का विकास करें और समाज के लिए कुछ रचनात्मक कार्य कर दिखाएं। जिला शिक्षा अधिकारी (मा.) गजेंद्र सिंह शेखावत ने समारोह में बालिका शिक्षा के विकास के लिए सरकार की विभिन्न योजनाओं की जानकारी देते हुए प्रसन्नता जताई कि बालिका शिक्षा के लिए किए जा रहे प्रयासों का प्रतिफल दिखने लगा है। उन्होंने कहा कि आज बालिकाओं में शिक्षा के लिए उत्कंठा और उत्साह देखते ही बनता है। शैक्षणिक प्रकोष्ठ अधिकारी ओमप्रकाश देवठिया ने आयोजन की रूपरेखा प्रस्तुत की। प्रधानाचार्य किशन सैनी ने अत्यधिक क्रिकेट और मोबाइल के आवश्यकता से अधिक उपयोग के दुष्प्रभावों से बचने की सलाह विद्यार्थियों को दी। उप प्रधान प्रताप सिंह ने भी विचार व्यक्त किए। संचालन कमल शर्मा ने किया। इससे पूर्व अतिथियों ने मां सरस्वती व भारत माता के चित्रों के समक्ष दीप प्रज्जवलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। रवींद्र राठौड़, रामस्वरूप फगेड़िया, अम्मीलाल दइया, राजेंद्रसिंह, सुरेंद्र गढवाल आदि ने माल्यार्पण कर अतिथियों का स्वागत किया। समारोह में एडीईओ रतन सिंह पूनिया, रामचंद्र प्रजापत सहित बड़ी संख्या में शिक्षा से जुड़े अधिकारी-कर्मचारी, अभिभावक व विद्यार्थी मौजूद थे। समारोह के दौरान बारहवीं कक्षा की वरीयता सूची के आधार पर 164, दसवी कक्षा के आधार पर 610, आठवीं के आधार पर 14 बालिकाओं को गार्गी पुरस्कार तथा सात विद्यार्थियों को गौरव पुरस्कार दिये गए।
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सालासर मेले को लेकर बैठक
चूरू, 09 मार्च। चैत्र पूर्णिमा को सालासर में भरने वाले हनुमान मेले में कानून व्यवस्था व अन्य बिंदुओं पर विचार-विमर्श के लिए बैठक 12 मार्च सायं 04 बजे जिला कलक्टर डॉ के के पाठक की अध्यक्षता में होगी। सुजानगढ एसडीएम अजीत सिंह राजावत ने बताया कि हनुमान सेवा समिति सभागार में आयोज्य इस बैठक में पेयजल, बिजली,पुलिस, परिवहन, चिकित्सा आदि से जुड़े अधिकारी भाग लेंगे।
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चारा डिपो स्वीकृत
चूरू, 09 मार्च। अकाल राहत अंतर्गत जिले के 09 और गांवों में चारा डिपो स्वीकृत किए गए हैं। जिला कलक्टर डॉ के के पाठक ने बताया कि चूरू तहसील के गांव थैलासर, लाखाऊ, बूंटिया, बीनासर, खींवासर, झारिया व इंद्रपुरा में ग्राम सेवा सहकारी समिति, सहनाली छोटी में ग्राम पंचायत तथा जोड़ी पट्टा सात्यूं में जोड़ी दुग्ध उत्पादक सहकारी समिति लिमिटेड को चारा डिपो संचालन के लिए स्वीकृति दी गई है।
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विकास का मॉडल जिला बनाएं चूरू को

शिक्षा मंत्री मास्टर भंवरलाल मेघवाल व प्रभारी मंत्री गुरमीत सिंह कुन्नर ने ली अधिकारियों की बैठक
चूरू, 08 मार्च। शिक्षा, श्रम एवं नियोजन मंत्री मास्टर भंवर लाल मेघवाल एवं प्रभारी मंत्री गुरमीत िंसह कुन्नर ने सोमवार को जिला कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित जिला स्तरीय अधिकारियों की बैठक में पेयजल, बिजली आपूर्ति, नरेगा, अकाल राहत सहित विभिन्न विकास कार्यों की समीक्षा करते हुए विभिन्न योजनाओं में शत-प्रतिशत उपलब्धि हासिल कर चूरू को मॉडल जिले के रूप में विकसित करने का आह्वान किया।
शिक्षा मंत्री मास्टर भवंरलाल मेघवाल ने इस मौके पर कहा कि महानरेगा सहित किसी भी योजना में भ्रष्टाचार किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा तथा कार्य में गुणवत्ता से समझौता नहीं होगा। उन्होंने कहा कि महानरेगा में बीपीएल, अनुसूचित जाति, जनजाति, लघु व सीमांत किसानों के खेतों में कुंड बनाए जाएंगे। इससे एक तरफ ग्रामीणों को रोजगार मिलेगा, वहीं बरसाती पानी के संरक्षण से पेयजल समस्या भी दूर होगी । उन्होंने कहा कि महानरेगा में खेतों की कण़ाबंदी, मेड़बंदी व पौधरोपण किया जाएगा। उन्होंने कहा कि नरेगा योजना के तहत खारे पानी वाले क्षेत्रों में घरेलू कुंड स्वीकृत किए जाने पर भी विचार चल रहा है। उन्होंने बिजली व पानी आपूर्ति की समीक्षा करते हुए कहा कि दोनों विभागों का चोली दामन का साथ है, इसलिए आपसी समन्वय बनाकार कार्य करें। उन्होंने कहा कि विद्युत व पेयजल आपूर्ति सुचारू बनी रहे तथा आने वाली गर्मी में वि़द्युत व पेयजल आपूर्ति की समस्या नहीं रहे, इसके लिए अभी से तैयारी करें। उन्होंने कहा कि जहां से भी इस संबंध में शिकायत मिले, उसका तुरंत निस्तारण करें।
शिक्षा मंत्री ने जिला कलक्टर से कहा कि नवनिर्वाचित जनप्रतिनिधियों के प्रशिक्षण आयोजित कर उन्हें बताएं कि वे किस प्रकार सरकार की कल्याणकारी योजनाओं में लोगों को अधिकाधिक लाभ दे सकते हैं। उन्होंने कहा कि नरेगा मस्टररोल नाम लिखकर ही जारी किए जाएं। शिक्षा मंत्री ने पंचायत समितियों में 26 लाख की लागत से भारत निर्माण राजीव गांधी ई सेवा केंद्र 30 मार्च से पहले पूर्ण कराने के निेर्देश देते हुए कहा कि ग्राम पंचायत मुख्यालयों पर भी 15 जून से पूर्व आईटी सेंटर बन जाने चाहिए।
स्वास्थ्य सेवाओं की समीक्षा करते हुए शिक्षा मंत्री ने कहा कि जिन उप स्वास्थ्य केें्रद्रों में लेबर रूम नहीं हैं, उनकी सूची तुरंत भिजवाएं और सभी स्वास्थ्य कें्रद्रों पर आवश्यक दवाओं की उपलब्धता सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि जिन गांवों में आवश्यकता से अधिक स्कूल चल रहे हैं, उन्हें एकीकृत किया जाएगा, इससे अध्यापकों की कमी से निजात मिलेगी और संसाधनों का सदुपयोग हो सकेगा। उन्होंने बताया कि इस बार प्रवेशोत्सव एक मई से 15 मई तक चलेगा, जिसके लिए शिक्षा अधिकारी अभी से तैयारी करें। उन्होंने कहा कि आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को स्कूलों में एक कमरा दिया जाएगा, जिनमें वे पूर्व प्राथमिक स्तर के बालकों को खेल-खेल में शिक्षा देंगी। उन्होंने शिक्षा अधिकारियों को नामांकन, ठहराव, पोषाहार और परीक्षा के सुचारू संचालन के लिए आवश्यक निर्देश दिए।
बैठक में प्रभारी मंत्री गुरमीत सिंह कुन्नर ने कहा कि महानरेगा में भ्रष्टाचार रोकने के लिए अधिकारी आकस्मिक रूप से कार्यस्थलों पर जाएं और अनियमितता मिलने पर सख्त कार्यवाही करते हुए संबंधित के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराएं। पेयजल समस्या के संंबंध में प्रभारी मंत्री ने कहा कि गंभीर पेयजल संकट वाले स्थानों की सूची बनाकर अभी से कार्य योजना बनाएं और सुनिश्चत करें कि कोई भी गांव पेयजल आपूर्ति से वंचित नहीं रहे। उन्होंने कहा कि इस बैठक में लिये गये निर्णयों के परिणाम अगली बैठक में सामने आने चाहिए। उन्होंने समाज कल्याण अधिकारी से कहा कि किसी भी प्रकार की अनियमितता सामने आने पर निष्पक्ष एवं त्वरित जांच करते हुए योजनाओं के प्रभावी क्रियान्वयन के लिए कार्य करें क्योंकि समाज का दलित व निर्धन तबका विभाग की योजनाओं से सर्वाधिक प्रभावित होता है। उन्होनें नरेगा में सामग्री खरीद के टेंडर में दरों की समीक्षा के निेर्देश दिए।
जिले में चल रही विभिन्न सरकारी योजनाओं व विकास कार्यों की प्रगति की जानकारी देेते हुए जिला कलक्टर डॉ के के पाठक ने बताया कि जिले में नरेगा के लिए 2, 50000 परिवार पंजीकृत है, जिसमें से फिलहाल 40 हजार लोग विभिन्न कार्यों में नियोजित है तथा 46 हजार लोग एक सौ दिन पूरे कर चुके हैं। उन्होंने कहा कि नरेगा में सौ दिन पूरे कर चुके लोगों को अकाल राहत अंतर्गत रोजगार दिया जा रहा है। उन्होंने बताया कि जिले के 88 स्कूलों में कम्प्यूटर शिक्षण का कार्य सुचारू चल रहा है।
बैठक में सहकारिता, वन विभाग, इंदिरा आवास, पन्नाधाय जीवन अमृत योजना, कृषि, पशुपालन आदि विभिन बिंदुओं पर विचार विमर्श कर आवश्यक निर्देश अधिकारियों को दिए गए। इस मौैके पर जिला प्रमुख कौशल्या पूनिया, मुख्य कार्यकारी अधिकारी अबरार अहमद, कोषाधिकारी अंजू गोयल, शिक्षा उपनिदेशक बलराम मीणा, जिला शिक्षा अधिकारी (मा) गजेंद्र शेखावत, जिला शिक्षा अधिकारी (प्रा) ओमप्रकाश जांगिड़, समाज कल्याण अधिकारी रामनिवास यादव, चूरू प्रधान रणजीत सातड़ा, सुजानगढ के पूर्व प्रधान व जिप सदस्य पूसाराम गोदारा, राजगढ बीडीओ गोपीराम महला सहित नरेगा, पेयजल, विद्युत, महिला एवं बाल विकास विभागों के अधिकारी, एसडीएम, विकास अधिकारी आदि मौजूद थे।
शिक्षा मंत्री व प्रभारी मंत्री ने रविवार को बीस सूत्री व पंद्रह सूत्री अल्पसंख्यक कल्याण कार्यक्रम को लेकर आयोजित समीक्षा बैठक में भी अधिकारियों को शत-प्रतिशत लक्ष्य प्राप्त करने के लिए आवश्यक निर्देश दिए।
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विश्व महिला दिवस पर विधिक साक्षरता शिविर आयोजित
चूरू, 08 मार्च। विश्व महिला दिवस के मौके पर सोमवार को महिला मंडल चूरू के तत्वावधान में संतोषी देवी भवन में विधिक साक्षरता शिविर का आयोजन किया गया।
शिविर को संबोधित करते हुए मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट उर्मिला वर्मा ने कहा कि आज देश की आधी आबादी महिलाओं की है। महिलाओं को अपने अधिकारों के प्रति जागरुक रहते हुए पीड़ित होने पर डटकर अन्याय से मुकाबला करना होगा। उन्होंने महिलाओं के अधिकारों से सबंधित अन्याय के विरूद्ध बने कानूनों की जानकारी देते हुए कहा कि कानूनों का प्रयोग छतरी की तरह करें। उन्होंने महिला शिक्षा पर भी बल दिया। महिला मंडल की अध्यक्ष राज जैन ने महिलाओं को ‘सब एक के लिए’ व ‘एक सब के लिए’ नारे के साथ संगठित होने की बात कही। इस मौके पर जिला विधिक चेतना समिति की सदस्य व्याख्याता सरोज हारित व व्याख्याता आशादेवी कोठारी ने विभिन्न जन कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी दी व महिलाओं को अधिकारों के प्रति जागरुक रहने का आह्वान किया। संचालन सरोज हारित ने किया।
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महिलाओं की आर्थिक आत्मनिर्भरता जरूरी ः कलक्टर
चूरू, 08 मार्च। महिला एवं बाल विकास विभाग परिसर में विश्व महिला दिवस पर समारोह का आयोजन किया गया। जिला कलक्टर डॉ के के पाठक ने दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया।
जिला कलक्टर ने इस मौके पर कहा कि समय बदल रहा है और महिलाएं समाज में सशक्त बनकर उभर रही हैं लेकिन महिलाओं का वास्तविक सशक्तिकरण उनके आत्मनिर्भर बनने से ही होगा। उन्होंने लिंगभेद की समाप्ति के लिए महिलाओं को ही सार्थक पहल करने की अपील की। मुख्य कार्यकारी अधिकारी अबरार अहमद ने स्वयं सहायता समूह कार्यक्रम को गति देने व इन्हें आयजनक गतिविधियों से जोड़ने की अपील की। मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट श्रीमती उर्मिला वर्मा ने महिलाओं को घरेलू विवादों का समाधान आपसी समन्वय से करने तथा सामाजिक मर्यादाओं की पालना पर बल दिया। कोषाधिकारी अंजू गोयल ने महिलाओं की कल्याणकारी योजनाओं का लाभ उठाने की बात कही। मुंसिफ मजिस्ट्रेट रामपाल जाट ने घरेलू हिंसा, दहेज निर्वाह भत्ता आदि कानूनी प्रावधानों की जानकारी दी। प्रारंभ में क्षेत्रीय उप निदेशक सावित्री शर्मा ने अतिथियों का स्वागत किया। सीडीपीओ दीपक कपिला ने विभागीय प्रतिवेदन प्रस्तुत किया। कार्यक्रम में ग्रामीण व शहरी क्षेत्रों की करीब दो सौ महिलाओं ने भाग लिया। संचालन पुष्पलता मंडार ने किया। राजूराम मीणा, बेला शर्मा, कमला चौधरी व सीता शर्मा ने आयोजकीय भागीदारी निभाई।
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महानरेगा में बढेगी मजदूरी- श्रम, नियोजन मंत्री

ग्रामीण दौरे में मेघवाल ने कहा, नहीं बढाएंगे बिजली की दरें, माध्यमिक शिक्षा अभियान बदलेगा स्कूलों की तस्वीर, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता पढाएगी स्कूल में
चूरू, 07 मार्च। शिक्षा, श्रम एवं नियोजन मंत्री मास्टर भंवर लाल मेघवाल ने कहा है कि सरकार महानरेगा में मजदूरी 100 रुपए से बढाकर कम से कम 125 रुपए प्रतिदिन किए जाने पर विचार कर रही है।
मेघवाल रविवार को सुजानगढ विधानसभा क्षेत्र के गांव गिरवरसर में आयोजित ग्रामीणों की सभा को संबोधित कर रहे थे। इस मौके पर उन्होंने कहा कि राज्य में किसानों की हालत सुधारने के लिए सरकार ने पूरे पांच साल कृषि कनेक्शनों को दी जाने वाली बिजली की दरें नहीं बढाने का फैसला किया है। इसके अलावा नरेगा में खेतों की हालत सुधारने के लिए कड़ाबंदी, मेड़बंदी,कुंड निर्माण आदि कार्य किये जाएंगे। उन्होंने कहा कि राज्य में नए सत्र से पहले द्वितीय एवं तृतीय श्रेणी के 27 हजार शिक्षकों की भर्ती की जाएगी। इसके अलावा राष्ट्रीय माध्यमिक शिक्षा अभियान से माध्यमिक तथा उच्च माध्यमिक स्कूलों की तस्वीर बदली जाएगी। उन्होने कहा कि इस अभियान के तहत भी शिक्षकों की भर्ती की जाएगी। उन्होंने कहा कि
मेघवाल ने कहा कि आने वाले दो-तीन साल में प्रदेश के प्रत्येक सीनियर सैकंडरी स्कूल में कम्प्यूटर लैब स्थापित कर दी जाएगी। उन्होंने कहा कि राज्य में बिजली संकट के समाधान के लिए पिछले एक साल में राज्य में एक हजार मेगावाट बिजली पैदा की जा चुकी है तथा आने वाले चार साल में चार हजार मेगावाट बिजली उत्पादित की जाएगी। उन्होंने कहा कि नए सत्र से आंगनबाड़ी कार्यकर्ता को स्कूल में रहकर पूर्व प्राथमिक स्तर के बच्चों को पढाना होगा। इसके लिए उसे विद्यालय में एक कमरा आवंटित किया जाएगा।
उन्होेंने कहा कि ग्रामीण विकास की धारा और बदलते समय की नब्ज को पहचानते हुए सह शिक्षा, बालिका शिक्षा को बढावा दें। उन्होंने अधिकाधिक पेड़ लगाने, परिवार नियोजन अपनाने, बेटा-बेटी एक समान समझने तथा महिला सशक्तिकरण की बात भी ग्रामीणों से कही।
समारोह में शिक्षा मंत्री ने गिरवरसर के मिडिल स्कूल को क्रमोन्नत करने की घोषणा की और बिजली संकट दूर करने के लिए फीडर पृथक करने के निर्देश अधिकारियों को दिए। समारोह के दौरान प्रधान नानी देवी गोदारा, पूर्व प्रधान व जिला परिषद सरस्य पूसाराम गोदारा, पूर्व जिला प्रमुख भंवरलाल पुजारी, कृषि उपज मंडी के अध्यक्ष सुरजाराम ढाका, उप प्रधान विक्रम सिंह, कमला गोदारा आदि भी मौजूद थे। इससे पहले गांव में पहुंचने पर शिक्षा मंत्री व पंचायती राज के जनप्रतिनिधियों का उत्साह के साथ स्वागत किया गया।
इसी क्रम में रविवार को ही गांव साजनसर में आयोजित समारोह में शिक्षा मंत्री ने कहा कि महानरेगा में भ्रष्टाचार करने वाले जनप्रतिनिधियों को जेल की हवा खानी पड़ेगी। उन्होंने कहा कि सरकार की किसी भी योजना में भ्रष्टाचार बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। समारोह को पूर्व प्रधान पूसाराम गोदारा, पार्षद सींवरी देवी ने भी संबोधित किया। संचालन राजेंद्र मूंड ने किया। शिक्षा मंत्री ने इस मौके पर साजनसर के मिडिल स्कूल को सैकंडरी में क्रमोन्नत करने, तेहनदेसर क्षेत्र में 220 केवी जीएसएस की स्थापना करने की घोषणा की। रविवार को शिक्षा मंत्री ने सोनियासर सुखराम, सोनियासर उदयकरणोतान, रेड़ा, तेहनदेसर आदि गांवों में भी जनसंपर्क कर अभाव अभियोग सुने तथा अधिकारियों को जनसमस्याओं के तत्काल निस्तारण के निर्देश दिए।

नए सत्र से पहले 27 हजार शिक्षकों की भर्ती

शिक्षा मंंत्री ने कहा, नहीं बढाएंगे कृषि बिजली की दरें, राज्य में खुलेंगे 186 मॉडल स्कूल
चूरू, 06 मार्च। शिक्षा, श्रम एवं नियोजन मंत्री मास्टर भंवर लाल मेघवाल ने कहा है कि प्रदेश में नए सत्र से पहले 27 हजार द्वितीय एवं तृतीय श्रेणी के शिक्षकों की भर्ती की जाएगी तथा गांवों में शिक्षकों की कमी नहीं रहने दी जाएगी।
शिक्षा मंत्री ने शनिवार को सुजानगढ क्षेत्र के गांव सांडवा में आयोजित समारोह में जनप्रतिनिधियों व ग्रामीणों को संबोधित कर रहे थे। शिक्षा मंत्री मेघवाल ने इस मौके पर कहा कि राज्य सरकार द्वारा इस पूरे कार्यकाल में किसानों की बिजली की दर नहीं बढाई जाएगी तथा किसानों की हालत में सुधार के लिए विभिन्न कार्य हाथ में लिए गए हैं। उन्होंने कहा कि नरेगा में बीपीएल, अनुसूचित जाति, जनजाति, लघु व सीमांत किसानों के खेतों में कुंड बनाए जाएंगे तथा मेड़बंदी व कड़ाबंदी करवाई जाएगी।
मेघवाल ने कहा कि शैक्षणिक व आर्थिक रूप से पिछड़े क्षेत्रों में शिक्षा का स्तर सुधारने तथा आम आदमी तक शिक्षा की रोशनी पहुंचाने के लिए प्रदेश में 186 मॉडल स्कूल नवोदय विद्यालय की तर्ज पर खोले जाएंगे एवं इतने ही कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालयों की स्थापना की जाएगी। उन्होंन कहा कि सरकार गांवों के सर्वांगीण विकास के लिए प्रतिबद्ध है तथा इसमें किसी प्रकार का धनाभाव आड़े नहीं आएगा। उन्होंने कहा कि तीन साल में प्रदेश के प्रत्येक सीनियर सैकंडरी स्कूल में कम्प्यूटर लैब स्थापित कर दी जाएगी। उन्होंने कहा कि राज्य में बिजली संकट के स्थाई समाधान के लिए गंभीर प्रयास किए जा रहे हैं। पिछले एक साल में राज्य में एक हजार मेगावाट बिजली पैदा की जा चुकी है तथा आने वाले चार साल में चार हजार मेगावाट बिजली का उत्पादन कर राज्य को इस क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में कदम बढाए जाएंगे। शिक्षा मंत्री ने इस मौके पर सांडवा के राजकीय स्कूल में विज्ञान व वाणिज्य संकाय नए सत्र से शुरू करने, नए पंचायत भवन का निर्माण कराने, ढाणियों में बिजली कनेक्शन के लिए सर्वे कराने, स्कूल में खेलकूद, पुस्तकालय आदि के लिए राशि स्वीकृत करने, सांडवा स्कूल में दस कम्प्यूटर लगाने तथा तेहनदेसर में 220 केवी विद्युत ग्रिड सब स्टेशन बनाने की घोषणा की।
पूर्व प्रधान एवं जिला परिषद सदस्य पूसाराम गोदारा ने कहा कि विकास की रोशनी गांव के गरीब की झोंपड़ी तक पहुंचे, तभी वास्तव में पंचायती राज की सार्थकता है। समारोह में पूर्व जिला प्रमुख भंवर लाल पुजारी, सुजानगढ कृषि उपज मंडी के अध्यक्ष सुरजाराम ढाका, जिप सदस्य कमला गोदारा, प्रहलाद सैन ने भी संबोधित किया। संचालन रामनिवास घोटिया ने किया। इस मौके पर प्रधान नानीदेवी गोदारा, विजय पुजारी, राधेश्याम अग्रवाल, उप प्रधान विक्रम सिंह, गोपाल तिवाड़ी, कन्हैयालाल शर्मा, अधिशाषी अधिकारी एस एल इंदलिया सहित बड़ी संख्या में जनप्रतिनिधि, अधिकारी व ग्रामीण मौजूद थे।
शनिवार को ही ग्राम बैरासर में आयोजित कार्यक्रम में मोहनराम, रामस्वरूप, बन्नाराम मेघवाल, गणपत राम, केसराराम, ज्ञानाराम, चूनाराम, पुरखाराम, बिशनाराम, भगवानाराम, चंद्राराम आदि ने शिक्षा मंत्री तथा अन्य जनप्रतिनिधियों का गर्मजोशी से स्वागत किया। शिक्षा मंत्री ने बैरासर स्कूल भवन की मरम्मत कराने की घोषणा इस मौके पर की।
गांव बंबू में हरजीराम ज्याणी, मदन गोपाल, धन्नेसिंह चौहान, हुणताराम, आशाराम, भवानी सिंह, रामसिंह चौहान आदि ने शिक्षा मंत्री का स्वागत किया। बंबू में शि़क्षा मंत्री ने अधिकारियों को बिजली व पानी का संकट दूर करने तथा बिजली के ढीले तार ठीक कराने के निर्देश दिए। शिक्षा मंत्री ने शनिवार को ही बेनाथा, मानपुरा, भोमपुरा, ईंयारा आदि गांवों का दौरा कर अभाव अभियोग सुने।

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किसी को भूखा नहीं रहने दिया जाएगा - शिक्षा, श्रम एवं नियोजन मंत्री

चूरू, 5 मार्च। शिक्षा, श्रम एवं नियोजन मंत्री मास्टर भंवर लाल मेघवाल ने शुक्रवार को सुजानगढ विधानसभा क्षेत्र के गुलेरिया, सूरवास, बालेरा, कोडासर जाटान व बीदावतान, दुरगाणा रामनगर, चरला आदि गांवों का दौरा कर लोगों की समस्याएं सुनीं और अधिकारियों को मौके पर ही समस्याओं के निस्तारण के निर्देश दिए। ग्रामीण क्षेत्र के लोगों ने इस मौके पर शिक्षा मंत्री व जनप्रतिनिधियों का उत्साह के साथ स्वागत किया।
इसी दौरान गांव चरला में आयोजित समारोह को संबोधित करते हुए शिक्षा मंत्री मास्टर भंवर लाल मेघवाल ने कहा कि राज्य सरकार का यह संकल्प है कि प्रदेश में कोई भी व्यक्ति भूखा नहीं सोएगा तथा किसी को भी बिजली, पानी व रोजगार से वंचित नहीं रहने दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि समाज की अंतिम पंक्ति के अंतिम छोर पर खड़े गरीब तथा असहाय व्यक्ति की मदद के लिए सरकार तैयार खड़ी है।
उन्होंने समारोह में मौजूद जनप्रतिनिधियों से कहा कि चुनाव के बाद किसी प्रकार की दलगत राजनीति विकास में आड़े नहीं आनी चाहिए। उन्होंने कहा कि दलगत राजनीति से ऊपर उठकर जन समस्याओं का निराकरण करें और सरकार की कल्याणकारी योजनाओं को आम आदमी तक पहुंचाएं। उन्होंने कहा कि हाल ही में हुए पंचायत चुनावों के बाद समाज में परिवर्तन की लहर देखने को मिल रही है तथा बड़ी संख्या में महिलाएं नेतृत्व के लिए आगे आई हैं, यह बेहतर संकेत है।
उन्होंने अभिनंदन समारोह तथा विवाह पार्टियों में सादगी व मितव्ययिता का संदेश देते हुए कहा कि किसी भी तरह की फिजूल खर्ची से बचा जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि इन कार्यक्रमों पर होने वाला खर्च किसी गरीब के काम आए या फिर विकास के किसी कार्य में लगे तो देश की तस्वीर ही बदल सकती है। उन्होंने क्षेत्र की पेयजल समस्या से निपटने के लिए आपणी योजना का मीठा पानी लाने का अपना संकल्प दोहराते हुए गिरते भूजल स्तर पर चिंता जताई और कहा कि ग्रामीण अपनी पुरानी तकनीक व परंपरा को अपनाते हुए खेत-खेत में कुंड बनाएं। उन्होंने कहा कि महानरेगा के अंतर्गत बीपीएल, अनुसूचित जाति, जनजाति, लघु व सीमांत किसानों के खेतों मे कुंड स्वीकृत किए जाएंगे।
समारोह को संबोधित करते हुए पूर्व प्रधान एवं जिप सदस्य पूसाराम गोदारा ने कहा कि जन समस्याओं से निबटने के लिए जनचेतना भी जरूरी है। उन्होंने कहा कि पेयजल समस्या के स्थाई समाधान के लिए आवश्यक है कि हम बरसाती पानी के संरक्षण के लिए कार्य करें।
इस मौके पर प्रधान नानी देवी गोदारा, सुरजाराम ढाका, पूर्व जिला प्रमुख भंवरलाल पुजारी, जिप सदस्य कमला गोदारा, राजेश कंवर, उप प्रधान विक्रम सिंह, राधेश्याम अग्रवाल सहित जनप्रतिनिधियों का अभिनंदन किया गया। संचालन रामनिवास घोटिया ने किया।
इससे पूर्व दुरगाणा रामनगर में आयोजित कार्यक्रम मे ंभागीरथ गुरु, गीतादेवी गुरु, ज्ञानाराम, जेठाराम मेघवाल, कानाराम, तोलाराम, खींवाराम, जैसाराम, शेरसिंह, किशन पूनिया आदि ग्रामीणों ने शिक्षा मंत्री व अन्य जनप्रतिनिधियों का भावभीना स्वागत किया।
अपने जनसंपर्क के दौरान शिक्षा मंत्री ने हेमासर आथूणा में प्राथमिक विद्यालय को क्रमोन्नत करने, हेमासर क्षेत्र में 07 हैंडपंप बनाने, कोडासर में एक ट्यूबवैल बनाने, चरला में पांच हैंडपंप बनाने का आश्वासन दिया।
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गांवों में बहेगी विकास की गंगा - मेघवाल

शिक्षा मंत्री मेघवाल ने सुजानगढ ग्रामीण क्षेत्र का दौरा कर जनसमस्याएं सुनीं

चूरू, 04 मार्च। शिक्षा, श्रम एवं नियोजन मंत्री मास्टर भंवर लाल मेघवाल ने कहा है कि क्षेत्र के विकास कार्यों में धन की कमी आड़े नहीं आएगी और गांवों में विकास की गंगा बहाई जाएगी।
शिक्षा मंत्री मेघवाल गुरुवार को सुजानगढ विधानसभा क्षेत्र के गांव सारोठिया में आयोजित समारोह में जनपर््रतिनिधियों एवं ग्रामीणों को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि पिछले एक साल के कार्यकाल में लगातार आचार संहिताओं के बावजूद राज्य सरकार ने विकास के कीर्तिमान स्थापित किए हैं। शिक्षा मंत्री ने कहा कि महानरेगा योजना के जरिए पूरे देश के गांवों की तस्वीर सुधरने लगी है और ग्रामीणों को रोजगार मिलने से उनका जीवन स्तर सुधरा है।
उन्होंने कहा कि महानरेगा में अब सभी बीपीएल, अनुसूचित जाति, जनजाति व लघु तथा सीमांत किसानों के खेतों में बरसाती पानी के संग्रहण के लिए कुंड स्वीकृत किए जाएंगे, जिनमें प्रत्येक कुंड के निर्माण के लिए 59 हजार रुपए दिए जाएंगे। उन्होंने कहा कि महानरेगा में खेतों की मेड़बंदी का कार्य भी हाथ में लिया जाएगा।
शिक्षा मंत्री ने कहा कि अकाल के चलते समूचा प्रदेश जल संकट से जूझ रहा है लेकिन राज्य सरकार ने इससे निपटने के भरपूर प्रयास किए हैं और आने वाले समय में भी अकाल और पेयजल संकट से निपटने में कोई कोर-कसर नहीं छोड़ी जाएगी। शिक्षा मंत्री ने गहरे होते भू जल संकट की ओर सकेत करते हुए ग्रामीणों से कहा कि पानी के संरक्षण के लिए प्रयास करें। उन्होंने कहा कि अब गांवों में बदलाव की बयार चल पड़ी है और बड़ी संख्या में महिला जनप्रतिनिधियों का चुना जाना बेहतर संकेत है। उन्होंने कहा कि जमाना कम्प्यूटर, इंंटरनेट और तकनीकी शिक्षा का है, इसलिए अपने बच्चों को तकनीकी शिक्षा दिलाएं। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार द्वारा 31 मार्च से पहले सभी पंचायत समिति मुख्यालयों पर 26-26 लाख रुपए की लागत से राजीव गांधी विकास केंद्रों का निर्माण करवा दिया जाएगा तथा 30 जून से पहले राज्य के प्रत्येक ग्राम पंचायत मुख्यालय पर 10-10 लाख रुपए की लागत से आई टी सेंटर बनकर तैयार हो जाएंगे। इससे गांव में बैठे आम आदमी को अनेक तरह की सुविधाएं मिल सकेंगी।
उन्होंने पंचायती राज के नवनिर्वाचित जनप्रतिनिधियों का आह्वान किया कि चुना गया जनप्रतिनिधि किसी एक दल का नहीं, अपितु समूची जनता का होता है, इसलिए बिना किसी भेदभाव और पक्षपात के जनता की समस्याओं का निराकरण करें और सरकार की कल्याणकारी योजनाओं का लाभ पात्र व्यक्तियों तक पहुंचाएं। इस मौके पर शि़क्षा मंत्री ने सुजानगढ क्षेत्र में आपणी योजना का मीठा पानी लाने का संकल्प दोहराया।
पूर्व प्रधान एवं जिप सदस्य पूसाराम गोदारा ने इस मौके पर कहा कि ग्रामीण विकास में पंचायती राज की भूमिका महत्वपूर्ण है और चुने गए जनप्रतिनिधियों का दायित्व है कि वे सरकार की लाभकारी योजनाओं को गरीब की झोंपड़ी तक पहुंचाएं।
इस अवसर पर मुख्य अतिथि शिक्षा मंत्री, पूर्व जिला प्रमुख भंवरलाल पुजारी, प्रधान नानी देवी गोदारा, पूर्व प्रधान व जिप सदस्य पूसाराम गोदारा, सुरजाराम ढाका, जिप सदस्य कमला गोदारा, राजेश कंवर, उप प्रधान विक्रम सिंह, सारोठिया सरपंच रामकरण सहित विभिन्न जनप्रतिनिधियों का साफा बांधकर व माल्यार्पण कर स्वागत किया गया। संचालन रामनिवास घोटिया ने किया।
इससे पूर्व ग्राम खारा में चौपाल पर गामीणों ने शिक्षा मंत्री का स्वागत किया। इस मौके पर शिक्षा मंत्री ने जलदाय विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे गांवों के प्रबुद्ध नागरिकों के फोन नंबर अपने पास रखें और पेयजल आपूर्ति से संबंधित फीड बैक लेकर आपूर्ति को सुचारू रखें। खारा में मांगूसिंह, ईश्वर सिंह, हनुमाना राम, अन्नाराम आदि ने शिक्षा मंत्री व अतिथियों का स्वागत किया।
शिक्षा मंत्री ने गुरुवार को गनोड़ा, खंडाप, ढाणी रातड़ी, बाड़ा, मारोठिया, बिलंगा, मालकसर सहित विभिन्न गांवों का दौरा कर जन समस्याएं सुनी ंऔर अधिकारियों को तत्काल निस्तारण के निर्देश दिए।
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बुधवार, 3 मार्च 2010

मेघवाल व कुन्नर आठ को लेंगे बैठक

चूरू, 02 मार्च। शिक्षा, श्रम व नियोजन मंत्री मास्टर भंवरलाल मेघवाल एवं जिले के प्रभारी व कृषि विपणन राज्य मंत्री गुरमीत सिंह कुन्नर सोमवार 08 मार्च को प्रातः 11.30 बजे जिला कलेक्ट्रेट सभागार में पेयजल, विद्युत, अकाल राहत, पेयजल, चिकित्सा व स्वास्थ्य सहित विभिन्न विभागों की समीक्षा बैठक लेंगे। बैठक में सभी जिला स्तरीय अधिकारियों के अलावा जिले के एसडीएम, बीडीओ मौजूद रहेंगे।
कुन्नर एवं मेघवाल इसी दिन दोपहर 02 बजे 15 सूत्रीय अल्पसंख्यक कल्याण समीक्षा एवं दोपहर 03 बजे बीस सूत्री कार्यक्रम की समीक्षा बैठक में भाग लेंगे। संबंधित अधिकारियों को पूर्ण तैयारियों सहित बैठक में उपस्थित होने के निर्देश दिए गए हैं।
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असहाय सहायता योजना में 19़ लाख 96 हजार 750 रुपए स्वीकृत

चूरू, 02 मार्च। जिले में असहाय सहायता योजना में 25 फरवरी से 31 मार्च 2010 तक 35 दिनों के लिए 2863 व्यक्तियों को 19 लाख 96 हजार 750 रुपए सहायता राशि स्वीकृत की गई है।
जिला कलक्टर ने बताया कि असहाय सहायता योजना में अभाव ग्रस्त क्षेत्रों में 20 रुपए प्रतिदिन प्रति वयस्क एवं 15 रुपए प्रतिदिन प्रति अवयस्क असहाय को सहायता दी जाती है।
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असहाय सहायता योजना में 19़ लाख 96 हजार 750 रुपए स्वीकृत

चूरू, 02 मार्च। जिले में असहाय सहायता योजना में 25 फरवरी से 31 मार्च 2010 तक 35 दिनों के लिए 2863 व्यक्तियों को 19 लाख 96 हजार 750 रुपए सहायता राशि स्वीकृत की गई है।
जिला कलक्टर ने बताया कि असहाय सहायता योजना में अभाव ग्रस्त क्षेत्रों में 20 रुपए प्रतिदिन प्रति वयस्क एवं 15 रुपए प्रतिदिन प्रति अवयस्क असहाय को सहायता दी जाती है।
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लोकरंग से सराबोर प्रस्तुतियों ने मन मोहा

पर्यटन राज्य मंत्री राजेंद्र सिंह गुढा ने किया होली महोत्सव का शुभारंभ

चूरू, 03 मार्च। संप्रति संस्थान एवं जिला पत्रकार संघ चूरू की ओर से बागला स्कूल मैदान में आयोजित होली महोत्सव का रात्रि 09 बजे ढोल-नगारे की ताल, ढप की थाप, बांसुरी की मधुर स्वर लहरी और वीणा कैसेट्स के कलाकारों के लोकगीतों एवं लोकनृत्य के साथ आगाज हुआ। पर्यटन राज्य मंत्री राजेंद्र सिंह गुढा ने मुख्य अतिथि के रूप में दीप प्रज्ज्वलित कर 25 वें होली महोत्सव व स्व. दुर्गेश पुरस्कार समारोह का शुभारंभ किया।
इस मौके पर पर्यटन मंत्री ने कहा कि हमारे लोकगीत व नृत्य हमारी अस्मिता के प्रतीक हैं और लोक संस्कृति को अक्षुण्ण बनाये रखना हमारा कर्तव्य है। उन्होंने कहा कि राजस्थान की संस्कृति पूरी दुनिया में अपनी अलग पहचान रखती है। उन्होेंने कलाकारों एवं आयोजकों की सराहना करते हुए कहा कि इस तरह के आयोजन हमें अपनी जड़ों से जोड़े रखते हैं।
कार्यक्रम में स्थानीय कलाकारों एवं वीणा कैसेट्स के कलाकारों ने एक से बढकर एक कार्यक्रम प्रस्तुत कर श्रोताओं को देर रात तक बांधे रखा। राजलदेसर के लोक कलाकारों ने चंग की थाप पर चंग नृत्य, नगारे व ढोल की ताल व बांसुरी की स्वर लहरियों के साथ शेखावाटी का सुविख्यात गींदड़ और चंग नृत्य प्रस्तुत कर दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया, जिसे देखकर श्रोताओं के पांव अनायास ही थिरकने लगे। देर रात तक चले इस कार्यक्रम में वीणा कैसेट के कलाकारोंंंंंं ने एक से बढकर एक प्रस्तुतियां देकर श्रोताओं की वाहावाही लूटी। कलाकारों ने होली के धमाल, घूमर नृत्य, एकल गीत, युगल, गीत एवं नृत्य प्रस्तुत कर चूरू शहर को लोक संस्कृति और फागुन के रंग में सराबोर कर दिया।
वीणा कैसेट की कलाकार सुप्रिया ने ‘चांद चढ्यो गिगनार किरतां ढल आई आधी रात पिवजी अब तक घरां न पधार मारूड़ी थारी बिलखै छै जी बिलखै छै’, ‘ छिप जाई रे चंदा बादळ में, पिया की नजर म्हारै काजळ पर’, ‘चांदनी रात चमक रह्यो चंदो’, ‘कुए पर एकली’, ‘बाईसा रा बीरा जैपर जाज्यो सा’, ‘जल जमना रो पाणी किंया ल्यांऊ ओ रसिया पतली कमर म्हारी लुल लुल जाय’, ‘मिश्री रो बाग लगा दे रसिया’, ‘धरती धोरां री’ आदि गीतों की शानदार प्रस्तुति देकर दर्शकों का मन मोह लिया। इन प्रस्त्ुतियों को देखकर दर्शक तालियों के साथ नाचने लग गए। सुप्रिया और मनोहर द्वारा प्रस्तुत युगल गीतों पर भी श्रोता झूम उठे। इसके अलावा वीणा कैसेट के कलाकारों द्वारा प्रस्तुत चंग नृत्य, ‘घड़लो थाम ले देवरिया’, ‘कबूतर जा साजन रे देश लेज्या म्हारो तूं संदेश बेगो उड़ज्या रे’ सहित होली की धमाल एवं अन्य कार्यक्रम प्रस्तुत किए गए जिसे लोगों ने खूब पंसद किया।
समारोह में रामसरा (चूरू) की बालिका पूजा और प्रियंका ने चरी नृत्य की शानदार प्रस्तुति दी। संप्रति संस्थान की ओर से 1100 रुपए एवं केसी मालू की ओर से एक हजार रुपए की नकद राशि पुरस्कार स्वरूप दोनों बालिकाओं को प्रदान की गई। इस अवसर पर पर्यटन राज्य मंत्री राजेंद्र सिंह गुढा ने लोक संस्कृति के लिए हनुमान आदित्य, साहित्य के लिए बनवारी लाल खामोश तथा शिक्षा में उत्कृष्ट कार्य के लिए अनुप्रिया बागड़ी केा प्रतीक चिन्ह प्रदान कर सम्मानित किया। इस अवसर पर केसी मालू ने भी अपने विचार व्यक्त किए।
समारोह में सांसद नरेंद्र बुढानिया, रतनगढ विधायक राजकुमार रिणवां, पूर्व मंत्री हमीदा बेगम, पूर्व मंत्री अश्क अली टाक, नगर परिषद के पूर्व सभापति रमाकांत ओझा, गौरीशंकर मंडावेवाला, जिला परिषद सदस्य धर्मेंद्र बुढानिया, हुसैन सैयद, राधेश्याम चोटिया सहित अन्य जनप्रतिनिधिगण, गणमान्य नागरिक, पत्रकार, संप्रति संस्थान के पदाधिकारी एवं काफी संख्या में दर्शकगण मौजूद थे। प्रारंभ में आयोजन समिति के पदाधिकारियों ने अतिथियों को साफा पहनाकर एवं माल्यार्पण कर स्वागत किया।
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19.46 लाख के सात कार्य स्वीकृत

चूरू, 03 मार्च। राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना अंतर्गत राजगढ पंचायत समिति क्षेत्र में 19.46 लाख के सात कार्य स्वीकृत किए गए हैं।
जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकरी अबरार अहमद ने बताया कि स्वीकृत कार्यों में पहाड़सर गांव में खुर्रा निर्माण, मिठी में आंतरिक सड़क निर्माण के कार्य शामिल हैं। इन कार्यो में सामग्री के लिए 16.71 तथा श्रम के लिए 2.75 लाख रुपए स्वीकृत किए गए हैं।
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अग्निपीड़ित पशुपालकों को सहायता स्वीकृत

चूरू, 03 मार्च। जिले में आठ अग्निपीड़ित पशुपालकों को 65 हजार रुपए रुपए सहायता स्वीकृत की गई है। जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी अबरार अहमद ने बताया कि अग्नि कांड में मृत पशुओं के मुआवजे के रूप में 45 हजार तथा आवासीय नुकसान के मुआवजे के रूप में 20 हजार रुपए की सहायता स्वीकृत की गई है।
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दक्षता प्रमाणीकरण शिविर 06 को

चूरू, 03 मार्च। राज्य सरकार की मानव संसाधन विकास योजना के तहत निर्माण उद्योग विकास परिषद को राज्य के निर्माण श्रमिकों की दक्षता प्रमाणित करने के लिए अधिकृत किया गया है।
आईटीआई अधीक्षक ने बताया कि निर्माण कारीगरों व श्रमिकों की दक्षता के प्रमाणीकरण के लिए प्रत्येक माह की पांच तारीख को पंजीकरण कर 06 तारीख को दक्षता प्रमाणीकरण शिविर का आयोजन आईटीआई में किया जाएगा। उन्होंने बताया कि वे निर्माण श्रमिक जो किसी भी कार्यक्षेत्र में योग्यता तो रखते हैं लेकिन उनके पास योग्यता का कोई प्रमाण पत्र नही है, इस योजना का लाभ उठाकर प्रमाण पत्र पा सकते हैं। अधिक जानकारी व आवेदन के लिए अधीक्षक आईटीआई से संपर्क किया जा सकता है।
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गौशालाओं के लिए अनुदान स्वीकृत

चूरू, 03 मार्च। जिला कलक्टर ने अकाल राहत अंतर्गत जिले में विभिन्न गौशालाओं को पशुओं के लिए अनुदान स्वीकृत किया है। जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी अबरार अहमद ने बताया कि श्री गुसाई गौशाला सोसायटी राजोलाई बाढसर में 124, श्री गोपाल गौसेवा समिति रूपलीसर में 154 तथा श्री कृष्ण गौसेवा समिति लूणास में 250 पशुओं के लिए अनुदान 16 फरवरी से स्वीकृत किया गया है। इसी प्रकार श्री गौशाला समिति सरदारशहर की पूर्व में स्वीकृत पशु संख्या को बढाकर कुल 1025 व चूरू तहसील में पशु संरक्षण व गौसेवा समिति जसरासर में पशु संख्या बढाकर कुल 138 पशुओं के लिए अनुदान की स्वीकृति दी गई है।
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जनप्रतिनिधि ग्रामीण विकास का संकल्प लेंः मेघवाल

सुजानगढ के ग्रामीण क्षेत्र के दौरे में शिक्षा मंत्री मास्टर भंवरलाल मेघवाल ने सुने अभाव अभियोग
चूरू, 03 मार्च। शिक्षा, श्रम एवं नियोजन मंत्री ने कहा है कि राज्य सरकार गांवों के चहुंमुखी विकास और सभी प्रकार की आधारभूत सुविधाओं को आम आदमी तक पहुंचाने के लिए प्रतिबद्ध है।
मेघवाल बुधवार को सुजानगढ विधानसभा क्षेत्र के गांव लोढसर में आयोजित नवनिर्वाचित जनप्रतिनिधियों के अभिनंदन समारेाह को बतौर मुख्य अतिथि संबोधित कर रहे थे। सुजानगढ में मीठा पानी लाने के अपने संकल्प को दोहराते हुए शिक्षा मंत्री ने कहा कि अपने इसी कार्यकाल में वे अपने क्षेत्र के लोगों को पीने के लिए नहर का पानी उपलब्ध कराने के लिए भरपूर प्रयास करेगे। शिक्षा मंत्री ने कहा कि नरेगा योजना में अनुसूचित जाति, जनजाति, बीपीएल, लघु एवं सीमांत किसानों के खेतों में बरसाती पानी के संग्रहण के लिए कुंड स्वीकृत किए जाएंगे। इसके साथ ही खेतों में मेड़बंदी का कार्य भी करवाया जाएगा। उन्होंने कहा कि चूरू जिले में पानी का गंभीर संकट है लेकिन इससे निपटने में कोई कसर नहीं छोड़ी जाएगी। किसी भी गांव को पानी-बिजली से वंचित नहीं रहने दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि अकाल राहत अंतर्गत बरसात नहीं होने तक ग्रामीणों का रोजगार मुहैया करवाया जाएगा।
उन्होनें जनप्रतिनिधियों से कहा कि वे अपने अधिकारों और दायित्वों केा समझते हुए गरीब को गणेश मानकर गांवों के चहुंमुखी विकास के लिए संकल्पबद्ध होकर कार्य करें। शिक्षा मंत्री ने कहा कि उन्हें इस बात की खुशी है कि इस बार पंचायती राज में बड़ी संख्या में महिलाएं और युवा चुनकर आए हैं। यह हमारे समाज में आ रहे बदलाव और प्रगति का संकेत है। उन्होंने कहा कि सरकार की किसी भी कल्याणकारी योजना का भरपूर लाभ तभी मिल सकता है, जब आम आदमी पढा लिखा और जागरुक हो। उन्होंने कहा कि जनप्रतिनिधि जाति, धर्म और दूसरी किसी भी तरह की संकीर्णता से ऊपर उठकर पारदर्शिता और संवेदनशीलता से कार्य करें।
उन्होनें बताया कि राज्य में एक अप्रैल से बीपीएल सर्वे का कार्य शुरू किया जाएगा। उन्होंने पंचायती राज के जनप्रतिनिधियों का आह्वान किया कि वे निष्पक्ष रूप से सर्वे करवाएं तथा वास्तविक रूप से पात्र लोगों को ही इस सूची में शामिल करें ताकि अपना हक गरीबों को मिल सके।
पूर्व संसदीय सचिव इंद्रसिंह पूनिया ने कहा कि जनप्रतिनिधि सेवा के संकल्प के साथ कार्य शुरू करें। पूर्व प्रधान एवं जिला परिषद सदस्य पूसाराम गोदारा ने कहा कि जब तक जनता विकास के कार्यों में सहभागी नहीं बनेगी, तब तक समुचित विकास संभव नहीं है। इसलिए जनप्रतिनिधियों का सहयोग विकास योजनाओं में करें। उन्होेंने कहा कि वर्तमान में ‘पानी बचाओ, बिजली बचाओ, सबको पढाओ’ नारा एकदम प्रासंगिक है और हमें इसके मुताबिक पानी और बिजली की बचत और शिक्षा के बारे में सोचना चाहिए। उन्होंने जनप्रतिनिधियों से कहा कि योजनाओं में भ्रष्टाचार नहीं हो और सभी योजनाएं गरीब व्यक्ति तक पहुंचे, ऎसा प्रयास करें। उन्होंने कहा कि पंचायती राज के जरिए संवेदनशील होकर कार्य करते हुए गरीब की झोंपड़ी की पक्के आवास में बदला जाना चाहिए।
समारोह में जिला परिषद सदस्यों, पंचायत समिति सदस्यों व सरपंचों का माल्यार्पण व साफा बांधकर अभिनंदन किया गया। समारोह में ग्रामीणों ने मुख्य अतिथि शिक्षा मंत्री व अन्य अतिथियों का स्वागत किया। संचालन एडवोकेट घनश्याम नाथ कच्छावा ने किया। जिला परिषद सदस्य हुकमाराम ने आभार जताया। समारोह में जिला प्रमुख कौशल्या देवी पूनिया, पूर्व जिला प्रमुख भवंरलाल पुजारी, प्रधान नानी देवी गोदारा, एसडीएम अजीत िंसह राजावत, जिला प्रारंभिक शिक्षा अधिकारी ओमप्रकाश जांगिड़, श्रीमती केशर देवी, सुजानगढ कृषि उपज मंडी अध्यक्ष सुरजाराम ढाका, रामनारायण प्रजापत, अधिशाषी अभियंता एसएल इंदलिया, मोहम्मद इदरीश गौरी, कमला गोदारा, लोढसर सरपंच संतोष देवी सहित बड़ी संख्या में सुजागनढ क्षेत्र के जनप्रतिनिधि, अधिकारी और ग्रामीण मौजूद थे। शिक्षा मंत्री ने बुधवार को ठरड़ा, बोबासर, मींगणा, धां, पार्वतीसर, खदाया, भीवंसर, खोडा, नौरंगसर, खारिया छोटा, खारिया बड़ा, सालासर, गुडावड़ी, भांगीवाद आदि गांवों में दौरा कर ग्रामीणों की समस्याएं सुनीं और अधिकारियों को निस्तारण के निर्देश दिए।
शिक्षा मंत्री गुरुवार को गनोड़ा, खंडाप, ढाणी रातड़ी, बाड़ा, मारोठिया, खारा, बिलंगा, सारोठिया, मालकसर, जीली, लिखमणसर, मूंदड़ा, मगरासर, कानूता, बाघसरा आथूणा आदि गांवों का दौरा करेंगे।
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